BHOPAL. 9 मार्च को वल्लभ भवन ( Vallabh Bhawan ) में लगी भीषण आग को दो महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन सरकार को अभी भी इस घटना की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। दरअसल मध्य प्रदेश सरकार की बहुमंजिला इमारत में लगी आग से चार मंजिलें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। लोकसभा चुनाव से पहले लगी आग ने कई सवाल खड़े कर दिए थे। वल्लभ भवन में लगी आग की जांच के लिए नौ मार्च 2024 को गठित सात सदस्यीय समिति को 15 दिन के भीतर 24 मार्च तक विस्तृत जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपनी थी। 50 दिन से अधिक की देर हो चुकी है लेकिन रिपोर्ट नहीं आई है।
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जांच टीम को मिल गई है फोरेंसिक रिपोर्ट
वहीं, इस मामले में अपडेट यह है कि फोरेंसिक रिपोर्ट ( forensic report ) पिछले सप्ताह जांच टीम को सौंप दी गई है। फोरेंसिक जांच यह जांचने के लिए की गई थी कि क्या यह आग दुर्घटना थी या साजिश थी। दरअसल, आग मार्च 2024 में लगी थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार को पुष्टि की कि वल्लभ भवन-I अग्निकांड पर समयबद्ध रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि घटना की फोरेंसिक रिपोर्ट एक सप्ताह से अधिक समय पहले प्रस्तुत की गई थी, लेकिन सवाल यह है कि जांच समिति अंतिम रिपोर्ट कब प्रस्तुत करेगी।
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चौथी और पांचवीं मंजिल तक फैली थी आग
वल्लभ भवन में हुए आगकांड की लपट में 50 से ज्यादा ऑफिस और चैंबर राख हो गए। आग चौथी और पांचवीं मंजिल तक फैल गई थी। पांचवीं मंजिल, जो कि सीएम सचिवालय का विस्तार है, जलकर खाक हो गई। शहर में पांच घंटे से ज्यादा समय तक धुएं के घने बादल छाए रहे और आग पर काबू पाने के लिए सेना को बुलाना पड़ा था।
सीएम ने दिए थे जांच के निर्देश
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9 मार्च को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएं कि ऐसी घटना दोबारा न हो। सरकार ने तब कहा था कि सात सदस्यीय जांच समिति आग के कारणों, नुकसान का आकलन करेगी और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही भी निर्धारित करेगी। जांच समिति को भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए आवश्यक सुझाव भी देने थे।