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Photograph: (TheSootr)
Jaipur . राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) 2023 में टॉप करने वाले कुशल चौधरीने साबित कर दिया कि यदि इरादा मजबूत हो और मेहनत के साथ संघर्ष किया जाए तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। अजमेर जिले के डूंगरिया कलां गांव के निवासी कुशल चौधरी का परिवार एक साधारण किसान परिवार है। उनके पिता प्रभुराम चौधरी (60) एक किसान हैं और उन्होंने अपने बेटे की शिक्षा में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कुशल चौधरी का कहना है कि बचपन में जब वह पढ़ाई में उतने अच्छे नहीं थे, तो उनके पिता ने खुद उन्हें पढ़ाया। इस दौरान, उनके पिता ने उन्हें प्रोत्साहित किया और शिक्षा के महत्व को बताया। कुशल की शिक्षा की शुरुआत गांव के स्कूल से हुई थी, लेकिन कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने कुचामन के नोबल स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने महाराजा कॉलेज जयपुर से ग्रेजुएशन पूरा किया।
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पहली नौकरी और आरएएस की तैयारी की शुरुआत
कुशल चौधरी ने 2018 में लैब असिस्टेंट के पद पर काम करना शुरू किया। नौकरी मिलने के बाद ही उन्होंने आरएएस की परीक्षा की तैयारी शुरू की। इस समय उनके फिजिक्स टीचर भी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे और उन्होंने कुशल को प्रोत्साहित किया। साथ ही, उन्होंने अपनी तैयारी के नोट्स भी कुशल को दिए, जिससे कुशल को कोचिंग के बिना ही तैयारी करने का मार्गदर्शन मिला।
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पहली बार में असफलता, लेकिन हार नहीं मानी
कुशल ने अपनी पहली कोशिश में आरएएस परीक्षा दी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और उनकी रैंक 1038 रही। इस असफलता के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए तैयारी को छोड़ दिया और खुद को मानसिक तनाव में महसूस किया। लेकिन फिर परिवार के सहयोग और प्रेरणा से उन्होंने एक बार फिर से तैयारी शुरू की। 15 अक्टूबर 2025 को आए RAS परिणाम में उन्होंने पहली रैंक हासिल की।
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आरएएस परीक्षा 2023 में टॉप रैंक पर आए कुशल चौधरी कहते हैं, "जिस भी विभाग में मुझे सेवा का अवसर मिलेगा, मैं पूरी ईमानदारी और समर्पण से अपनी ड्यूटी निभाऊंगा।" उनका मानना है कि सरकारी सेवा का उद्देश्य सिर्फ खुद के लिए नहीं बल्कि समाज की सेवा करना है। उनका यह दृष्टिकोण उनकी सफलता के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण था।
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संघर्ष की राह: परिवार और समाज का दबाव
कुशल चौधरी की यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए। समाज और परिवार का दबाव भी काफी था। उनके परिवार में पांच बहनें हैं, और परिवार चाहता था कि उनकी शादी भी जल्द हो जाए। लेकिन कुशल ने परिवार से कुछ और समय मांगा, ताकि वह अपना सपना पूरा कर सकें। कुशल का कहना था कि इस सात साल की यात्रा में उन्होंने कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन कभी भी अपने लक्ष्य से भटके नहीं।
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आरएएस 2023 में हासिल की पहली रैंक
कुशल चौधरी की मेहनत रंग लाई और आरएएस परीक्षा-2023 में उन्होंने राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में पहले स्थान पर अपनी जगह बनाई। यह सफलता उनके लिए एक सपना सच होने जैसी थी। दिलचस्प बात यह रही कि जब आरएएस परीक्षा 2023 परिणाम घोषित हुए, तब कुशल कहीं बाहर घूम रहे थे। उन्होंने एक दोस्त से कहा था कि वह रिजल्ट चेक करें, क्योंकि पिछली बार जब उन्होंने खुद रिजल्ट चेक किया था, तो सफलता नहीं मिली थी।
जब उनके दोस्त ने फोन किया और बताया कि कुशल की फर्स्ट रैंक आई है, तो पहले तो कुशल को यकीन ही नहीं हुआ। उन्होंने अपनी एडमिट कार्ड निकालकर रोल नंबर से चेक किया और फिर यकीन हुआ।
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कांस्टेबल बहन के घर की पढ़ाई
आरएएस परीक्षा टॉपर कुशल चौधरी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, विशेष रूप से अपनी बहनों और जीजा को दिया। उन्होंने बताया कि उनकी तैयारी का मुख्य केंद्र उनकी कॉन्स्टेबल बहन के ससुराल में था। वहां उन्होंने पूरी मेहनत से पढ़ाई की और उस समय परिवार का पूरा समर्थन उन्हें मिला।
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