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Photograph: (The Sootr)
Be इंडियन-Buy इंडियन: भारत में देसी ब्रांड हिमालया सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि आयुर्वेद की एक गौरवशाली कहानी है। 1930 में 2 रुपए के किराए से शुरू हुई यह कंपनी आज 100 से ज्यादा देशों में भारतीय जड़ी-बूटियों का जादू बिखेर रही है। मां के गहने गिरवी रखकर शुरू हुए इस सफर ने पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को मिलाकर दुनिया को 'हैप्पीनेस थ्रू हेल्थ' का मंत्र दिया।
कैसे हुई हिमालया की शुरुआत
हिमालया की शुरुआत 1930 में देहरादून (उत्तराखंड) में हुई थी। इसके संस्थापक मोहम्मद मनाल एक प्रकृति प्रेमी और आयुर्वेद के प्रति गहरी रुचि रखने वाले युवा थे। मनाल को जंगलों में घूमते हुए यह अहसास हुआ कि भारत की पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
यह कंपनी केवल एक व्यवसाय नहीं, बल्कि भारत की इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का विश्वव्यापी गौरव बनने की शुरुआत थी। मनाल ने बर्मा के जंगलों में देखा कि किस प्रकार जड़ी-बूटियों का इस्तिमाल करके बेचैन हाथियों को शांत किया जाता है। इस घटना ने उनके मन में आयुर्वेद के प्रति जुनून पैदा किया।
हिमालया ब्रांड की शुरुआती संघर्ष की कहानी
शुरुआत के दौर में मनाल के पास आधुनिक लैब या वित्तीय संसाधन नहीं थे। देहरादून में उन्होंने एक छोटी सी जगह 2 रुपए मासिक किराए पर लेकर वहां अनुसंधान शुरू किया। उन्होंने राउवोल्फिया सर्पेंटिना नामक जड़ी बूटी पर 4 साल की मेहनत के बाद 1934 में दुनिया की पहली प्राकृतिक उच्च रक्तचाप की दवा "सर्पिना" विकसित की।
इस सफलता के साथ उनका लक्ष्य भारत के आयुर्वेद को नई ऊंचाइयों पर ले जाना था। शुरुआती दौर में संसाधनों की कमी इतनी अधिक थी कि मनाल को अपनी पारिवारिक संपत्ति और मां के गहने गिरवी रखाकर टैबलेट बनाने वाली मशीन खरीदनी पड़ी, लेकिन वह आयुर्वेदिक गुणवत्ता से कोई समझौता किए बिना लगातार जुटे रहे।
हिमालया ने किन नए उत्पादों से बाजार में अपनी जगह बनाई?
1955 में हिमालया ने अपना सबसे प्रसिद्ध उत्पाद लिव-52 लॉन्च किया, जो यकृत की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक दवा साबित हुई। लिव-52 ने हिमालया के लिए बाजार में खास पहचान बनाई और यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में प्रसिद्ध हो गई।
बाद में कंपनी ने सिस्टोन, बोनिसन, रुमालया फोर्ट जैसे कई अन्य उत्पाद भी जारी किए जो लोगों के जीवन का हिस्सा बन गए। हिमालया ने केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के 100 से अधिक देशों में अपने उत्पादों की पहुंच बनाई और आज यह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के रूप में स्थापित है।
हिमालया का ये है बिजनेस मॉडल
हिमालया का बिजनेस मॉडल मुख्यत: आयुर्वेदिक और हर्बल प्रोडक्ट पर केंद्रित है, जो स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती और व्यक्तिगत देखभाल के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले प्राकृतिक उत्पाद प्रदान करता है। यह कंपनी पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा ज्ञान को आधुनिक विज्ञान और अनुसंधान के साथ जोड़ती है, जिससे उत्पादों की प्रभावशीलता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
हिमालया के उत्पाद घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में उपलब्ध हैं, और कंपनी ने कई देशों में अपनी मजबूत वितरण प्रणाली बनाई है जिससे ग्राहक तक पहुंचना आसान होता है। कंपनी का फोकस विशेष रूप से OTC (ओवर-द-काउंटर) स्वास्थ्य उत्पादों पर है और इसके तीन प्रमुख स्तंभ हैं: नैतिकता (ethical healthcare), ट्रेड (व्यापार नेटवर्क), और डिजिटल उपस्थिति, जो तेजी से विकसित हो रहे ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों के माध्यम से ग्राहकों तक पहुँचती है।
हिमालया की यह है मार्केटिंग स्ट्रेटजी
हिमालया की मार्केटिंग में आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान का मिश्रण प्रमुख भूमिका निभाता है। यह स्ट्रेटजी ब्रांड को विश्वसनीय और उन्नत दिखाती है। कंपनी ने अपने उत्पादों को "स्वास्थ्य के माध्यम से खुशी" के मूल मंत्र के तहत प्रचारित किया है, जिससे ग्राहक के जीवन में स्वास्थ्य व सुख की कल्पना जुड़ी रहती है।
हिमालया की मूल्य निर्धारण रणनीति बाजार अनुकूल है, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जहां आयुर्वेदिक उत्पाद प्रीमियम वर्ग के उत्पाद के रूप में देखे जाते हैं। साथ ही कंपनी समय-समय पर प्रमोशनल ऑफर्स भी देती है, जो मूल्य-संवेदनशील ग्राहक वर्ग को आकर्षित करते हैं। डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया कैंपेन और हेल्थ अवेयरनेस अभियानों के माध्यम से कंपनी ने युवा और आधुनिक वर्ग को भी बड़ा ग्राहक बनाया है।
हिमालया की ऑल चैनल स्ट्रैटजी (ऑफलाइन रिटेल, ऑनलाइन ईकॉमर्स, हेल्थकेयर प्रोफेशनल नेटवर्क) इसे अन्य ब्रांडों से अलग करती है, जिससे उपभोक्ता अलग-अलग माध्यमों से ब्रांड और उत्पादों से जुड़ पाते हैं। कंपनी ने प्रोडक्ट इनोवेशन और ग्राहक की बदलती जरूरतों के अनुसार नए-नए उत्पाद लॉन्च किए हैं, जिससे ब्रांड लगातार बाजार में प्रासंगिक बना रहता है।
हिमालया की आज बाजार में स्थिति क्या है?
2025 में हिमालया वेलनेस कंपनी ने वेलनेस उद्योग में एक अग्रणी स्थान बनाए रखा है। कंपनी ने अपनी मजबूत ब्रांड अवेयरनेस, इनोवेशन और ब्रॉड प्रोडक्ट रेंज के दम पर घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। हिमालया एक भरोसेमंद और प्रतिष्ठित आयुर्वेदिक ब्रांड के रूप में जाना जाता है, जिसकी उपस्थिति 100 से अधिक देशों में फैली हुई है। कंपनी की वित्तीय स्थिति भी मजबूत है और वह निरंतर नए प्रोडजक्ट्स और रिसर्च में इन्वेस्ट कर रही है जिससे वह कंप्टीशन में आगे बनी रहे।
ब्रांड का मूल मंत्र
आज हिमालया बाज़ार में एक भरोसेमंद और अग्रणी हर्बल एवं आयुर्वेदिक स्वास्थ्य देखभाल ब्रांड के रूप में पहचाना जाता है। इसका मूल मंत्र है- "स्वास्थ्य के माध्यम से खुशी" (Happiness through Health)। यह ब्रांड पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान को वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ जोड़कर प्रामाणिक उत्पाद बनाता है, जो सैंकड़ों वर्षों पुराने औषधीय ज्ञान को आधुनिक चिकित्सा के साथ संतुलित करता है। हिमालया की सफलता का राज है उसकी गुणवत्ता, नवाचार, और आयुर्वेद को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का उसका दृढ़ संकल्प।
इस कहानी से क्या सीखा जा सकता है
इस कहानी से यह सीखा जा सकता है कि संसाधनों की कमी और प्रारंभिक कठिनाइयों के बावजूद यदि जुनून, धैर्य और परिश्रम हो, तो कोई भी विचार महानता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। हिमालया की तरह, किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए सही सोच, दृढ़ता, और गुणवत्ता पर कभी समझौता न करना आवश्यक है।
यह कहानी हिमालया ब्रांड के संघर्ष, दृढ़ता एवं आधुनिकता के साथ परंपरा को जोड़ने की प्रेरणा से भरपूर है। हिमालया की यात्रा भारतीय आयुर्वेद को वैश्विक पहचान दिलाने की कहानी है, जिसमें पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक विधियों का शानदार संगम है।
स्रोत:
himalayawellness.in/pages/our-story
Research Articles on Himalaya Innovation and Market Trends
Industry Insights from Leading Ayurvedic Experts
FAQ
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