अंता उपचुनाव : मतदाताओं की बंपर वोटिंग, 80.32 फीसदी पड़े वोट, 14 नवंबर को आएंगे नतीजे

राजस्थान के अंता उपचुनाव में बंपर वोटिंग किसके भाग्य में आई है, उसका पता 14 नवंबर के नतीजे में आएगा। 227264 वोटर्स में से 183171 ने मत डाले, पिछली बार 81.17 फीसदी पड़े थे वोट। त्रिकोणीय मुकाबले से हार-जीत का अंतर नजदीकी रहने का अनुमान।

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Rakesh Kumar Sharma
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Photograph: (the sootr)

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Baran. राजस्थान में बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया है। वोटर्स ने बंपर वोटिंग की है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मंगलवार शाम 6 बजे तक 80.25 फीसदी मतदान हुआ है। पिछली बार 2023 के मुकाबले करीब आधा फीसदी से कम वोट पड़े हैं, लेकिन उपचुनाव में 80.32 फीसदी मतदान होना बड़ी बात माना जा रहा है। 2023 में 81.17 फीसदी वोट पड़े थे। 

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तब 5700 वोटों से जीते कंवरलाल

पूर्व भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा करीब 5700 वोटों से जीते थे। तब उन्होंने कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया को हराया था। आपराधिक मुकदमे में सजा होने के चलते कंवललाल मीणा की विधायकी रद्द हो गई और अंता सीट पर दो साल में ही फिर से उपचुनाव हुए हैं।

उपचुनाव में वैसे तो 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला तीन में ही है। भाजपा से मोरपाल सुमन, कांग्रेस से प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा। चुनाव नतीजे 14 नवम्बर को आएंगे।

सांकली गांव में सिर्फ एक ने मत डाला

अंता विधानसभा क्षेत्र के सांकली गांव में बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। गांव में 736 मतदाता हैं। काफी समझाइश के बाद भी ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार जारी रखा। वे जिला कलेक्टर को बुलाने पर अड़े रहे।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर जब्बर सिंह ने ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा सांकली गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ गांव के मुख्य रास्तों का जायजा लिया और सड़क पर ही कीचड़ में बैठकर धरना दिया। शाम तक एक व्यक्ति ने वोट डाला।

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सुबह से शाम तक बूथों पर कतारें

सभी मतदान केन्द्रों पर वोटर्स में खासा उत्साह देखा गया। अधिकांश जगह पर वोटर्स की लम्बी कतारें रहीं। सुबह सात बजे से ही मतदान केन्द्रों पर वोटर वोट डालने पहुंचने लगे थे। सुबह 11 बजे तक 29.86 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर एक बजे तक 45 फीसदी मतदान हुआ।

शाम छह बजे तक 80.25 फीसदी मतदान हुआ। वोटर्स को लाने और ले जाने के लिए तीनों प्रमुख प्रत्याशी और उनके समर्थक जी-जान से जुटे दिखे। प्रत्याशी भी हर बूथ पर जाकर मतदाताओं से वोट देने की अपील करते दिखे।

त्रिकोणीय मुकाबले से बढ़ा मतदान

आम तौर पर उपचुनाव वाली सीट पर मतदान कम ही रहता है, लेकिन अंता उपचुनाव में वोटिंग अच्छी रही। इसका मुख्य कारण इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होना। भाजपा के मोरपाल सुमन, कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा के बीच में टक्कर है। तीनों प्रत्याशियों के समर्थन में दिग्गज नेताओं, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री समेत सांसद, मंत्री और विधायक चुनावी सभाएं कर चुके हैं। इस बार तगड़ा चुनाव प्रचार रहा।

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183171 वोटर्स ने मत डाले

चुनाव आयोग की ओर से 2,27,563 वोटर्स के लिए 268 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 227264 वोटर्स में से 183171 ने अपने मत डाले। इस बार 80.25 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2023 में 81.17 फीसदी मतदान हुआ था। मतदान दल के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई है। संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात रहे।

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कई मतदान केन्द्रों पर शिकायतें

सभी मतदान केन्द्रों पर प्रशासन ने मतदान और मतदाताओं के लिए उचित इंतजाम किए हैं, लेकिन कुछ केन्द्रों पर मतदाताओं की शिकायतें सामने आई हैं। गढ़ परिसर में एक बूथ पर दिव्यांग विकास मतदान के लिए पहुंचा था, जहां पर ट्राई साइकिल की व्यवस्था नहीं थी। एकाध केन्द्रों में पर्याप्त रोशनी नहीं होने की शिकायतें रही। साथ ही मशीन बंद होने से कुछ देर वोटिंग भी प्रभावित रही।

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फिर त्रिकोणीय मुकाबला

अंता उपचुनाव में इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। इससे पहले 2008 में भी ऐसा ही मुकाबला देखने को मिला था। तब भाजपा ने कद्दावर नेता रहे रघुवीर सिंह कौशल को चुनावी मैदान में उतारा था। कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया को ही टिकट दिया था। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाजपा के बागी मोहन बोरदा मैदान में उतरे थे। तब भाया ने कौशल को हराया था। अब फिर त्रिकोणीय मुकाबला है। देखना है भाग्य किसका साथ देगा।

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