/sootr/media/media_files/2025/11/20/leopard-2025-11-20-17-30-54.jpg)
Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान के जयपुर के आसपास के जंगलों से लेपर्ड आबादी में आने लगे हैं। शहर के बीच अति पॉश इलाके सिविल लाइंस में मंत्रियों के बंगले तक लेपर्ड की पहुंच हो गई। मंत्री बंगले के पास लेपर्ड की सूचना से वन विभाग तो हरकत में आया, वहीं शहरवासी भी अचंभित हैं कि जंगल से 10 से 15 किलोमीटर तक लेपर्ड कैसे आ रहे हैं। कहीं शहर के लिए तो खतरा नहीं है।
स्थापना दिवस आज : 298 साल का हुआ जयपुर, तब आबादी दो लाख थी, आज 45 लाख हो गई
बेहोश कर पिंजरे में डाला
गुरुवार सुबह जयपुर के वीवीआईपी इलाके में लेपर्ड के मूवमेंट से हलचल बढ़ गई है। पुलिस प्रशासन से लेकर वन विभाग तक में गहमागहमी देखने को मिली। इस दौरान सिविल लाइंस की सड़कों से लेकर बड़े बंगलों की दीवारों को लांघते हुए लेपर्ड मूवमेंट करता रहा।
पुलिस प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों को इसे रेस्क्यू करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। चार घंटे तक लगातार लेपर्ड को ट्रैक करने के बाद ट्रेंकुलाइज गन की मदद से उसे बेहोश किया और फिर पिंजरे में डालकर ले गए।
जयपुर की एनआईए कोर्ट में चार्जशीट पेश, तस्कर ने पाकिस्तान से ड्रोन से मंगवाए हथियार-मादक पदार्थ
सीसीटीवी में दर्ज हुआ मूवमेंट
गुरुवार सुबह करीब 8 बजे के बाद सिविल लाइंस इलाके में लेपर्ड दाखिल होने और अलग-अलग घरों के सीसीटीवी में इसे देखे जाने की सूचना मिली थी। स्थानीय निवासी आरएस तंवर ने भी लेपर्ड के लगातार एक घर से दूसरे घर के बीच जाने की सूचना दी थी।
जयपुर, जोधपुर व कोटा नगर निगम से मेयर और पार्षदों की छुट्टी, संभागीय आयुक्त के हाथ में कमान
मंत्री के घर में पैरों के निशान
इसके बाद जब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो मंत्री सुरेश रावत के घर में लेपर्ड के पगमार्क मिले। वन विभाग की टीम ने सिविल लाइंस इलाके में मिल रही सूचना के आधार पर ट्रैकिंग शुरू की। एक घर के आहते में छिपे होने पर डॉक्टर अरविंद माथुर की टीम ने लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर लिया।
घर में घुसे लेपर्ड को मार दिया था
गौरतलब है कि दो दिन पहले एक लेपर्ड आमेर की घनी आबादी में आ गया था, जहां वह एक घर में घुस गया। लोगों ने उसे पकड़कर लाठियों से मारा-पीटा और फिर पहाड़ियों के पास फेंक दिया। वन विभाग उसे हॉस्पिटल लाई, लेकिन सिर और पसलियों में चोट आने से उसकी मौत हो गई।
जयपुर में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुआ बुजुर्ग, सीबीआई अफसर बन 37.52 लाख की ठगी
बढ़ रही लेपर्ड की मूवमेंट
जयपुर शहर में लेपर्ड के आबादी वाले इलाकों में आने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कुछ दिनों पहले दुर्गापुरा में पूर्व सांसद रामचरण बोहरा के घर के नजदीक लेपर्ड देखा गया था। 21 अगस्त को भी गोपालपुरा मोड़ के पास लेपर्ड देखा गया था। बीते कुछ महीनों में दुर्गापुरा, जयसिंहपुरा, जगतपुरा, खो-नागोरियान, विद्याधर नगर जैसे कई क्षेत्रों में लेपर्ड की मौजूदगी दर्ज हो चुकी है।
घरेलू विवाद में वकील पत्नी से परेशान पति को राहत, केस जयपुर ट्रांसफर, पत्नी नहीं होने दे रही थी पेश
तुरंत टीम भेजी, लेपर्ड को किया काबू
वन विभाग के अनुसार, जंगलों में भोजन की कमी और आवास क्षेत्र का फैलाव जयपुर में लेपर्ड की घटनाओं का प्रमुख कारण है। वहीं चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन शिखा मेहरा का कहना है कि सिविल लाइंस में लेपर्ड की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया है।
इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई है। वह खुद मौके पर रहीं और इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी की। भविष्य में लेपर्ड दिखने पर तत्काल वन विभाग को सूचना दी जाए।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us