/sootr/media/media_files/2025/07/09/jain-sant-2025-07-09-16-37-03.jpg)
जैन संतों के चार्तुमास (Chaturmas)कार्यक्रम की प्रक्रिया बुधवार नौ जुलाई से शुरू हो गई। यानी आज से चार महीने तक जैन मुनि एक ही स्थान पर रहकर तप और साधना करेंगे। उनका बरसात के इन चार महीनों में विहार पूरी तरह बंद रहेगा। आम बोलचाल में चातुर्मास को वर्षायोग या चौमासा भी कहा जाता है। हिंदू और बौद्ध धर्म के साथ जैन धर्म में भी इसका विशेष महत्व है। जैन साधना पर खास जोर देते हैं।
ज्यादातर मुनि राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चातुर्मास कर रहे हैं।
धर्म-ज्योतिष
चार माह की अवधि विशेष
यह चार महीने की अवधि होती है, जो आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी से प्रारंभ होकर कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तक होती है। इस दौरान जैन धर्म के अनुयायी विशेष रूप से संयमित जीवन जीते हैं। यह समय पूजा, तप, व्रत, और साधना का होता है।
आध्यात्मिक उन्नति का अवसर
जैन धर्म के अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक उन्नति का अवसर है। इस दौरान, जैन साधु और साध्वी मंदिरों या आश्रमों में रुकते हैं, ताकि वे अहिंसा का पालन कर सकें। वर्षा ऋतु में छोटी-छोटी जीवों की सुरक्षा के लिए यह समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। वर्षा के दौरान कई सूक्ष्म जीव सक्रिय हो जाते हैं। अगर साधु यात्रा करते हैं तो यह जीवों के लिए खतरे का कारण बन सकता है।
महाराष्ट्र में भाषा विवाद: चिंता में 70 लाख प्रवासी राजस्थानी, जानिए ये कैसे बने विकास की धुरी
चातुर्मास में भगवान विष्णु क्यों करते हैं पाताल लोक में निवास, कौन संभालता है सृष्टि का संचालन
चातुर्मास के बाद कब शुरू होंगे विवाह के शुभ मुहूर्त, जानें पूरी जानकारी
क्या है उद्देश्य
अहिंसा का पालन: जैन धर्म में अहिंसा (Non-Violence) का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस समय के दौरान, जैन साधु एक ही स्थान पर रुककर हिंसा से बचते है। जैन संत धर्म—ध्यान करते हैं।
प्रमुख दिगंबर जैन संतों के वर्ष 2025 के चातुर्मास कार्यक्रम का सारांश निम्नलिखित टेबल में प्रस्तुत है:
संत का नाम | चातुर्मास स्थान |
---|---|
आचार्य श्री समय सागर जी | जबलपुर |
आचार्य श्री वसुनंदी जी | अहिच्छत्र क्षेत्र आंवला—बरेली |
आचार्य श्री संभव सागर जी महाराज | सम्मेद शिखरजी |
आचार्य श्री आनंद सागर जी महाराज | वसंतकुंज दिल्ली |
आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज | अहमदाबाद |
आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज | टोंक |
आचार्य श्री कुंथुसागर जी महाराज | कुंथुगिरी (महाराष्ट्र) |
आचार्य श्री देवनंदी महाराज जी ससंघ | नमोकार तीर्थ नासिक |
आचार्य श्री श्रुत सागर जी महाराज ससंघ | पश्चिम दिल्ली |
आचार्य श्री सिद्धांत सागर जी महाराज | बेलाजी |
पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज | वीरागोदय तीर्थ पथरिया |
आचार्य श्री विशद सागर जी महाराज ससंघ | सुदामा नगर, इंदौर |
आचार्य श्री विमर्श सागर जी महाराज | जैन बाग सहारनपुर |
आचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज ससंघ | विजय नगर इंदौर |
आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महाराज | उदयपुर |
आचार्य श्री पुष्पदंत सागर जी महाराज | पुष्पगिरी देवास |
आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज | तरुण धाम मुरादनगर |
आचार्य श्री अरुण सागर जी महाराज | फरीदाबाद |
आचार्य श्री सौरभ सागर जी महाराज | देहरादून |
आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज | उदयपुर |
आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज | कोलकाता |
आचार्य श्री तन्मय सागर जी महाराज | सम्मेद शिखरजी |
आचार्य श्री गुणधरनंदी जी महाराज | नवग्रह तीर्थ बरूर कर्नाटक |
आचार्य श्री भरत भूषण सागर जी महाराज | मुजफ्फरनगर यूपी |
आचार्य श्री विवेक सागर जी महाराज ससंघ | सम्मेद शिखरजी |
आचार्य श्री वैराग्यनंदी सागर जी महाराज | सम्मेद शिखरजी |
:
-
साध्वियों का स्थान:
-
गणनी आर्यिका ज्ञानमती माताजी — रायगंज, अयोध्या
-
आर्यिका विशुद्धमति माताजी एवं बिज्ञाश्री माताजी — सवाई माधोपुर
-
आर्यिका विशिष्ट श्री माताजी — प्रतापगढ़, राजस्थान
-
आर्यिका आर्षमति माताजी — बड़ौत, यूपी
-
आर्यिका शुभमति माताजी — सम्मेद शिखरजी
-
-
आचार्यश्री विद्यासागर के शिष्यों के स्थान:
-
निर्यापक श्रमण मुनिश्री योगसागर जी महाराज — गुना
-
मुनिश्री सरलसागर जी महाराज — भोरासा, कुरवाई
-
मुनिश्री प्रबुद्धसागर जी महाराज — गोटेगांव
-
मुनिश्री पूज्यसागर जी महाराज — सम्मेद शिखरजी
-
मुनिश्री कुंथूसागर जी महाराज — पुणे
-
मुनिश्री आगमसागरजी महाराज — जगदलपुर
-
-
अन्य मुनि :
-
उपाध्याय श्री बिहसंत सागर जी महाराज — भिण्ड (म.प्र.)
-
उपाध्याय विभंजन सागर जी महाराज — धार (म.प्र.)
-
मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज — कीर्ति नगर, जयपुर
-
मुनि श्री आस्तिक्य सागर जी महाराज — जलगांव (महाराष्ट्र)
-
-
आचार्य श्री पुलक सागर जी महाराज का उदयपुर
-
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢
🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
धर्म-ज्योतिष