मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान हो चुके हैं। अब 4 जून का इंतजार है। जैसे-जैसे यह तारीख करीब आती जा रही है, वैसे-वैसे सियासी रण में खड़े उम्मीदवारों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। मतगणना के लिए चुनाव आयोग की टीम तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है।
आइए, हम आपको बताते हैं मतगणना की प्रक्रिया ...
29 लोकसभा सीटों वाले मध्यप्रदेश में चार चरणों में वोटिंग हुई है। कुल 369 प्रत्याशी मैदान में हैं। अब 4 जून को काउंटिंग होगी। सभी 29 लोकसभा सीटों पर विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से काउंटिंग होगी। 52 जिलों में स्ट्रॉन्ग रूम बनाए गए हैं जहां वोटों की गिनती होगी। माना जा रहा है कि भिंड लोकसभा सीट के परिणाम पहले आ सकते हैं। खजुराहो लोकसभा सीट के नतीजे सबसे आखिरी में आने की संभावना जताई जा रही है।
जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम
मध्यप्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं। यहीं ईवीएम को रखा गया है। काउंटिग वाले दिन यानी 4 जून को सुबह 7 बजे ऑब्जर्वर और प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्ट्रॉन्ग रूम खोले जाएंगे। जहां टेबल की संख्या के हिसाब से कंट्रोल यूनिट (EVM) को कर्मचारी निकालकर पहले से तय टेबल पर रखेंगे। हर टेबल पर तीन अधिकारी, माइक्रो ऑब्जर्वर, काउंटिंग सुपरवाइजर और काउंटिंग असिस्टेंट बैठेंगे।
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प्रत्याशियों के एजेंट भी रहेंगे
चौथी तरफ जाली के बाहर प्रत्याशियों के एजेंट मौजूद रहेंगे। उन्हें कंट्रोल यूनिट लाने पर उसका पोलिंग बूथ का एड्रेस और नंबर दिखाया जाएगा। इसकी एक कॉपी पहले से उनके पास होगी। इसमें यह दर्ज होगा कि कौन-सी मशीन किस मतदान केंद्र की है। इसके बाद हर ईवीएम की सील को खोला जाएगा। यूनिट के ऑन होते ही वह बताएगी कि किस प्रत्याशी को कितने वोट मिले।
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इस तरह पूरी होगी काउंटिंग
काउंटिंग वाले दिन माइक्रो ऑब्जर्वर यूनिट में रिजल्ट का बटन दबाएंगे। इसके बाद मशीन प्रोसेस कर उम्मीदवारों की जानकारी, वोटिंग शुरू और खत्म होने की जानकारी देगी। फिर उम्मीदवारों को मिले वोटों की जानकारी सामने आएगी। यह जानकारी प्रोफॉर्मा में दर्ज की जाएगी। यह प्रक्रिया होने के बाद प्रत्याशियों के एजेंट्स से साइन कराए जाएंगे। रिटर्निंग अधिकारी को प्रोफॉर्मा भेजा जाएगा। एक विधानसभा क्षेत्र में जितनी टेबल काउंटिंग के लिए लगी होंगी, उन पर एक साथ मतगणना होगी। जब सभी टेबल पर काउंटिंग हो जाएगी, तब उसे एक राउंड की काउंटिंग माना जाएगा। यदि किसी विधानसभा में 14 टेबल हैं और वहां 280 बूथ हैं तो काउंटिंग 20 राउंड में पूरी होगी।
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खजुराहो सीट के पवई में 24 राउंड
खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट पर 24 राउंड की गणना होगी। सबसे कम 11 राउंड की गणना भिंड लोकसभा क्षेत्र में दतिया जिले की सेवड़ा विधानसभा सीट पर होगी। हर विधानसभा में मतगणना के लिए 14 से अधिकतम 28 टेबल लगाई जाएंगी। सबसे ज्यादा 28 टेबल बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के सिवनी जिले की सिवनी विधानसभा में लगेंगी। मंडला के केवलारी, लखनादौन और विदिशा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा में भी 28 टेबल लगेंगी। इसी तरह बालाघाट विधानसभा में 26 टेबल लगेंगी। अन्य स्थानों पर जरूरत के हिसाब से 14 से 26 टेबलें लगेंगी।
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सबसे पहले बैलेट पेपर की काउंटिंग
सबसे पहले विधानसभावार बैलेट पेपर की काउंटिंग होगी। बैलेट पेपर की काउंटिंग संबंधित जिला मुख्यालय पर ही होगी। सुबह 8 बजे बैलेट पेपर की काउंटिंग शुरू होगी। इसके बाद ईवीएम से मतों की गणना शुरू की जाएगी। नए बने जिलों में व्यवस्था नहीं होने से अभी वहां पर स्ट्रांग रूम नहीं बनाए गए हैं।