सतना HIV संक्रमण मामले में बड़ा एक्शन, ब्लड बैंक प्रभारी समेत तीन नपे

मध्य प्रदेश के सतना में थैलेसीमिया के मरीज बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने का मामला सामने आया था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए ब्लड बैंक प्रभारी और दो लैब टेक्नीशियन को सस्पेंड कर दिया है।

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Anjali Dwivedi
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HIV Blood Transfusion: मध्य प्रदेश के सतना में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कार्रवाई की है।

16 दिसंबर 2025 को आयुष्मान भारत योजना के सीईओ डॉ. योगेश भरसत की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई थी। समिति की रिपोर्ट के आधार पर ब्लड बैंक प्रभारी समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। 

    इन पांच प्वाइंट्स में समझें सतना HIV संक्रमण मामले को

  • सतना में  एचआईवी पॉजिटिव मामले में ब्लड बैंक प्रभारी और दो लैब टेक्नीशियन सस्पेंड।

  • पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को कारण बताओ नोटिस।

  • स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही को लेकर कड़ी कार्रवाई की।

  • जांच में ब्लड बैंक के डोनर रिकॉर्ड की जांच, केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की सक्रिय भूमिका।

ब्लड डोनर के रिकॉर्ड में लापरवाही

सस्पेंड किए गए कर्मचारियों में सतना ब्लड बैंक प्रभारी सस्पेंड डॉ. देवेंद्र पटेल, लैब टेक्नीशियन राम भाई त्रिपाठी और नंदलाल पांडे शामिल हैं। इन तीनों पर आरोप है कि, इन्होंने ब्लड डोनर के रिकॉर्ड में लापरवाही बरती है। इसी के चलते बच्चों को एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाया गया। 

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पूर्व सिविल सर्जन को नोटिस

सतना जिला अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्हें जवाब देने का आदेश दिया गया है। यदि उनका स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होता है, तो उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई हो सकती है।

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दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना

सतना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की अब जांच की जा रही है। साथ ही, बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में डोनर फॉर्म और खून के बैग की भी जांच हो रही है।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने भी इस मामले में अपनी भूमिका बढ़ा दी है। अब दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।

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आज तीसरी टीम देगी दस्तक

CDSCO की टीम ने ब्लड बैंक के दस्तावेजों पर असंतोष जताया है। साथ ही ब्लड बैंक से कार्यप्रणाली सुधारने को कहा गया है। अब थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित बच्चों को दिए गए एचआईवी संक्रमित खून की जांच भी की जा रही है। साथ ही सतना में HIV पॉजिटिव बच्चे के डोनर फॉर्म की भी जांच की रही है। 

आज 19 दिसंबर को नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (NACO) की टीम भी जांच के लिए आएगी। मध्य प्रदेश स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की असिस्टेंट डायरेक्टर मोनल सिंह भी टीम के साथ होंगी।

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