संजय गुप्ता, INDORE. सीएम पद पर रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chauhan ) ने 14 अप्रैल 2022 को बाबा अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी ( Baba Ambedkar Memorial Society ) को श्रद्धालुओं के लिए 1.323 हेक्टेयर जमीन देने की घोषणा की। फिर अगले साल 14 अप्रैल 2023 को ही मंच से फिर घोषणा करते हुए कहा कि हम वादा पूरा कर रहे हैं और जमीन पर कब्जा सौंप रहे हैं। अब यहां धर्मशाला, विश्राम गृह बनेगा। लेकिन पूरे एक साल बाद भी यह घोषणा सरकारी दफ्तरों में दो लाइन की NOC के लिए तरस रही है।
यह बोले थे शिवराज सिंह चौहान, 14 अप्रैल 2023 को
तत्कालीन सीएम शिवराज ने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि महू आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला निर्माण हेतु आवश्यक जमीन पर सेना की एनओसी मिल गई है। साढ़े तीन एकड़ जमीन को डॉ बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने समेत अन्य सभी आवश्यकताएं पूरी की जाएगी।
कौन सी है जमीन?
मध्य प्रदेश सड़क परिवहन निगम भोपाल के बाद महू में बंगला नंबर 99, सर्वे नंबर 119 की 1.323 हेक्टेयर जमीन है। पहले यह जमीन केंटनोमेंट बोर्ड के पास थी। इस जमीन का कब्जा सोसायटी को तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद जून 2023 में सोसायटी के सचिव राजेश वानखेड़े को सौंप दिया गया, लेकिन औपचारिक आवंटन आज दिनांक तक नहीं हुआ और इसे लेकर इंदौर से भोपाल के बीच लगातार पत्र ही चल रहे हैं।
सड़क परिवहन ने नहीं दी मंजूरी. वित्त विभाग ने पूछे सवाल
शिवराज ने 14 अप्रैल 2023 को मंच से कहा कि रक्षा विभाग ने यह जमीन सोसायटी को सौंपने की अनापत्ति दे दी है और हम यह जमीन सोसायटी को दे रहे हैं। दरअसल यह दावा ही पूरा सही नहीं था, क्योंकि केंटोनमेंट बोर्ड को कभी इस पर आपत्ति थी ही नहीं, वह यह जमीन तो सालों पहले ही मप्र सड़क परिवहन निगम को सौंप चुका था। सड़क परिवहन निगम ने आज दिनांक तक इस पर अपनी अनापत्ति ही शासन को नहीं दी। वहीं दूसरा मसला वित्त विभाग का है। वित्त विभाग ने अक्टूबर 2023 में पत्र जारी कर कहा कि इस मामले में जमीन निशुल्क देने पर शासन को 8.35 करोड़ की राजस्व हानि होगी, इसे कौन वहन करेगा? इसे लेकर मंत्रिपरिषद से प्रशासकीय आदेश प्राप्त किया जाना चाहिए।
पीएस राजस्व को भी जा चुका पत्र
इस मामले में जमीन सोसायटी को निशुल्क देने के लिए भी जिला प्रशासन से पत्र प्रमुख सचिव राजस्व को जा चुका है। इस संपत्ति का मूल्यांकन दस करोड़ किया गया है और प्रीमियम राशि रियायती दर के हिसाब से ढाई करोड़ रुपए बन रही है। सोसासटी से आवेदन लेकर नजूल निर्वतन कमेटी से अनुशंसा भी आ गई है। लेकिन मामला राजस्व विभाग में भी अटका हुआ है।
दो कलेक्टर बदले, तीसरे आ गए गए, पत्राचार ही चल रहा है
इस मामले में जब जमीन अलॉटमेंट देने की फाइल चली तब 2022 में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह थे। बाद में जब सीएम ने 2023 में जमीन का क्ब्जा सौंपा तब कलेक्टर ड़ॉ. इलैयाराजा टी थे औऱ् अब कलेक्टर आशीष सिंह है। तीनों ही कलेक्टर के जरिए लगातार मप्र सड़क परिवहन निगम को इसे लेकर पत्र जारी किए जा चुके हैं। लेकिन अभी भी मामला कागजों में ही चल रहा है और अनापत्ति नहीं मिलने से सोसायटी को औपचारिक तौर पर जमीन का आवंटन नहीं हुआ।
महू में हुआ था बाबा का जन्म
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जन्म स्थान महू है। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को इंदौर के समीप महू में हुआ था। मध्यप्रदेश सरकार ने यहां एक स्मारक का निर्माण कराया है। भीमराव अंबेडकर को मानने वाले बड़ी संख्या में इस स्मारक को देखने के लिए पहुंचते हैं।