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डूंगरपुर पुलिस हिरासत में मौत : थानेदार सहित 5 पुलिसकर्मी निलंबित, ग्रामीणों का धरना जारी
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक युवक की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। घटना के बाद से ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। दोवड़ा थाना क्षेत्र में युवक की मौत को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोवड़ा थानाध्यक्ष तेजकरण और अन्य चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित पुलिसकर्मियों में उप निरीक्षक वल्लभराम, हेडकांस्टेबल सुरेश कुमार, कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह और माधव सिंह शामिल हैं। इन सभी को मुख्यालय रिजर्व पुलिस लाइन डूंगरपुर में स्थानांतरित कर दिया गया है। ग्रामीणों की मुख्य मांगों में से एक पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाना है। हालांकि, इन दोनों मांगों पर प्रशासन के साथ अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। धरने के दौरान, परिजनों और ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया कि पुलिस ने दिलीप के साथ कस्टडी में मारपीट की थी। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान के पशु चिकित्सा कॉलेज में फैली जूनोसिस बीमारी : जानिए क्या है मामला
राजस्थान में उदयपुर जिले के वल्लभनगर स्थित नवानिया पशु चिकित्सा कॉलेज में जूनोसिस बीमारी का प्रसार होने की खबर ने छात्रों और स्टाफ की चिंता बढ़ा दी है। जुलाई के महीने में कॉलेज में एक वर्कशॉप आयोजित की गई थी, जिसमें 94 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इन सैंपलों की जांच के बाद 31 लोग ब्रुसेलोसिस और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी जूनोसिस बीमारियों से संक्रमित पाए गए। ये दोनों बीमारियां जूनो​सिस श्रेणी में आती हैं। यानी पशुओं से इंसानों में फैलती है। इन संक्रमित व्यक्तियों में एक डॉक्टर, दो पशुधन सहायक (LSA) और 28 छात्र शामिल हैं। जांच रिपोर्ट जयपुर के एसएमएस अस्पताल में की गई थी। यह जांच रिपोर्ट 25 जुलाई को आ चुकी थी, लेकिन इसे कॉलेज प्रशासन ने छात्रों और स्टाफ के साथ साझा नहीं किया। एक सप्ताह पहले ही, छात्रों को इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी मिली है। रिपोर्ट में 21 सैंपल में ब्रुसेलोसिस और 10 सैंपल में लेप्टोस्पाइरोसिस के लक्षण पाए गए थे। हालांकि, इन 31 संक्रमित व्यक्तिय अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। कई छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, क्योंकि उन्हें समय पर इस बारे में सूचित नहीं किया गया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में एम्स जोधपुर के डॉक्टरों ने जोड़ दिए युवक के हाथ : 10 घंटे चला ऑपरेशन, एनएसजी कमांडो ने काट दिए थे हाथ
राजस्थान के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, जोधपुर में एक युवक के दोनों कटे हाथों को जोड़ने का सफल ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन 18 सितंबर को सुबह करीब 4:15 बजे शुरू हुआ, जब घायल हरलाल को एम्स ट्रॉमा सेंटर में लाया गया। एम्स जोधपुर के बर्न्स एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष, डॉक्टर प्रकाश काला की टीम ने यह ऑपरेशन पूरा किया। ऑपरेशन में कुल 10 घंटे लगे और इसमें नसें माइक्रोस्कोप से जोड़ी गईं। इसके बाद हड्डियों, टेंडन और अन्य संरचनाओं को सही किया गया। इस ऑपरेशन की सफलता के पीछे प्रमुख कारण यह था कि मरीज को 6-7 घंटे के अंदर इलाज मिल पाया। डॉक्टरों का मानना है कि इन शुरुआती घंटों में सही इलाज से मरीज की स्थिति में सुधार जल्दी होता है।
अब हरलाल की हालत स्थिर है और डॉक्टरों का कहना है कि 3-4 सप्ताह में वह सामान्य कामकाजी जीवन में लौट सकेगा। उसके दाएं हाथ की अंगुलियों में रक्त संचार सामान्य रूप से हो रहा है और हड्डियों का जुड़ना जारी है। 17 सितंबर को बाड़मेर के सदर थाना क्षेत्र में एक शराब कारोबारी और उसके दो साथी रास्ते में NSG कमांडो चंपालाल और उसके दोस्तों के हमले का शिकार हुए। इस हमले में शराब कारोबारी की मौत हो गई और उसका साथी हरलाल गंभीर रूप से घायल हुआ। NSG कमांडो हमला अब भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। हमले में हरलाल के दोनों हाथों के पंजे कट गए थे। इन कटे हुए पंजों को जोधपुर एम्स के डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक जोड़ दिया। इस ऑपरेशन में अत्यधिक सूक्ष्म सर्जरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। डॉक्टरों ने माइक्रोस्कोप की सहायता से नसों को जोड़ने के बाद हड्डियों, टेंडन और अन्य अंगों को सही तरीके से जोड़ा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में दवा से दो बच्चों की मौत : कफ सिरप सप्लाई करने वाली कंपनी पहले भी हो चुकी है डिबार
किसी भी स्वास्थ्य योजना में जनता के हितों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन जब ये योजनाएं सही तरीके से लागू नहीं होतीं, तो इसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं। मुफ्त दवा योजना के तहत राजस्थान में सरकारी अस्पतालों से दी गई खांसी की सिरप पीने से बच्चों की मौत के मामले सामने आए हैं। सीकर और भरतपुर में एक-एक बच्चे की मौत से राज्य में हड़कंप मचा हुआ है। इस सिरप का निर्माण जयपुर की केयसंस फार्मा लिमिटेड द्वारा किया गया था। यह वही कंपनी है, जिसकी एक अन्य दवा का एक सैंपल पहले फेल हो चुका था। राजस्थान के सरकारी अस्पताल मुफ्त जांच और दवा योजना के चलते मरीजों के संबल बने थे, लेकिन खराब दवा आपूर्ति के चलते इनकी साख प्रभावित हो रही है। सरकारी लैब ने केयसंस फार्मा की खांसी की एक अन्य सिरप के सैंपल को टेस्ट किया था। रिपोर्ट में सिरप में मेंथॉल 0.5 मिलीग्राम अमानक पाया गया था। इसके चलते दवा को घटिया मानते हुए कंपनी को एक साल के लिए डिबार कर दिया गया था। हालांकि, आरएमएससीएल ने दूसरी दवाओं की सप्लाई जारी रखी, जिससे सवाल उठने लगे हैं खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
वाह री रेलवे! एक ही प्लेटफॉर्म पर खड़ी कर दीं दो वंदेभारत, गलत ट्रेनों में चढ़े यात्री
जोधपुर रेलवे स्टेशन (Jodhpur Railway Station) पर 1 अक्टूबर 2025, बुधवार को एक अप्रत्याशित घटना घटित हुई, जब प्लेटफॉर्म 5 पर दो वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेनों को खड़ा कर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि यात्रियों के बीच भ्रम और असमंजस की स्थिति पैदा हो गई, जिससे दिल्ली जाने वाले 9 यात्री गलती से साबरमती जाने वाली वंदेभारत में सवार हो गए। जब तक उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ, तब तक दिल्ली की ट्रेन पहले ही निकल चुकी थी। रेलवे प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की योजना बनाई। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में पेंशन फर्जीवाड़ा, दूसरी शादी करने के बावजूद विधवा पेंशन उठा रहीं हजारों महिलाएं
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राजस्थान (Social Justice and Empowerment Department) ने राज्य में पेंशन घोटाले का खुलासा किया है। ताजा जांच के अनुसार, 11 हजार 232 महिलाएं, जिन्होंने दूसरी शादी कर ली थी, अभी भी विधवा (Single Woman) पेंशन योजना के तहत पेंशन उठा रही थीं। इसके साथ ही, 9 हजार से ज्यादा मृतकों के खातों से पेंशन निकाली जा रही थी। यह मामला इतना गंभीर है कि राज्य में पेंशन घोटाले के चलते करीब 17 करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है और 10 हजार से ज्यादा लोगों से 16 करोड़ रुपए की रिकवरी अभी बाकी है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
आर्थिक अपराधों की राजधानी बना राजस्थान, देश में पहले स्थान पर, हत्या के मामलों में पांचवे पायदान पर
राजस्थान ने 2023 में पूरे देश में सबसे अधिक फाइनेंस फ्रॉड (Financial Fraud) के मामले दर्ज किए हैं। यह जानकारी नेशनल क्राइम रिकॉड्र्स ब्यूरो (National Crime Records Bureau, NCRB Report 2023) की ताजा रिपोर्ट से सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, पूरे देश में कुल 1 लाख 98 हजार 916 आर्थिक अपराध के मामले दर्ज किए गए, जिनमें से राजस्थान में 27,675 मामले थे। TheSootr के इस लेख में हम इस रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान में बढ़ते आर्थिक अपराधों की स्थिति का विश्लेषण करेंगे और इसके कारणों, प्रभावों तथा समाधान पर चर्चा करेंगे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
क्या सत्ता के दबाव में पूनम भाटी को बचाया जा रहा!, नकल प्रकरण प​कड़ रहा तूल, जानें क्या है पूरा मामला
Jodhpur . जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एबीवीवी की प्रांत मंत्री पूनम भाटी के नकल मामला तूल पकड़ने लगा है। एक ओर, विश्वविद्यालय प्रशासन की सफाई भी आई है। विश्वविद्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, 29 सितंबर 2025 को दो मामलों में कार्रवाई की गई। संगीत की परीक्षा में एक छात्रा के पास मोबाइल मिला। वहीं, हिन्दी की परीक्षा में एक छात्रा को बात करता हुआ पकड़ा गया। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार उसकी जांच में कोई अनुचित सामग्री नहीं पाई गई। दूसरी ओर, एक पक्ष इसे मामले को रफा-दफा करने की साजिश बताया है। बता दें, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जोधपुर प्रांत की मंत्री पूनम भाटी के खिलाफ परीक्षा में नकल करने का मामला सामने आया है। यह घटना उस समय की है जब पूनम भाटी जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में M.A हिंदी सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा दे रही थीं। सोमवार सुबह 7 से 10 बजे के बीच आयोजित इस परीक्षा में डिप्टी सुपरिटेंडेंट राजश्री राणावत ने पूनम भाटी को मोबाइल से नकल करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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