कथावाचक इंद्रेश ने शिप्रा संग जयपुर में लिए सात फेरे, वैदिक रीति-रिवाज से हुई शादी में 500 VIP शामिल

कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा की शादी राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित ताज आमेर होटल में वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुई। इस विवाह समारोह में कई हस्तियों ने भाग लिया। विवाह का मंडप तिरुपति बालाजी मंदिर की डिजाइन पर बनाया गया।

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Amit Baijnath Garg
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Jaipur. प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने शुक्रवार को हरियाणा की शिप्रा शर्मा के साथ राजस्थान की राजधानी जयपुर में सात फेरे लिए। यह विवाह समारोह तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर बनाए गए मंडप में हुआ, जिसमें वैदिक रीति-रिवाजों का पालन किया गया।

शादी की रस्में लगभग तीन घंटे तक चलीं, जिसमें कई धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल थीं। इस भव्य शादी में कई साधु-संत और मशहूर हस्तियां भी उपस्थित थीं।

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विशेष मंडप और विवाह की धार्मिक रस्में

विवाह का मंडप तिरुपति बालाजी मंदिर की डिजाइन पर आधारित था। इस मंडप में विभिन्न चौकियों पर इष्ट देवताओं की मूर्तियां विराजमान थीं और हवन की भी व्यवस्था की गई थी। विवाह की मुख्य रस्मों में इंद्रेश और शिप्रा ने साथ में सात फेरे लिए, जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने उनका मार्गदर्शन किया।

शादी में शामिल हुए प्रमुख लोग और रस्में

शादी में कई प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जिनमें कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री, कवि कुमार विश्वास और बॉलीवुड सिंगर बी प्राक शामिल थे। इस समारोह की शुरुआत जयपुर एयरपोर्ट से हुई, जहां कुमार विश्वास और धीरेंद्र शास्त्री ने दूल्हा-दुल्हन को शुभकामनाएं दीं। इसके बाद ताज आमेर होटल में आयोजित विवाह समारोह में 101 पंडितों ने शादी की रस्में पूरी कीं, जिसमें हवन और मंत्रोच्चारण भी किया गया।

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मेहंदी और संगीत समारोह

विवाह के पहले गुरुवार को मेहंदी और संगीत समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें इंद्रेश और शिप्रा ने मेहंदी लगाई। यह एक खास पल था, जिसमें दूल्हा-दुल्हन के परिवार ने मिलकर जमकर डांस किया। शाम को संगीत समारोह में बॉलीवुड सिंगर प्राक ने भी प्रस्तुति दी। परिवार के सदस्य डांस करते हुए इस मौके को खास बना रहे थे।

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उपस्थित विशिष्ट अतिथियों की सूची

  • धीरेंद्र शास्त्री (कथावाचक)
  • कुमार विश्वास (कवि)
  • बी प्राक (बॉलीवुड सिंगर)
  • देवी चित्रलेखा (कथावाचक)
  • भागवत प्रभु (धार्मिक गुरु)
  • राजनीतिक नेता और वीआईपी अतिथि
  • 500 वीआईपी अतिथियों की उपस्थिति

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पारंपरिक भारतीय संस्कृति की झलक

इस विवाह समारोह में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की पूरी झलक देखने को मिली। मंडप में बैठकर इंद्रेश और शिप्रा ने एक-दूसरे के साथ सात फेरे लिए, जो वैदिक शास्त्रों के अनुसार किए गए। इस दौरान विभिन्न धार्मिक आयोजन जैसे हवन, पूजा और मंत्रोच्चारण ने शादी को और भी खास बना दिया।

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शादी की मुख्य बातें

विवाह स्थान : ताज आमेर होटल, जयपुर
मुख्य रस्में : सात फेरे, हवन, मंत्रोच्चारण
विवाह मंडप डिजाइन : तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर
विशिष्ट अतिथि : धीरेंद्र शास्त्री, कुमार विश्वास, बी प्राक
शादी में शामिल हुए : 500 वीआईपी अतिथि

धीरेंद्र शास्त्री ने मार्गदर्शन किया

विवाह के मंडप में इष्ट देवताओं की मूर्तियां विराजमान थीं और हवन की भी व्यवस्था की गई थी। विवाह की रस्मों में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मार्गदर्शन किया। कवि कुमार विश्वास समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए। सभी मेहमानों ने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया और उनके सुखी जीवन की कामना की। इस शादी समारोह में फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा भी मौजूद थे।

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भव्य भोज और आशीर्वाद समारोह

फेरों के बाद शाम 6 बजे से आशीर्वाद समारोह और प्रीतिभोज का आयोजन किया गया। इस समारोह में ब्रज और राजस्थान के पारंपरिक व्यंजन मेहमानों के लिए तैयार किए गए थे। मेन्यू में रबड़ी, लस्सी, मेवा बाटी, जलेबी और आलू टिक्की जैसे स्वादिष्ट व्यंजन शामिल थे। कवि कुमार विश्वास ने मीडिया के साथ बातचीत में मजाकिया लहजे में कहा कि शादी के मामले में अब अगला नंबर बागेश्वर धाम सरकार का है।

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विवाह स्थल की विशेष सजावट

विवाह स्थल को ब्रज शैली में सजाया गया था, जिसमें श्रीकृष्ण भगवान की रासलीला से जुड़े कटआउट्स लगाए गए थे। मंडप स्थल को वृंदावन नाम दिया गया था, जो विवाह स्थल की सुंदरता और धार्मिक महत्व को दर्शाता था। अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।

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