मध्य प्रदेश की बेटी IAS शीतला पटले की कहानी हर लड़की को देती है उड़ान की हिम्मत

जहां बहुत से लोग भाषा की दीवार में उलझ जाते हैं, वहीं शीतला ने उस दीवार पर सीढ़ियां बनाईं। इंग्लैंड से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे जर्मनी गईं और वहीं से डिग्री हासिल की।

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The Sootr
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Photograph: (the sootr)

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भोपाल. कभी बालाघाट जिले के किरनापुर की गलियों से निकलने वाली एक छात्रा... आज कलेक्टर हैं। यह कहानी है आईएएस शीतला पटले की, जिनकी जीवन यात्रा संघर्ष, संकल्प और सफलता की जीवंत मिसाल है।

शीतला पटले का जन्म बालाघाट जिले के किरनापुर कस्बे में हुआ। उनके पिता कृषि विभाग में एसडीओ रहे और मां शिक्षिका। बेहद अनुशासित और पढ़ाई को प्राथमिकता देने वाले परिवार से आने के कारण शीतला बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहीं। स्कूली दिनों में उनके शिक्षकों को यह अंदाजा हो गया था कि यह लड़की एक दिन बड़ी अधिकारी बनेगी।

शीतला ने 9वीं तक की पढ़ाई किरनापुर से की। इसके बाद उन्होंने ऑल इंडिया स्कॉलरशिप एग्जाम दिया और चयनित होकर इंग्लैंड चली गईं। अब जरा सोचिए, हिंदी मीडियम छात्रा को अचानक इंग्लैंड में इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई करनी पड़ी, पर शीतला ने कभी इस चुनौती को कमजोरी नहीं बनने दिया।
जहां बहुत से लोग भाषा की दीवार में उलझ जाते हैं, वहीं शीतला ने उस दीवार पर सीढ़ियां बनाईं। इंग्लैंड से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे जर्मनी गईं और वहीं से डिग्री हासिल की।

UPSC में दो बार असफल, पर हिम्मत नहीं हारी

भारत लौटकर शीतला ने ठान लिया था कि उन्हें सिविल सर्विस में जाना है। उन्होंने UPSC की परीक्षा दी, पर दो बार इंटरव्यू तक पहुंचने के बावजूद उनका चयन नहीं हुआ। एक आम इंसान के लिए यह हार हिम्मत तोड़ सकती थी, लेकिन शीतला के इरादे मजबूत थे। उन्होंने न तो अपनी पढ़ाई छोड़ी, न उम्मीद। तीसरे प्रयास में उन्होंने 2013 में देशभर में 22वीं रैंक हासिल की और बन गईं आईएएस अफसर।

नरसिंहपुर में बदल रहीं हैं हालात

बतौर कलेक्टर शीतला पटले जिले के हर कोने में पहुंचती हैं। स्कूलों, अस्पतालों, पंचायत भवनों का निरीक्षण करती हैं। मुख्यमंत्री जनकल्याण शिविरों में खुद जाती हैं, ग्रामीणों से बात करती हैं और उनकी समस्याओं का समाधान कराती हैं। वे जब भी किसी छात्रा से मिलती हैं तो यही कहती हैं, मैं भी आप जैसी लड़की थी, जिसने कभी यह नहीं सोचा था कि वह आईएएस बनेगी, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। उनकी यही सादगी और आत्मीयता उन्हें खास बनाती है।

कॅरियर एक नजर

नाम: शीतला पटले 
जन्म दिनांक: 29 मई 1988
जन्म स्थान: किरनापुर (बालाघाट)
एजुकेशन: बीएससी
बैच: 2014 मध्यप्रदेश  

पदस्थापना

2014 बैच की आईएएस अधिकारी शीतला पटले 16 अप्रैल 2025 की स्थिति में वे नरसिंहपुर कलेक्टर हैं। इससे पहले वे छिंदवाड़ा में भी कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वे एसडीएम डबरा, संयुक्त कलेक्टर गुना, एसडीएओ पुनासा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) इंदौर स्मार्ट सिटी, उप सचिव मध्य प्रदेश शासन, अपर आयुक्त (राजस्व) सागर संभाग और जिला पंचायत सीईओ देवास रहीं हैं।

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