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Photograph: (THESOOTR)
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप Coldrif से बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। छिंदवाड़ा में अब तक 16 बच्चों की मौत हो चुकी है, जिनकी मौत का कारण Coldrif Syrup था, जो कि एक जहरीले केमिकल से दूषित था। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने अन्य दवाइयों की भी जांच शुरू की और 19 दवाइयों के सैंपल लिए, जिनमें से RELIFE और RESPIFRESH TR को अमानक पाया गया। यह घटना न केवल राज्य के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी के रूप में उभरी है।
छिंदवाड़ा की घटना के बाद सरकार का एक्शन
एमपी में दो और कफ सिरप बैन कर दिए गए हैं। छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने Coldrif Cough Syrup की बिक्री पर पूरे मध्यप्रदेश में बैन लगा दिया। इसके अलावा सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है। सरकार ने 19 दवाइयों के सैंपल लिए, जिनमें से RELIFE Cough Syrup और RESPIFRESH TR Cough Syrup को अमानक पाया गया और इन पर अगली रिपोर्ट आने तक बैन लगा दिया गया।
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RALIFE और RESPIFRESH TR पर बैन
छिंदवाड़ा में कफ सिरप से मौत की घटना के बाद राज्य सरकार ने 19 दवाइयों के सैंपल लिए थे, जिनमें से 2 दवाइयां RELIFE और RESPIFRESH TR को अमानक पाया गया। इन दवाइयों में निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया था और इन्हें अगली रिपोर्ट आने तक बैन कर दिया गया है। यह कदम दवाइयों की गुणवत्ता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
क्या कारण था बच्चों की मौत का?
मध्यप्रदेश सरकार और तमिलनाडु की जांच एजेंसियों ने मिलकर जांच की और यह पाया कि सिरप में नॉन-फार्माकोपिया ग्रेड प्रोपीलीन ग्लाइकॉल (Propylene Glycol) का इस्तेमाल किया गया था, जो कि डायथीलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol) और एथिलीन ग्लाइकॉल (Ethylene Glycol) से दूषित था। इन दोनों केमिकल्स के कारण बच्चों के किडनी फेल हो गए और उनकी मौत हो गई।
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तमिलनाडु सरकार की जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
Coldrif Cough Syrup का निर्माण कांचीपुरम (Kanchipuram) स्थित श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स (Shri San Pharmaceuticals) की फैक्ट्री में होता है। मध्यप्रदेश सरकार ने घटना के बाद तमिलनाडु सरकार से इसकी जांच करने को कहा था। 4 अक्टूबर 2025 को तमिलनाडु सरकार से मिली रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि सिरप में दूषित केमिकल्स थे। रिपोर्ट के आधार पर, राज्य सरकार ने सिरप के उत्पादन और बिक्री पर कड़ा एक्शन लिया और सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगा दी।
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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: सीएम मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ट्वीट कर इस घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले की गहन जांच के लिए राज्य स्तर पर एक विशेष जांच समिति का गठन किया गया है। इस समिति का उद्देश्य मामले की पूरी तरह से जांच करना और दोषियों को सजा दिलवाना है।
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निष्कर्ष: गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उपाय
मध्यप्रदेश सरकार ने दवाइयों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए कुछ कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों और क्लिनिकों को निर्देश दिया है कि वे केवल उच्च गुणवत्ता वाली और प्रमाणित दवाइयाँ ही खरीदें। इसके अलावा, सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में भी केवल सुरक्षित दवाइयों का ही उपयोग किया जाएगा।