/sootr/media/media_files/2025/10/06/vasundhara-raje-political-statements-book-launch-rajasthan-2025-10-06-14-32-38.jpg)
Photograph: (TheSootr)
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाल ही में एक पुस्तक विमोचन समारोह में एक दिलचस्प बयान दिया। उन्होंने कहा, "कई लोग बाहर से पतले दिखते हैं, लेकिन उनमें अंदरूनी चर्बी है, जो सबसे ज्यादा खतरनाक है।" यह बयान डॉ. अबरीश मित्तल की पुस्तक 'द वेट लॉस रिवोल्यूशन' (The Weight Loss Revolution) के विमोचन अवसर पर दिया गया था। राजे के इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में कई चर्चाओं को जन्म दिया। कुछ लोग इसे उनके अंदर छुपे आक्रोश के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे एक सामान्य स्वास्थ्य संबंधी टिप्पणी मानते हैं। उनके शब्दों में क्या कोई गहरा राजनीतिक संदेश छुपा था? क्या यह बयान उनकी पार्टी और राजनीतिक विरोधियों के प्रति एक संकेत था? इन सवालों पर चर्चा शुरू हो गई है।
यह खबर भी देखें...
जयपुर के SMS हॉस्पीटल में लगी आग, आठ मरीजों की मौत, बनाई जांच समिति
वसुंधरा राजे के बयान के सियासी मायने
वसुंधरा राजे के बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कई लोग यह मानते हैं कि यह बयान राजनीति से जुड़ा हुआ है, खासकर राजस्थान की सियासत को लेकर। पिछले साल राजस्थान में हुए उपचुनावों के नतीजों के बाद, राजे ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें उन्होंने एक तस्वीर साझा की और लिखा था, "बादल कुछ देर तो सूरज को अदृश्य कर सकते हैं, पर सूर्य की दमक को रोकने का सामर्थ्य उनमें नहीं।" इस पोस्ट को लेकर कई राजनीतिक विश्लेषकों ने यह अनुमान लगाया था कि राजे ने बिना किसी का नाम लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है।
राजे के इस पोस्ट को लेकर यह कहा गया था कि यह बयान पार्टी के भीतर के खींचतान और उपचुनाव परिणामों पर उनकी प्रतिक्रिया थी। यही नहीं, राजे के अन्य बयान, जैसे कि महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण समारोह में दिया गया वक्तव्य भी चर्चा का विषय बन चुका है।
यह खबर भी देखें...
SMS हॉस्पिटल में आग : हादसा या हत्या! धरने पर मृतकों के परिजन, सरकार ने बनाई जांच समिति
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/06/vasundhara-raje-political-statements-book-launch-rajasthan-2025-10-06-14-43-55.jpg)
पहले भी साध चुकीं विरोधियों पर निशाना
नवंबर 2024 में महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण समारोह में वसुंधरा राजे ने एक और बयान दिया। मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा, "आजकल लोग पीठ में छुरा घोंपने में माहिर हैं। सांप को चाहे कितना ही प्रेम कर लो, वह अपने स्वभाव के अनुरूप कभी न कभी आप पर जहर उगलेगा ही।" हालांकि, यह बयान राजे ने महाराणा प्रताप के शौर्य और विश्वासघात के संदर्भ में दिया था, लेकिन इसे राजनीतिक हलकों में समकालीन नेताओं पर निशाना के रूप में देखा गया।
राजे के इस बयान ने एक बार फिर पार्टी के भीतर के समीकरणों और नेतृत्व की भूमिका पर बहस छेड़ दी। उनका यह बयान इस ओर इशारा कर रहा था कि पार्टी में विश्वासघात और धोखे की स्थिति बनी हुई है, जिससे राजे के अंदर के राजनीतिक आक्रोश का संकेत मिलता है।
यह खबर भी देखें...
पचपदरा रिफाइनरी जुड़ेगी रेल नेटवर्क से, राजस्थान के आर्थिक विकास के लिए भी होगा फायदेमंद
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/06/vasundhara-raje-political-statements-book-launch-rajasthan-2025-10-06-14-44-15.jpg)
वसुंधरा राजे का प्रभाव और राजस्थान भाजपा में नेतृत्व की स्थिति
वसुंधरा राजे का राजनीतिक कद हमेशा से बड़ा रहा है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में पार्टी के भीतर उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच खींचतान देखने को मिली है। वसुंधरा राजे का बयान, जिसमें उन्होंने 'बादल' और 'सूर्य' का उदाहरण दिया था, पार्टी के भीतर के विवादों को लेकर एक प्रतीक बन गया है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान राजे ने पार्टी के भीतर बढ़ती तनाव और नेतृत्व को लेकर अपने विचार व्यक्त करने के लिए दिया था।
वसुंधरा राजे की राजनीतिक यात्रा में एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने राजस्थान में भाजपा का चेहरा माने जाने वाले नेता के रूप में पहचान बनाई। हालांकि, पार्टी के भीतर की समीकरणों ने उनके रास्ते में कई अड़चनें खड़ी कीं। उनका यह बयान इस बात का संकेत हो सकता है कि वे अभी भी अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए सक्रिय हैं।
यह खबर भी देखें...
राजस्थान में लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़, दवाओं के 23 से अधिक बैच के सैंपल फेल
वसुंधरा राजे कौन हैं?
| |
राजे के राजनीतिक संघर्ष और भाजपा के भीतर उनके समर्थक
राजे के समर्थकों का मानना है कि उन्होंने हमेशा पार्टी के हित में काम किया है, लेकिन उन्हें पार्टी के भीतर उन शक्तियों का विरोध करना पड़ा जो उनके प्रभाव को चुनौती देती थीं। राजे ने अपनी सत्ता के दौरान कई अहम निर्णय लिए, जो राजस्थान के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को प्रभावित करते रहे। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या पार्टी उनके नेतृत्व को फिर से स्वीकार करेगी या नहीं।
यह खबर भी देखें...
विद्यार्थी विकास कोष से चमकेगा स्कूलों का चेहरा, एक से रंग-रोगन में दिखेंगे राजस्थान के सरकारी स्कूल
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/10/06/vasundhara-raje-political-statements-book-launch-rajasthan-2025-10-06-14-44-45.jpg)
वसुंधरा राजे और उनकी सियासी छवि
पूर्व CM वसुंधरा राजे की सियासी छवि हमेशा से मजबूत रही है, लेकिन उनके द्वारा दिए गए बयान और राजनीतिक पोस्टों ने उनके व्यक्तित्व और उनकी छवि को एक नया मोड़ दिया है। उनका यह कहना कि "बादल सूरज को तो कुछ समय के लिए ढक सकते हैं, लेकिन सूरज की चमक को रोकने का सामर्थ्य उनमें नहीं है" कई बार पार्टी की अंदरूनी खींचतान और नेतृत्व पर संकेत देता है। उनके बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में बहस जारी है।
यह खबर भी देखें...
राजस्थान मौसम अपडेट : आज नौ जिलों में बारिश का ऑरेंज व 20 जिलों में येलो अलर्ट