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Photograph: (the sootr)
Churu. राजस्थान के चूरू जिले में एक अनोखा और फिल्मी मामला सामने आया है, जो इस वक्त लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां एक डॉक्टर बेटे ने अपनी मां की इच्छा को सम्मान के साथ पूरा किया और दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ससुराल लेकर पहुंचा। इस अनोखी घटना को देखने के लिए पूरे गांव में भीड़ जुट गई।
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ढाणी चाहर वाली गांव का मामला
यह घटना चूरू जिले की सिद्धमुख तहसील के ढाणी चाहर वाली गांव की है। जहां डॉक्टर दूल्हा राजन चाहर अपनी मां मोहिनी देवी का सपना पूरा करने के लिए अपनी दुल्हन को हरियाणा के हिसार से हेलीकॉप्टर में लेकर गांव पहुंचा। इस विशेष पल को देखने के लिए गांव के लोग उत्साहित हो गए। मुंह दिखाई की रस्म के बाद दूल्हा-दुल्हन हेलीकॉप्टर से हिसार लौट गए।
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मां का सपना था, दुल्हन हेलीकॉप्टर से आए
डॉ. राजन चाहर की मां मोहिनी देवी का सपना था कि उनकी बहू पहली बार हेलीकॉप्टर से ससुराल आए। बेटे ने इस ख्वाहिश को पूरा किया और हेलीकॉप्टर बुक करवा कर अपनी मां का सपना साकार किया। इसके लिए प्रशासन से विशेष अनुमति ली गई और पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। जब हेलीकॉप्टर गांव के ऊपर मंडराया, तो लोगों में उत्सुकता की लहर दौड़ गई।
दूल्हा-दुल्हन दोनों डॉक्टर
इस अनोखी शादी में दूल्हा और दुल्हन दोनों ही डॉक्टर हैं। दूल्हा डॉ. राजन चाहर, जो कि एक रेडियोलॉजिस्ट हैं और वर्तमान में उदयपुर में प्रैक्टिस कर रहे हैं। दुल्हन डॉ. तनिष्का जयपुर में गायनी विभाग में एमडी हैं। इन दोनों की शादी 4 दिसंबर को हिसार के छानी बड़ी गांव में हुई। मुंह दिखाई 5 दिसंबर को चूरू के ढाणी चाहर गांव में आयोजित की गई।
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आधे घंटे में 70 किमी का सफर
डॉ. राजन ने बताया कि उनका गांव हिसार से करीब 70 किमी दूर है, जिसे हेलीकॉप्टर ने महज 30 मिनट में तय किया। हेलीकॉप्टर में दूल्हा-दुल्हन के अलावा उनके माता-पिता और भाई भी सवार थे। गांव पहुंचने पर महिलाओं ने पारंपरिक लोकगीत गाकर नवदंपती का स्वागत किया। करीब 20 मिनट रुकने के बाद दोनों फिर हेलीकॉप्टर से हिसार लौट गए।
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पर्यावरण संरक्षण के लिए पहल
इस शादी में एक और खास पहल देखने को मिली। डॉ. राजन के पिता नवीन चौधरी ने भात में नकद या सामान लेने से इनकार करते हुए 51 पौधे स्वीकार किए। इस पहल के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया।
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मुख्य बिंदु
मां का सपना : डॉ. राजन ने अपनी मां का सपना पूरा किया और हेलीकॉप्टर से दुल्हन को घर लेकर पहुंचे।
दुल्हा-दुल्हन दोनों डॉक्टर : दूल्हा डॉ. राजन चाहर और दुल्हन डॉ. तनिष्का दोनों ही डॉक्टर हैं।
पर्यावरण संरक्षण : डॉ. राजन के पिता ने 51 पौधे लेकर पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया।
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