रूस से अजीत का शव 9वें दिन भी नहीं लौटा, रोते हुए परिजन बोले-हमारी किसी से कोई रंजिश नहीं

राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के कफनवाड़ा गांव के अजीत चौधरी का शव नौ दिन बाद भी भारत नहीं लाया जा सका है। इसके विरोध में लक्ष्मणगढ़ के व्यापारियों ने अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद कर दिए हैं।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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सुनील जैन @ अलवर

राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के कफनवाड़ा गांव का माहौल गुरुवार को भी गम और गुस्से से भरा हुआ था। लक्ष्मणगढ़ के सभी बाजार बंद हैं और व्यापारियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। 

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ठोस कार्यवाही नहीं हो रही

असल में रूस से छात्र अजीत चौधरी का शव अभी तक भारत नहीं लाया जा सका है। परिजनों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बार-बार मिलने और आश्वासन देने के बावजूद शव को भारत लाने की ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। परिजनों का कहना है कि डबल इंजन सरकार होने के बाद भी हमें न्याय नहीं मिल पा रहा। 

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दोनों सरकारें नाकाम

मृतक के परिजन भोम सिंह चौधरी ने कहा कि हम कई बार केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मिल चुके हैं। वे हर बार कहते हैं कि कल शव आ जाएगा, लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला। अब हमें सरकार पर भरोसा नहीं रहा। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही इस मामले में पूरी तरह नाकाम साबित हुई हैं। 

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बंद जारी रहेगा

लोगों के गुस्से का आलम यह है कि लक्ष्मणगढ़ कस्बे के सभी व्यापारियों ने गुरुवार को पूर्ण रूप से बाजार बंद रखकर सरकार के खिलाफ विरोध जताकर प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक अजीत का शव भारत नहीं लाया जाता और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

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न्याय मांग रहा परिवार

ग्रामीणों ने मांग की है कि केंद्र सरकार तत्काल दूतावास स्तर पर हस्तक्षेप करे और शव को जल्द से जल्द भारत लाने की व्यवस्था करे। वहीं सरकार का दावा है कि प्रशासनिक अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। ग्रामीणों की एक ही पुकार है कि अजीत की देह लौटाओ, ताकि परिवार को न्याय मिल सके। 

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नदी किनारे मिला शव

गौरतलब है कि अजीत चौधरी पुत्र रूपसिंह चौधरी रूस के ऊफा शहर में बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहा था। वह थर्ड ईयर का स्टूडेंट था। कॉलेज कैंपस से कुछ ही दूरी पर नदी बहती है। 19 अक्टूबर को अजीत लापता हो गया था और 20 अक्टूबर को नदी के किनारे उसके कपड़े मिले थे। आठ दिन पहले उसका शव मिला था।

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