/sootr/media/media_files/2025/10/15/rajasthan-bikaner-pm-awas-yojana-tagging-scandal-ldc-meena-jain-2025-10-15-12-19-47.jpg)
Photograph: (TheSootr)
Bikaner . राजस्थान के बीकानेर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत जियो टैगिंग करने वाले एक सरकारी कर्मचारी के द्वारा ग्रामीणों से पैसे की मांग करने का मामला सामने आया है। यह घटना तब सामने आई, जब महिला कर्मचारी मीना जैन ने एक ग्रामीण से टैगिंग के लिए "खर्चा-पानी" के नाम पर 2 हजार रुपए मांगे। जब ग्रामीण ने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो राशि को घटाकर 1 हजार रुपए कर दिया गया। घूसखोर कर्मचारी मीना जैन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद घूसखोर महिला कार्मिक को सस्पेंड कर दिया गया है।
यह खबर भी देखें...
भारत में नहीं बिकेगा जीएम फूड, राजस्थान हाईकोर्ट ने दिखाया सख्त रुख, नियम बनाने का निर्देश
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/15/rajasthan-bikaner-pm-awas-yojana-tagging-scandal-ldc-meena-jain-2025-10-15-12-32-30.jpg)
बीकानेर में घूसखोरी का मामला क्या है?
बीकानेर जिले की ग्राम पंचायत कल्याणसर अगुणा में कार्यरत एलडीसी (लोअर डिवीजन क्लर्क) मीना जैन को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जियो टैगिंग का कार्य सौंपा गया था। जियो टैगिंग की प्रक्रिया के दौरान, जो कि आवास योजना के तहत घरों की निर्माण प्रक्रिया को ऑनलाइन ट्रैक करने के लिए की जाती है, मीना जैन ने एक ग्रामीण से 2 हजार रुपए की मांग की। उसने यह पैसा "खर्चा-पानी" के रूप में मांगा था, क्योंकि उसका कहना था कि वह दूर से आई है और इस काम के लिए उसे खर्चे की जरूरत है।
यह खबर भी देखें...
राजस्थान में लोगों की जान से हो रहा खिलवाड़! बाजार में हर साल बिक रहीं 600 करोड़ की नकली दवाएं
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/15/rajasthan-bikaner-pm-awas-yojana-tagging-scandal-ldc-meena-jain-2025-10-15-12-33-43.jpg)
घूस के लिए मनुहार करती दिखी महिला कर्मचारी
बीकानेर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ग्रामीण ने पहले तो इस राशि को देने में असमर्थता जताई, फिर मीना जैन ने राशि को घटाकर 1 हजार रुपए कर दिया। ग्रामीण ने कहा कि वह अभी किसी काम में व्यस्त नहीं है और दीवाली के बाद पैसे दे देगा। इस पर महिला कर्मचारी का चेहरा उदास हो गया और उसने ग्रामीण से पैसे मांगने की प्रक्रिया को जारी रखा। इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें मीना जैन ग्रामीणों से पैसे मांगती हुई नजर आ रही हैं। वीडियो के सामने आने के बाद बीकानेर जिला परिषद ने तुरंत कार्रवाई की और मीना जैन को निलंबित कर दिया।
यह खबर भी देखें...
जैसलमेर बस हादसा : डीएनए से होगी मृतकों की पहचान, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, दी सहायता
घूसखोर महिला एलडीसी को किया निलंबित
बीकानेर घूसकांड का वीडियो वायरल होने के बाद, बीकानेर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, IAS सोहनलाल ने मामले को गंभीर मानते हुए मीना जैन को निलंबित कर दिया। निलंबन की अवधि के दौरान, मीना जैन को बीकानेर जिला परिषद मुख्यालय में रहने और वेतन के स्थान पर निर्वाह भत्ता मिलने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, जैन के खिलाफ विस्तृत जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। जिला परिषद के अधिकारियों ने विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि मीना जैन के सेवा रिकॉर्ड में इस निलंबन को अंकित किया जाए, ताकि भविष्य में जियो टैगिंग के बदले रिश्वत के मामलों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
यह खबर भी देखें...
राजस्थान मौसम अपडेट : मौसम बदल रहा रंग, रात में तापमान 15 डिग्री से नीचे, दिन में चुभ रही धूप
प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गरीबों को सस्ते आवास मुहैया कराना है। इसके तहत, सरकार ने जियो टैगिंग की व्यवस्था की है ताकि योजना के तहत दिए गए घरों का वास्तविक स्थिति में निर्माण हो रहा है या नहीं, यह सुनिश्चित किया जा सके। जियो टैगिंग के माध्यम से, मोबाइल फोन और इंटरनेट की मदद से घरों का रिकार्ड ऑनलाइन रखा जाता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी एक स्थान पर दो बार भुगतान नहीं किया जा सकता और न ही किसी अन्य व्यक्ति के घर को अपना बताकर राशि उठाई जा सकती है।
यह खबर भी देखें...
नरेश मीणा ने अंता उपचुनाव में भरा निर्दलीय नामांकन, पूर्व मंत्री भाया पर साधा निशाना
जियो टैगिंग का महत्व क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना में जियो टैगिंग की प्रक्रिया को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य योजना में पारदर्शिता लाना और भ्रष्टाचार को रोकना है। यह तकनीकी उपाय यह सुनिश्चित करता है कि जिस स्थान पर घरों का निर्माण हो रहा है, वहां से ही भुगतान किया जाए और किसी अन्य स्थान पर भुगतान नहीं किया जा सके। यह प्रक्रिया ऑनलाइन रिकार्डिंग की मदद से मानी जाती है और इसे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह खबर भी देखें...
राजस्थान में अगले महीने से लगेगा बिजली बिल का झटका, डाला शुल्क और सरचार्ज का बोझ