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इंदौर विधानसभा तीन के विधायक गोलू शुक्ला (जो खुद को सनातनी विधायक कहलाते हैं) के परिवार द्वारा संचालित की जाने वाली बाणेशवरी ट्रेवल्स की बस से पूरा परिवार खत्म हो गया। इस बस ने बुधवार रात साढ़े ग्यारह बजे रिंगनोदिया गांव (सांवेर थाना क्षेत्र) में बाइक सवार को उड़ा दिया। इससे पति-पत्नी और एक बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य बेटे की मौत गुरुवार सुबह उपचार के दौरान हो गई।
इस पूरे हादसे में अब विधायक जी की सफाई भी खुल्लमखुल्ला झूठ साबित हो रही है। वहीं, द सूत्र को चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि जिस बस से यह हादसा हुआ, उसके खिलाफ बीते तीन सालों में विविध कारणों से तीन बार इंदौर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान बनाए गए हैं।
गोलू शुक्ला का बयान
आपकी बाणेशवरी ट्रेवल्स की बस से चार मौतें हुई हैं, इस पर क्या कहेंगे?
गोलू: मैं दिल से दुख प्रकट करता हूं। मेरी संवेदनाएं मृतक परिवार के साथ हैं। बाणेशवरी ट्रेवल्स की दो-ढाई सौ बसें चलती हैं, जिनमें कई बसें अटैच हैं। इंदौर-उज्जैन रोड की स्थिति 6-लेन बनने के कारण ट्रैफिक की दिक्कत होती है।
कैसे एक्सीडेंट हुआ?
गोलू: खड़ी बस में आकर कोई टकरा गया, इससे मृत्यु हुई है। खड़ी बस से टकराने से यह हादसा हुआ। बहुत सारी बसें चलती हैं। संवेदना प्रकट करता हूं। बाणेशवरी ट्रेवल्स का काम मेरे भाई देखते हैं, और मैंने उनसे बात की है। ड्राइवर को समझाइश दी है।
परिजन बोले, फिर बस का टायर कैसे चढ़ा?
गोलू (MLA Golu Shukla) के इस बयान से नाराज मृतक महेंद्र सोलंकी के परिजन, भतीजे उमेश गौड़ ने द सूत्र से बात करते हुए कहा कि विधायक गोलू शुक्ला साफ झूठ बोल रहे हैं। मैं इस घटना का चश्मदीद गवाह हूं। मैं मामा की बाइक के पीछे ही चल रहा था। मामा की बाइक और हम सभी उज्जैन से इंदौर जा रहे थे, और बस इंदौर से उज्जैन की ओर आ रही थी।
सड़क पर काम के चलते सिंगल लेन थी। बस ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था और तेज रफ्तार में था। उसने सीधे आकर मामा की बाइक को रौंद दिया। इससे बस के टायर उनके सिर और हाथ-पैर के ऊपर से निकल गए। मामा के सिर से पूरा टायर गुजर गया। मौके पर ही मामा महेंद्र सोलंकी, मामी जयश्री सोलंकी और 16 साल के बेटे जिगर की मौत हो गई। बाद में अस्पताल में, अगले दिन दूसरे बेटे तेजस की भी मौत हो गई। उनकी बस ने पूरे परिवार की चार जानें ले लीं। वहीं, पुलिस ने भी इसमें हल्की कार्रवाई की है।
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इस तरह बस ने रौंदा
गुरुवार अलसुबह करीब साढ़े तीन बजे सांवेर पुलिस थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई। इसमें धारा 281, 125(ए), 106(1) के तहत केस दर्ज किया गया है। एफआईआर अज्ञात आरोपी के खिलाफ की गई है। जानकारी के अनुसार घटना बुधवार रात साढ़े दस से पौने ग्यारह के बीच हुई थी। बस तेज रफ्तार में थी और ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था। इसी दौरान उसने परिवार को रौंद दिया।
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पुलिस ने गैर इरादतन हत्या नहीं मानी
इस मामले में पुलिस के एक बार फिर सत्ता के आगे झुकने की कार्यशैली साफ दिख रही है। इंदौर के ट्रक हादसे में भी तीन की मौत हुई थी और उसमें ड्राइवर गुलशेर पर गैर इरादतन हत्या की धाराएं लगाई गई थीं। इसमें 5 से 10 साल की सजा होती है। लेकिन इस मामले में पुलिस ने लापरवाही की धाराएं 281 और 125(ए) लगाई हैं। इसमें 6 महीने से लेकर 1 लाख तक का जुर्माना और सजा हो सकती है। वहीं, 106(1) की धारा लगाई गई, जो गैर इरादतन हत्या की धारा 105 से कमतर है और इसमें अधिकतम 5 साल तक की सजा हो सकती है, यानी ड्राइवर पकड़ा भी गया तो जमानत तुरंत हो सकती है।
एफआईआर में यह लिखा है
मृतक के रिश्तेदार उमेश गौड़ ने बताया कि मैं मामा-मामी (महेंद्र, जयश्री सोलंकी) और अपने दोनों बेटों तेजस, जीगर के साथ जा रहे थे। मैं पीछे दूसरी बाइक से था। रिंगनोदिया गांव (इंदौर-उज्जैन के बीच सांवेर तहसील में) एरिया में गोलू शुक्ला की बस नंबर एमपी 09एफए 6390 ने तेज रफ्तार से लापरवाही से आते हुए बाइक में सीधे टक्कर मार दी। इन सभी को मैंने एंबुलेंस 108 की मदद से अरविंदो अस्पताल लेकर गया, जहां डॉक्टर ने मामा, मामी और जिगर को मृत घोषित कर दिया, तेजस को इलाज के लिए भर्ती किया गया।
बाणेशवरी और गोलू की बसें आए दिन रौंद रही हैं
लोगों ने कहा कि जिन बसों और वाहनों पर बाणेशवरी और गोलू लिखा है, उन्हें सभी ने हत्या का खुला लाइसेंस दे दिया है। ये बसें आए दिन किसी को भी रौंदती जा रही हैं, लेकिन ना आरटीओ, ना पुलिस और ना ही प्रशासन कभी इन पर कार्रवाई करता है। इससे पहले भी बाणेशवरी बसों और यहां तक कि गोलू लिखे वाहनों ने कई लोगों की जान ली है। सत्ताधारी विधायक के आगे पूरा सिस्टम बेबस है।
बाणेशवरी मतलब मौत के वाहन
इंदौर-उज्जैन बस एमपी 09 एफए6390 - चार की मौत (17 सितंबर 2025)
बाणगंगा एरिया स्कॉर्पियो एमपी 09 डीक्यू 9999 - 85 साल की वृद्धा की मौत (18 फरवरी 2025)
बस एमपी 09 एफए 6228 से एक साइकिल सवार की मौत (26 फरवरी 2025)
क्रेन से हादसा - दो मई 2023 में चार की मौत, एचआर 38बी 2002
गोलू सरकारी बसों को रोकना चाहते हैं, सीएम ने दो टूक कहा था
सीएम मोहन यादव ने इन बसों की गुंडागर्दी रोकने के लिए ही सरकारी बस सेवा को फिर से बहाल करने की घोषणा की है। उन्होंने एक कार्यक्रम में मंच से कहा था कि गोलू भैय्या चिंता मत करो, अच्छी बस चलाओ और इस सिस्टम के साथ जुड़ जाओ। हमें यात्रियों को अच्छी सेवा देनी है। गोलू चाहते हैं कि यह सरकारी सेवा इंदौर-उज्जैन के बीच न चले, ताकि उनकी बसें इसी तरह चलती रहें, जो लोगों को रौंदती हैं।