संजय गुप्ता, INDORE. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) एक साल के भीतर दूसरी बार सेट (राज्य पात्रता परीक्षा) का आयोजन करने जा रहा है। इसके लिए आचार संहिता लगने से एक दिन पहले शुक्रवार (15 मार्च) को आयोग ने विज्ञापन जारी किया था। लेकिन अब इससे जुड़ी एक अहम सूचना शुक्रवार को जारी की गई है।
यह जारी की गई सूचना
आयोग ने बताया कि राज्य पात्रता परीक्षा (सेट)- 2024 कराने जा रहे हैं, इसमें सफल उम्मीदवार भविष्य में विज्ञापित होने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए योग्य होंगे। इसमें पीजी पास और पीजी परीक्षा में शामिल हो रहे उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे। यह 20 विषयों में होगी। इसके लिए 21 मार्च से ऑनलाइन आवेदन भरे जाएंगे और 20 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक आवेदन लिए जा सकेंगे।
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इस सूचना के मायने
मप्र पीएससी ने दिसंबर 2022 में जो 1669 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकाली थी, इसके लिए इसमें पात्र हुए उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकेंगे। हालांकि, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कानूनी विवाद और लोकसभा चुनाव के चलते अभी तक नहीं हो सकी है।
इसके पहले 2017, 2018 और 2023 में ली थी परीक्षा
इसके पहले अगस्त 2023 में करीब 40 विषयों के लिए सेट हुई थी। इसमें 1.03 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसमे से चार हजार को योग्य घोषित किया गया था। इसके पहले 2017 व 2018 में भी सेट हुई थी। इस परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों में से 6 फीसदी को योग्यता सर्टिफिकेट मिलता है।
सेट होने से फायदे क्या?
सेट देने वालों में से हर विषय में 6 फीसदी को अर्हता सर्टिफिकेट दिया जाता है। असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए यह सर्टिफिकेट अनिवार्य होता है। या तो फिर उम्मीदवार के पास पीएचडी व यूजीसी द्वारा अन्य तय की गई मान्य डिग्री होना चाहिए। इसके बिना उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में वह नहीं बैठ सकता है।
इस तरह होगी 300 अंक की परीक्षा
इसके लिए उम्मीदवार 21 मार्च से 20 अप्रैल 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क आरक्षित वर्ग के लिए 250 रुपए और अन्यक लिए 500 रुपए रहेगा। परीक्षा ऑफलाइन और ओएमआर शीट आधारित होगी। परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होंगे। पहला प्रश्नपत्र सामान्य शिक्षण का होगा जिसमें 50 प्रश्न होंगे और कुल 100 अंक का हगा, दूसरा प्रश्नपत्र संबंधित विषय का सौ प्रश्न का होगा जिसके 200 अंक होंगे। कुल 300 अंक की परीक्षा होगी।
इन विषयों के लिए होगी परीक्षा
रसायन, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, भूगोल, हिंदी, इतिहास, गृहविज्ञान, विधि, पुस्तकालय व सूचना विज्ञान, जीव विज्ञान, गणितीय विज्ञान, दर्शनशास्त्र, शारीरिक शिक्षा, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, संस्कृत, समाज शास्त्र व योगा।
इसमें भी 87-13 का फार्मूला रहेगा
परीक्षा पास करने के लिए यूजीसी नियम के अनुसार अनारक्षित और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 40 फीसदी और अन्य वर्ग के लिए 35 फीसदी का नियम रहेगा। हर विषय में 6 फीसदी को अर्ह माना जाएगा, लेकिन रिजल्ट 87-13 फीसदी फार्मूले से ही होगा। यानि 87 फीसदी पर अर्ह उम्मीदवार घोषित होंगे और 13 फीसदी होल्ड किए जाएंगे।