आज का इतिहास: वह ऐतिहासिक दिन जब राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम से बना भारत का हृदय मध्यप्रदेश

भारत के राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश का गठन हुआ। यह राज्य मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, भोपाल और मध्य प्रांत को मिलाकर बनाया गया।

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Kaushiki
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आज के दिन की कहानी: आज हम बात कर रहे हैं भारत के उस ऐतिहासिक फैसले की जिसने देश के नक्शे को हमेशा के लिए बदल दिया। तारीख थी 1 नवंबर 1956। इस दिन, भारत सरकार ने राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम, 1956 (States Reorganisation Act, 1956) को लागू किया और इसी के तहत भारत के 'दिल' यानी मध्य प्रदेश राज्य का गठन किया गया।

यह सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं था, यह भाषाई और सांस्कृतिक पहचान को सम्मान देने की एक राष्ट्रीय पहल थी। आजादी के बाद, देश में यह मांग लगातार उठ रही थी कि राज्यों का बंटवारा भाषा के आधार पर होना चाहिए, ताकि लोगों को अपनी पहचान और प्रशासन की समझ बेहतर हो सके। एक नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश की स्थापना हुई थी। इस साल एक नवंबर को राज्य अपना 70वां स्थापना दिवस मना रहा है। 

आजादी के बाद राज्यों का बिखरा स्वरूप

आजादी के समय, भारत में राज्यों का बंटवारा ब्रिटिश राज के हिसाब से था, जिन्हें 'पार्ट ए', 'पार्ट बी', 'पार्ट सी' और 'पार्ट डी' राज्यों में बांटा गया था। आज का जो मध्य प्रदेश है वह भी इन हिस्सों में बंटा हुआ था:

  • मध्य भारत (Madhya Bharat): 

    ग्वालियर और इंदौर जैसे पुराने रियासतों को मिलाकर बना पार्ट-बी राज्य।

  • विंध्य प्रदेश (Vindhya Pradesh): 

    रीवा और आसपास के इलाकों को मिलाकर बना पार्ट-सी राज्य।

  • भोपाल राज्य (Bhopal State): 

    खुद एक पार्ट-सी राज्य था।

  • मध्य प्रांत और बरार (Central Provinces and Berar): 

    यह सबसे बड़ा हिस्सा था, जिसकी राजधानी नागपुर थी।

ये सभी क्षेत्र अपने अलग-अलग कानून और प्रशासनिक ढांचे के साथ काम कर रहे थे।

फजल अली आयोग और भाषाई पुनर्गठन

भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की बढ़ती मांग को देखते हुए, 1953 में केंद्र सरकार ने राज्य पुनर्गठन आयोग (States Reorganisation Commission - SRC) का गठन किया, जिसके अध्यक्ष सैयद फजल अली थे।

इस आयोग ने पूरे देश का दौरा किया, लोगों की राय ली और 1955 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। इस रिपोर्ट में सिफारिश की गई कि राज्यों का बंटवारा भाषा के साथ-साथ प्रशासनिक सुविधा, वित्तीय स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर भी होना चाहिए।

मध्य प्रदेश का जन्म: चार क्षेत्रों का मिलन

राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 इसी आयोग की सिफारिशों पर आधारित था। इसी अधिनियम के तहत, 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश अस्तित्व में आया। इस नए राज्य के निर्माण में मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों को मिलाया गया:

  • मध्य प्रांत और बरार: 

    इसके मराठी भाषी क्षेत्रों (जैसे विदर्भ/नागपुर) को हटाकर बॉम्बे राज्य (जो बाद में महाराष्ट्र बना) में शामिल किया गया।

  • मध्य भारत (पार्ट-बी): 

    इसे पूरी तरह से नए मध्य प्रदेश में मिला दिया गया।

  • विंध्य प्रदेश (पार्ट-सी): 

    इसे भी नए मध्य प्रदेश का हिस्सा बनाया गया।

  • भोपाल राज्य (पार्ट-सी): 

    1 नवंबर, 1956 को प्रदेश के गठन के साथ ही इसकी राजधानी औऱ विधानसभा का चयन भी कर लिया गया। भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी के रूप में चुन लिया गया। राजधानी बनने के बाद 1972 में भोपाल को जिला घोषित कर दिया गया। मध्य प्रदेश के गठन के समय कुल जिलों की संख्या 43 थी। आज मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले हैं।

इस तरह इन क्षेत्रों को मिलाकर एक विशाल मध्य प्रदेश राज्य का गठन हुआ, जो भारत के केंद्रीय भाग में स्थित है।

नए राज्य की चुनौतियां और पहचान

1956 में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Foundation Day) भारत का सबसे बड़ा राज्य बन गया था (क्षेत्रफल के हिसाब से, जो 2000 में छत्तीसगढ़ के अलग होने तक रहा)। इस विशाल राज्य के सामने कई चुनौतियां थीं:

  • क्षेत्रीय असंतुलन: 

    नए राज्य में विकास का असंतुलन था। कुछ इलाके काफी विकसित थे, जबकि विंध्य प्रदेश और बस्तर जैसे इलाके पिछड़े हुए थे।

  • आदिवासी आबादी: 

    यह राज्य आदिवासी समुदायों की बड़ी आबादी और उनकी संस्कृति के लिए भी जाना जाता था, जिनके विकास और संरक्षण की जिम्मेदारी थी।

  • प्रशासनिक एकरूपता: 

    अलग-अलग कानूनों और प्रशासनिक प्रणालियों से आए क्षेत्रों को एक साथ लाना एक बड़ी प्रशासनिक चुनौती थी।

इन चुनौतियों के बावजूद, मध्य प्रदेश ने अपनी एक अलग सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान बनाई। यह राज्य अपने वन्यजीव, खजुराहो जैसे विश्व धरोहर स्थलों और साँची के स्तूप के लिए प्रसिद्ध हुआ।

छत्तीसगढ़ का अलग होना

1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ। यह विभाजन भी प्रशासनिक सुविधा और क्षेत्रीय पहचान की मांग के आधार पर किया गया था, जिसके बाद मध्य प्रदेश अपने वर्तमान स्वरूप में आया।

यह ऐतिहासिक घटना हमें सिखाती है कि कैसे लोकतंत्र में जनता की भाषाई और सांस्कृतिक पहचान को सर्वोच्च रखा जाता है। इस विभाजन के बाद ही मध्य प्रदेश अपने वर्तमान स्वरूप में आया, लेकिन 1 नवंबर का दिन आज भी मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के रूप में बड़े उत्साह से मनाया जाता है।

मध्यप्रदेश की खासियत

मध्यप्रदेश को 'भारत का हृदय' कहा जाता है।

  • ऐतिहासिक धरोहर और वास्तुकला: 

    यह राज्य खजुराहो के विश्व प्रसिद्ध मंदिरों (नागर शैली की कामुक कलाकृतियां), सांची के बौद्ध स्तूप (भारत की सबसे पुरानी पत्थर की संरचनाएं) और भीमबेटका की प्रागैतिहासिक शैल कला के लिए जाना जाता है।

  • ज्योतिर्लिंग और धार्मिक केंद्र: 

    मध्य प्रदेश आस्था का बड़ा केंद्र है, जहां भगवान शिव के दो प्रमुख ज्योतिर्लिंग स्थित हैं— ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर (उज्जैन में)।

  • कुंभ/सिंहस्थ का महत्व: 

    उज्जैन शिप्रा नदी के तट पर स्थित है, जहां हर 12 साल में सिंहस्थ कुंभ मेला आयोजित होता है, जो हिंदू धर्म के सबसे बड़े समागमों में से एक है।

  • नदियों का मायका:

     मध्य प्रदेश कई महत्वपूर्ण नदियों, खासकर नर्मदा, ताप्ती और चंबल का उद्गम स्थल है। नर्मदा परिक्रमा यहां की प्रमुख धार्मिक यात्रा है।

  • वन्यजीव और राष्ट्रीय उद्यान: 

    यह राज्य अपने घने वन्यजीव अभयारण्यों के लिए प्रसिद्ध है। इनमें कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं, जो बाघों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  • विविध भौगोलिक संरचना: 

    यहां सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वत श्रृंखलाएं हैं, जो इसे प्राकृतिक सुंदरता और ट्रेकिंग के लिए एक शानदार स्थान बनाती हैं।

  • सांस्कृतिक और आदिवासी विरासत: 

    मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में आदिवासी (भील, गोंड) समुदाय निवास करते हैं, जिनकी अनूठी कला, संस्कृति, लोक नृत्य और शिल्प इसे एक समृद्ध सांस्कृतिक केंद्र बनाते हैं।

References

  • The States Reorganisation Act, 1956
  • Report of the States Reorganisation Commission (1955)
  • Madhya Pradesh History and Administration (Official State Records)
  • India Since Independence by Bipan Chandra, Mridula Mukherjee and Aditya Mukherjee

1 नवंबर की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं

हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और 1 नवंबर का दिन भी इतिहास (आज की यादगार घटनाएं) में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है।

इस दिन दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 1 नवंबर (आज की तारीख का इतिहास) को भारत और विश्व में घटी कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में, जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ा सकती हैं।

विश्व इतिहास की प्रमुख घटनाएं

  • 1141: इंग्लैंड की पहली महिला शासक अनार्की-मटिल्डा का संक्षिप्त शासनकाल समाप्त हुआ और स्टीफन ऑफ ब्लिस ने सिंहासन हासिल किया.

  • 1611: विलियम शेक्सपियर के नाटक 'द टेम्पेस्ट' का पहला रिकॉर्ड किया गया प्रदर्शन लंदन के पैलेस ऑफ व्हाइटहॉल में हुआ.

  • 1755: पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में आए विनाशकारी भूकंप से 50 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई.

  • 1765: ब्रिटिश उपनिवेशों में प्रसिद्ध स्टैम्प एक्ट लागू हुआ.

  • 1800: जॉन एडम्स व्हाइट हाउस में रहने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने.

  • 1876: न्यूजीलैंड की कॉलोनी ने अपने नौ प्रांतों को भंग कर दिया और उन्हें 63 काउंटियों में बदल दिया.

  • 1897: जुवेंटस एफसी (Juventus FC), ट्यूरिन में एक एसोसिएशन फुटबॉल क्लब के रूप में स्थापित किया गया.

  • 1928: तुर्की के राष्ट्रपति मुस्तफा केमल अतातुर्क ने तुर्की भाषा के लिए ओटोमन तुर्की वर्णमाला को बदलकर वर्तमान 29-अक्षर वाली तुर्की वर्णमाला पेश की.

  • 1952: संयुक्त राज्य अमेरिका ने प्रशांत क्षेत्र में एनविटोक एटोल पर दुनिया के पहले थर्मोन्यूक्लियर हथियार (हाइड्रोजन बम) का सफलतापूर्वक विस्फोट किया.

  • 1954: फ्रंट डे लिबेरेशन नेशनले ने फ्रांसीसी शासन के खिलाफ अल्जीरियाई युद्ध की शुरुआत की.

  • 1958: तत्कालीन सोवियत संघ (USSR) ने परमाणु परीक्षण किया.

  • 1963: दुनिया के सबसे बड़े सिंगल-डिश रेडियो टेलीस्कोप वाली एरेसिबो वेधशाला (Arecibo Observatory) प्यूर्टो रिको में आधिकारिक तौर पर खोली गई.

  • 1993: मास्ट्रिच संधि आधिकारिक तौर पर लागू हुई, जिसने यूरोपीय संघ (EU) की स्थापना की.

  • 1998: मानवाधिकारों पर यूरोपीय कन्वेंशन के अनुपालन की निगरानी के लिए पूर्णकालिक न्यायाधीशों के साथ मानवाधिकारों की यूरोपीय न्यायालय को स्थापित किया गया.

  • 2005: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने अगले ओलंपिक खेलों में एक संयुक्त ओलंपिक टीम बनाने का फैसला किया.

  • 2010: पड़ोसी देश चीन ने 10 साल में पहली बार जनगणना करने की घोषणा की.

  • 2011: जापान की सरकार ने जापानी येन की विनिमय दर को कम करने के लिए हस्तक्षेप किया, क्योंकि येन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था.

भारत की प्रमुख घटनाएं

  • 1858: भारत का शासन ईस्ट इंडिया कंपनी से सीधे ब्रिटेन के शासक (क्राउन) के पास चला गया, और गवर्नर जनरल की जगह अब वायसराय की नियुक्ति होने लगी.

  • 1950: चितरंजन रेल कारखाने में भारत का पहला भाप इंजन (Steam Locomotive) बनाया गया.

  • 1956: भारतीय पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत मध्य प्रदेश राज्य का गठन किया गया था.

  • 1960: पश्चिम बंगाल में कल्याणी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई.

  • 1973: मैसूर राज्य का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया.

  • 2000: छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया गया.

  • 2008: भारत के पहले चंद्र मिशन, चंद्रयान-1 ने चंद्रमा की ओर जाते समय पृथ्वी की दो तस्वीरें सफलतापूर्वक भेजीं.

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