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नितिन मिश्रा, RAIPUR. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत नया प्रयोग किया जा रहा है। इसके तहत अब छात्र इंजीनियरिंग और बीएड की पढ़ाई एक साथ कर सकेंगे।
फिलहाल इसकी शुरुआत आईआईटी से की जा रही है। इसके बाद इसे सभी संस्थानों में लागू किया जा सकता है।
दो कोर्स की पढ़ाई एक साथ
मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इस बात पर बल दिया जा रहा है। कि छात्रों के पास ज्यादा से करियर के ज्यादा रास्ते हों और पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्हें रोजगार के लिए भटकना ना पड़े। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों को इंजीनियरिंग के साथ अब b.Ed की पढ़ाई का मौका मिलेगा। इसकी शुरुआत के बाद अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों में इसे लागू किया जा सकता है। पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों के पास दो विकल्प होंगे या तो वह अपना करियर टीचिंग के क्षेत्र में बना सकते हैं या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ में बीए और बीएससी बीएड की 100–100 सीटें हैं जिसमें 12वीं के छात्रों को बीए बीएड में सीधे एडमिशन मिल जाता है। लेकिन बीएससी बीएड के लिए ग्रेजुएशन होना जरूरी है।
बीएड के साथ एमएससी की भी पढ़ाई
दो विषयों की पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों को अपनी सुविधा के अनुसार विषय चयन करने की छूट रहेगी। छत्तीसगढ़ के भिलाई आईटीआई के साथ–साथ इस पाठ्यक्रम को देश के अन्य आईआईटी संस्थानों में लागू किया जाएगा। इंजीनियरिंग के अलावा छात्रों को एमएससी की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। अब यह डोर एमएससी की पढ़ाई एक साथ जा सकेगी।