LNCT के चौकसे परिवार का आस्था फाउंडेशन के नाम पर 200 करोड़ के घोटाले का तरीका चौंका देगा

एलएनसीटी समूह से जुड़े चौकसे परिवार पर आस्था फाउंडेशन सोसायटी के नाम पर 200 करोड़ से अधिक के घोटाले का आरोप है। इतना बड़ा घोटाला कैसे हुआ...इसकी इनसाइड स्टोरी हम आपको बता रहे हैं।

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Sanjay Gupta
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आस्था फाउंडेशन सोसायटी में करीब 200 करोड़ के घोटाले में भोपाल के एलएनसीटी ग्रुप का लगभग पूरा चौकसे परिवार ही घिर गया है। इस मामले में पूर्व प्रेसीडेंट अनिल संघवी की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनी एडहॉक कमेटी की फाइनेंशियल ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर गंभीर धाराओं में ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज कर लिया है।

द सूत्र के पास पूरे सौ पन्नों की रिपोर्ट

इस मामले में चौकसे परिवार ने जिस तरह से घोटाला किया है वह चौंकाने वाला है। आस्था फाउंडेशन और इसके खातों को निजी मिल्कियत समझकर जमकर लूटा गया। द सूत्र के पास एक्सक्लूसिव तौर पर इस मामले की सौ से ज्यादा पन्नों की फाइनेंशियल रिपोर्ट मौजूद है। इसमें पूरे मामले का खुलासा है। उल्लेखनीय है कि यह ऑडिट रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एडहॉक कमेटी जिसमें दो पूर्व जस्टिस भी हैं, उसकी निगरानी में बनी है।

ईओडब्ल्यू में इन पर हुआ केस

इस मामले में संस्था के पूर्व प्रेसीडेंट अनिल संघवी की शिकायत पर एलएनसीटी (LNCT Group) के जय नारायण चौकसे, अनुपम चौकसे, धर्मेंद्र गुप्ता, श्वेता चौकसे, पूनम चौकसे, पूजा चौकसे, आशीष जायसवाल समेत अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 61, 316, 318, 338 और 336(3) आर्थिक अपराध की धाराओं में केस हुआ है।

ऑडिट कमेटी ने इन खातों को देखा

फॉरेंसिक ऑडिट कमेटी ने 1 अप्रैल 2021 से फरवरी 2025 तक श्री आस्था फाउंडेशन फॉर एजुकेशन सोसायटी कनाडिया रोड इंदौर जो रजिस्टर्ड सोसायटी है, इसके खातों की पूरी जांच की। इस सोसायटी के तहत एलएनसीटी मेडिकल कॉलेज, सेफ इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज, एलएनसीटी स्कूल ऑफ फार्मेसी, एलएन पैरामेडिकल कॉलेज, एलएनसीटी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, सेफ स्कूल ऑफ नर्सिंग, सेवाकुंज हॉस्पिटल और स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर का संचालन होता है।

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बस और होस्टल की फीस अपने निजी ट्रस्ट में डाल दी

रिपोर्ट में है कि बस और होस्टल के लिए मिली करीब 8.22 करोड़ की राशि को सोसायटी ने चौकसे परिवार की कंपनी कल्चुरी कॉन्ट्रेक्टर्स लिमिटेड को दे दिया। इसके लिए एक कागज पर समझौता दिखाया गया कि बस और होस्टल का मेंटेनेंस कल्चुरी द्वारा किया जाएगा। जबकि होस्टल की बिल्डिंग खुद सोसायटी की थी। लेकिन इसके बाद भी कल्चुरी से करार दिखाकर पूरी फीस का डायवर्जन कल्चुरी को कर दिया गया। इसमें जो बस का मैनेजमेंट बताया गया वह भी सेफ इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज की ही है।

लोन लिया सोसायटी ने, दे दिया चौकसे परिवार को

रिपोर्ट में है कि सोसायटी के नाम पर बैंकों से करोड़ों का लोन उठाया गया। एक बार तो 21 दिन के भीतर 21.90 करोड़ का लोन लिया गया। यह लोन राशि चौकसे परिवार के एचके कल्चुरी ट्रस्ट को टर्म लोन के रूप में शिफ्ट कर दी गई। इसमें चौकसे परिवार के लोग ही सदस्य हैं।

एसबीआई से नवंबर 2023 में 20 करोड़ का लोन लिया गया, इसमें से 12 करोड़ ट्रस्ट को 1 दिसंबर 2023 को शिफ्ट हुए। आईसीआईसीआई कॉर्पोरेट से 23 अगस्त 2021 को 21 करोड़ का लोन लिया और इसमें से 5 करोड़ ट्रस्ट को, एचडीएफसी से 5-5 करोड़ के दो बार लोन लिए और इसमें से एक बार पूरे 5 करोड़ और एक बार 2 करोड़ ट्रस्ट को शिफ्ट हो गए।

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सोसायटी के खातों की राशि ट्रस्ट में लगातार आना-जाना

रिपोर्ट में है कि सोसायटी के खातों को करंट अकाउंट जैसा यूज़ किया गया। सोसायटी के खातों के हिसाब से कल्चुरी ट्रस्ट पर उनका 19.72 करोड़ का बैलेंस बकाया था लेकिन ट्रस्ट के हिसाब से यह ज़ीरो है। इस पूरे मामले में 5.52 करोड़ का हिसाब ही नहीं मिला।

एलएनसीटी को गया 19.72 करोड़

रिपोर्ट में यह भी है कि सोसायटी के खातों में 20.17 करोड़ रुपए में से 19.66 करोड़ एलएनसीटी यूनिवर्सिटी खातों में गए।

कार्पस फंड से बदलानी ने भी लिए 31.73 करोड़

रिपोर्ट में यह भी है कि सोसायटी के कार्पस फंड से जमकर राशि बांटी गई। रमेश चंद बदलानी ने 31.76 करोड़, भारती नवलानी को 9.78 लाख, मोहित बदलानी को 16 लाख, राजेश नवलानी को 1.31 करोड़, शंकुतला बदलानी को 98 लाख शिफ्ट हुए। इस तरह 34.28 करोड़ राशि शिफ्ट की गई। इसे लेकर कोई बोर्ड प्रस्ताव कॉपी नहीं मिली।

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फर्जी संदिग्ध भुगतान हुए

रिपोर्ट में है कि आस्था सोसायटी से 2.25 करोड़ का भुगतान वर्धमान एलएनसीटी ई श्री को हुआ। फिर यह लक्की कंस्ट्रक्शन को गया। सोसायटी से सीधे कंस्ट्रक्शन कंपनी को राशि नहीं गई। वहीं यह एलएनसीटी ई भी संदिग्ध है। यह डमी नाम दिख रहा है। श्री वर्धमान एजुकेशन सोसाइटी ई1/87 अरेरा कॉलोनी भोपाल यह एलएनसीटी टेक्नोलॉजी एक्सीलेंट भोपाल से जुड़ी है जो आस्था फाउंडेशन के ग्रुप से लिंक है।

इस तरह बिना दस्तावेज़ लोगों को 6.57 करोड़ के भुगतान हुए

इसी तरह 6.57 करोड़ का ट्रांसफर बिना उचित दस्तावेज़ के हुआ। इसमें किसी एक को भोपाल में 10.32 लाख, अमित मोदी को 10 लाख, 12 जुलाई को अमित सोनी को 8.86 लाख, पार्थ सूर्यवंशी को 2 करोड़ और विजय सूर्यवंशी को 1 करोड़ का भुगतान हुआ।

स्कॉलरशिप की राशि भी सीधे ले ली

डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन से एलएनसीटी मेडिकल कॉलेज को आई 49.74 लाख की राशि भी सीधे कल्चुरी कॉन्ट्रेक्टर्स ने अपने खाते में ले ली। इसी तरह 3.18 करोड़ का भुगतान मेसर्स अल्हाया को जमीन खरीदी के लिए एडवांस किया गया, जबकि इस सौदे के कोई दस्तावेज़ नहीं।

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कंस्ट्रक्शन भुगतान के नाम पर 49.62 करोड़ का खेल

कंस्ट्रक्शन के नाम पर 49.62 करोड़ का खर्च अप्रैल 2021 से अक्टूबर 2024 के बीच हुआ। लेकिन इसके प्रॉपर दस्तावेज़ नहीं हैं। इसमें से खासकर 15.39 करोड़ के तो दस्तावेज़ नहीं हैं।
लकी कंस्ट्रक्शन को 33.46 करोड़ और स्विफ्ट कंस्ट्रक्शन को 8.75 करोड़ का भुगतान हुआ। सोसायटी से केवल 27.60 करोड़ के वाउचर हिसाब मिले।

ईएसआईसी और ईपीएफ में घोटाला

सोसायटी में 600 लोग काम करते हैं। लेकिन इनका न तो ईएसआईसी कट रहा है और न ही ईपीएफ का भुगतान किया जा रहा है।

ट्रस्ट के साथ निजी खाता खोल लिया

वहीं नियमविरुद्ध एयू बैंक में कल्चुरी एजुकेशन ट्रस्ट के साथ ज्वाइंट में पूनम चौकसे, अनुपम चौकसे का खाता खुला जो नियमविरुद्ध है। ट्रस्टी के साथ ज्वाइंट खाता नहीं हो सकता है।

बीएमडब्ल्यू जैसी कार का मिसयूज

रिपोर्ट में ही सोसायटी के जरिए बीएमडब्ल्यू, एमजी एस्टर जैसी लग्ज़री कार बैंक से लोन लेकर ली गई। लेकिन सोसायटी से मैनेजमेंट से हटने के बाद भी एक्स-मैनेजमेंट द्वारा इसका खुद व्यक्तिगत यूज़ किया गया।

दवा, किताब खरीदी चौकसे ने अपनी ही कंपनियों से की

रिपोर्ट में गंभीर बात यह भी उठी है कि सेवाकुंज अस्पताल ने 2.25 करोड़ की दवाएं लीं तो इसमें से भी चौकसे परिवार की अंजन्य फार्मास्यूटिकल से 1.68 करोड़ की दवा खरीदी बताई गई। इसी तरह एलएनसीटी मेडिकल ने 66.87 लाख की किताब खरीदी जिसमें 38.42 लाख का बिल अंजन्य बुकसेलर्स का है। इसी तरह स्टेशनरी भी अंजन्य से 12.90 लाख की खरीदी हुई।

आयुष्मान योजना से मिली राशि में भी खेल

सोसायटी के लोगों ने आयुष्मान योजना से मिली राशि में भी गड़बड़ी की है। सेवाकुंज अस्पताल को आयुष्मान योजना के तहत 4.88 करोड़ का भुगतान हुआ। इसमें से उसने मेडिसिन खरीदी अंजन्य फार्मास्यूटिकल और सेवाकुंज की फार्मेसी से बताई, लेकिन इनके साथ करार के दस्तावेज़ नहीं मिले।

सोसायटी में खाने-पीने में जमकर खर्चा

कई सेक्टर में बदलानी जी लोन और अग्रवाल जी लोन लिखा है और इसमें अनसिक्योर्ड लोन है। वहीं सोसायटी में नियमविरुद्ध 10 हजार से अधिक राशि का कैश भुगतान हुआ, जो खाने-पीने में अधिक गया। इसे पार्टियों में यूज़ किया गया। Bhopal News

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