चातुर्मास में कौन जैन मुनि आज से कहां विराजमान हैं, जानिए प्रमुख संतों का कार्यक्रम

जैन मुनियों का चातुर्मास 9 जुलाई से शुरू हो गया है, जिसमें वे चार महीने तक एक ही स्थान पर तप, साधना और अहिंसा का पालन करेंगे। ज्यादातर मुनि राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ चातुर्मास कर रहे हैं।

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Gyan Chand Patni
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जैन संतों के चार्तुमास (Chaturmas)कार्यक्रम की प्रक्रिया बुधवार नौ जुलाई से शुरू हो गई। यानी आज से चार महीने तक जैन मुनि एक ही स्थान पर रहकर तप और साधना करेंगे। उनका बरसात के इन चार महीनों में विहार पूरी तरह बंद रहेगा। आम बोलचाल में चातुर्मास को वर्षायोग या चौमासा भी कहा जाता है। हिंदू और बौद्ध धर्म के साथ जैन धर्म में भी इसका विशेष महत्व है। जैन साधना पर खास जोर देते हैं।

 ज्यादातर मुनि राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चातुर्मास कर रहे हैं।  

धर्म-ज्योतिष

चार माह की अवधि विशेष 

यह चार महीने की अवधि होती है, जो आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी से प्रारंभ होकर कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तक होती है। इस दौरान जैन धर्म के अनुयायी विशेष रूप से संयमित जीवन जीते हैं। यह समय पूजा, तप, व्रत, और साधना का होता है।

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 आध्यात्मिक उन्नति का अवसर  

 जैन धर्म के अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक उन्नति का अवसर है। इस दौरान, जैन साधु और साध्वी मंदिरों या आश्रमों में रुकते हैं, ताकि वे अहिंसा का पालन कर सकें। वर्षा ऋतु में छोटी-छोटी जीवों की सुरक्षा के लिए यह समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। वर्षा के दौरान कई सूक्ष्म जीव सक्रिय हो जाते हैं। अगर साधु यात्रा करते हैं तो यह जीवों के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

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क्या है उद्देश्य

अहिंसा का पालन: जैन धर्म में अहिंसा (Non-Violence) का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस समय के दौरान, जैन साधु एक ही स्थान पर रुककर हिंसा से बचते है। जैन संत धर्म—ध्यान करते हैं।

 

 

 प्रमुख दिगंबर जैन संतों के वर्ष 2025 के चातुर्मास कार्यक्रम का सारांश निम्नलिखित टेबल में प्रस्तुत है:

संत का नाम चातुर्मास स्थान
आचार्य श्री समय सागर जी जबलपुर
आचार्य श्री वसुनंदी जी अहिच्छत्र क्षेत्र आंवला—बरेली
आचार्य श्री संभव सागर जी महाराज सम्मेद शिखरजी
आचार्य श्री आनंद सागर जी महाराज वसंतकुंज दिल्ली
आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज अहमदाबाद
आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज टोंक
आचार्य श्री कुंथुसागर जी महाराज कुंथुगिरी (महाराष्ट्र)
आचार्य श्री देवनंदी महाराज जी ससंघ नमोकार तीर्थ नासिक
आचार्य श्री श्रुत सागर जी महाराज ससंघ पश्चिम दिल्ली
आचार्य श्री सिद्धांत सागर जी महाराज बेलाजी
पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज वीरागोदय तीर्थ पथरिया
आचार्य श्री विशद सागर जी महाराज ससंघ सुदामा नगर, इंदौर
आचार्य श्री विमर्श सागर जी महाराज जैन बाग सहारनपुर
आचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज ससंघ विजय नगर इंदौर
आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महाराज उदयपुर
आचार्य श्री पुष्पदंत सागर जी महाराज पुष्पगिरी देवास
आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज तरुण धाम मुरादनगर
आचार्य श्री अरुण सागर जी महाराज फरीदाबाद
आचार्य श्री सौरभ सागर जी महाराज देहरादून
आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज उदयपुर
आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज कोलकाता
आचार्य श्री तन्मय सागर जी महाराज सम्मेद शिखरजी
आचार्य श्री गुणधरनंदी जी महाराज नवग्रह तीर्थ बरूर कर्नाटक
आचार्य श्री भरत भूषण सागर जी महाराज मुजफ्फरनगर यूपी
आचार्य श्री विवेक सागर जी महाराज ससंघ सम्मेद शिखरजी
आचार्य श्री वैराग्यनंदी सागर जी महाराज सम्मेद शिखरजी

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