वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ : जयपुर में 50,000 लोगों का सामूहिक गायन, युवाओं-छात्रों ने भरा नया जोश

राजस्थान के जयपुर स्थित एसएमएस स्टेडियम में 50,000 लोगों ने वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर सामूहिक गायन किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ की उपस्थिति में उत्सव मनाया गया।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
vande matram

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

Jaipur. 7 नवंबर, 2025 को वंदे मातरम् के 150वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में राजस्थान में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल तक चलने वाले इस राष्ट्रीय अभियान का शुभारंभ किया। देशभर के 150 प्रमुख स्थानों पर वंदे मातरम् का सामूहिक गायन हुआ। राजस्थान में जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय कार्यक्रम हुआ, जिसमें 50,000 लोगों ने एक साथ राष्ट्रगीत गाया।

जोधपुर-जयपुर में हमने देखी रोड सेफ्टी प्रोटोकॉल की पालना, हाई कोर्ट ने सरकार से मांगा एक्शन प्लान

मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष की उपस्थिति

इस सामूहिक गायन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ थे। दोनों नेताओं ने वंदे मातरम् को केवल एक गीत नहीं, बल्कि राष्ट्र की पहचान और गौरव का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री शर्मा ने युवाओं से अपील की कि वे हमारे इतिहास को जानें और वंदे मातरम् के महत्व को समझें।

जयपुर की पूर्व मेयर मुनेश गुर्जर पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज, आय से 1.59 करोड़ रुपए अधिक मिले

वंदे मातरम : इतिहास और प्रेरणा

मुख्यमंत्री ने बताया कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह आजादी के संघर्ष का प्रतीक है। जब क्रांतिकारी फांसी के तख्ते पर चढ़ते थे, तो उनके होठों पर वंदे मातरम् होता था। यह गीत हमारे स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा था और अंग्रेजों को डराने वाला था। वंदे मातरम् आज भी भारतीयों को एक सूत्र में बांधने का काम करता है।

मौत को हरा नहीं पाया अपना राहुल, कजाकिस्तान से जयपुर लाकर इलाज कराने की कोशिश रही नाकाम

तीन महत्वपूर्ण बातें याद रखें युवा

मुख्यमंत्री ने युवाओं से तीन बातें याद रखने की अपील की:
इतिहास को जानें : वंदे मातरम् का इतिहास जानें और इसके हर शब्द का महत्व समझें।
राष्ट्र प्रेम को जीवित रखें : विदेशी संस्कृतियों से जुड़ने के बावजूद हमें अपने जड़ों से जुड़ा रहना होगा।
देशभक्ति को कर्म में बदलें : देशभक्ति केवल नारे लगाने से नहीं होती, बल्कि अपने कर्तव्यों को सही से निभाने से होती है।

राजनीतिक निरपेक्ष कार्यक्रम

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने इसे एक राजनीतिक निरपेक्ष कार्यक्रम बताया और कहा कि यह अभियान देशवासियों के बीच राष्ट्रभक्ति का जज्बा पैदा करने के लिए है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् एक आह्वान बनना चाहिए, जिसे हर भारतीय को गाना चाहिए।

जयपुर में तेज रफ्तार डंपर का कहर : 15 से अधिक वाहनों को मारी टक्कर, अब तक 14 की मौत, बढ़ सकता है आंकड़ा

सामूहिक गायन और कार्यक्रम की सफलता

जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में 50,000 लोगों ने वंदे मातरम् गाया। यह एक अभूतपूर्व आयोजन था। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के इंडियन आइडल 14 के रनर अप पीयूष पावर ने देशभक्ति गीतों पर प्रदर्शन किया। इसके अलावा, कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी उपस्थित थे।

राज्यभर में देशभक्ति का महाअभियान

राज्यभर में अन्य जिलों और संभागों में भी वंदे मातरम् के सामूहिक गायन का आयोजन हुआ। इसके साथ ही, स्कूलों और कॉलेजों में निबंध लेखन, चित्रकला प्रतियोगिताएं, एनएसएस स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविर, स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

जयपुर की नीरजा मोदी स्कूल की छत से गिरी छठी कक्षा की छात्रा, दर्दनाक मौत ने सुरक्षा पर खड़े किए सवाल

वंदे मातरम के प्रमुख बिंदु

मुख्य कार्यक्रम : जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में 50,000 लोगों द्वारा वंदे मातरम् का सामूहिक गायन।
मुख्य अतिथि : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़।
विशेष उपस्थिति : पीयूष पावर ने देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुति दी।
संगठन : कार्यक्रम में राज्यभर के स्कूल, कॉलेज और सामाजिक संस्थाएं शामिल हुईं।

राजस्थान जयपुर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एसएमएस स्टेडियम वंदे मातरम्
Advertisment