CHANDIGARH/BHOPAL. खनन माफिया हौसले कितने बुलंद हैं, इसकी बानगी एक बार फिर 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह में देखने को मिली। खनन माफिया के गुर्गों ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में डीएसपी सुरेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के कुछ घंटों बाद ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी। आरोपियों को जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो खनन माफिया के गुर्गों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उसके पैर में गोली लगी। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।
ये हुआ था
घटना गुड़गांव से सटे नूंह जिला के तावडू थाना क्षेत्र के गांव पचगांव की है। डीएसपी सुरेंद्र कुमार को अरावली पहाड़ी पर अवैध खनन किए जाने की इन्फॉर्मेशन मिली थी। 19 जुलाई सुबह 11 बजे वे अपनी टीम के साथ पहुंचे। पुलिस टीम को देखकर पहाड़ी के पास खड़े डंपर, उनके चालक और खनन में लगे लोग भागने लगे। वाहन रोकने के लिए डीएसपी आगे आए तो डंपर चालक ने उनके ऊपर वाहन चढ़ा दिया। इसके बाद ड्राइवर फरार हो गया। टायर के नीचे आने से डीएसपी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही एसपी नूंह वरुण सिंगला मौके पर पहुंचे। डीएसपी मूल रूप से हिसार के रहने वाले थे।
माफिया के हमले कोई नई बात नहीं
हरियाणा के एक थाना प्रभारी के मुताबिक, डीएसपी सुरेंद्र सिर्फ स्टाफ के साथ गए थे। उनके साथ पुलिस फोर्स नहीं थी। मौके पर डंपर ड्राइवर तेज गति से कार को रौंदकर आगे बढ़ गया। हरियाणा और मध्य प्रदेश में इस तरह का ये पहला मामला नहीं है। एमपी के गुना में 14 मई की रात शिकारियों की फायरिंग में 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। हम आपको बीते 10 सालों में मध्य प्रदेश में ऑन ड्यूटी अफसरों और कर्मचारियों (पुलिसकर्मियों) पर हमले बताते हैं।
1. मुरैना- IPS पर ट्रैक्टर चढ़ाया (8 मार्च 2012)
2009 बैच के आईपीएस अफसर नरेंद्र कुमार मुरैना के बामोर में बतौर SDOP पोस्टेड थे। वे अवैध खनन करने वालों के खिलाफ लगातार एक्शन मोड में बने हुए थे। इसी दौरान एक दिन वे अवैध खनन की जगह पहुंच गए। होली का दिन था। रास्ते में पत्थरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली रोकने की कोशिश की। नरेंद्र ट्रैक्टर के सामने ही खड़े हो गए। ड्राइवर ने उन पर ही ट्रैक्टर चढ़ा दिया।
2. ग्वालियर- डिप्टी रेंजर को ट्रैक्टर से कुचला (7 सितंबर 2018)
डिप्टी रेंजर सूबेदार सिंह कुशवाह की NH-3 पर बने चैकपोस्ट पर ड्यूटी थी। सुबह के 8 बजे थे। तभी चैकिंग के दौरान उनकी नजर अवैध खनन कर रहे वाहनों पर पड़ी। उन्होंने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की। पीछे से आ रहे दूसरे ट्रैक्टर ने उन्हें कुचल दिया। घटना मौके पर लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई।
3. नर्मदापुरम- कॉन्स्टेबल पर ट्रैक्टर चढ़ाया (1 अगस्त 2020)
सलकनपुर के जहाजपुरा घाट पर कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र यादव ड्यूटी पर थे। रात 11.30 बजे अवैध रूप से रेत ले जाती ट्रैक्टर ट्रॉली दिखी। धर्मेंद्र ने दो ट्रॉली तो जब्त कर लीं, तीसरे को रोका तो ड्राइवर ने ट्रैक्टर चढ़ा दिया। धर्मेंद्र के पैर पर से पहिया निकल गया।
4. ग्वालियर- TI को घेरकर पीटा (4 फरवरी 2021)
पुरानी छावनी के टीआई सुधीर सिंह कुशवाह जलालपुर इलाके में घेराबंदी करने पहुंचे थे। चंबल से अवैध रेत ला रहे माफिया ने सुधीर पर फायरिंग की। अपराधियों ने टीआई को पीटा और कुचलने की भी कोशिश की। टीआई सुधीर ने नाले में कूदकर जान बचाई। पुलिस ने जवाबी फायरिंग भी की। बाद में रेत माफिया खेतों के रास्ते ट्रैक्टर दौड़ाकर भाग गए। पुलिस ने रेत से भरी 5 ट्रैक्टर ट्रॉली जब्त कर लीं।
5. मुरैना- SDO पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश (22 मई 2021)
वन विभाग की SDO श्रद्धा पांढरे अपने अमले के साथ धौलपुर हाईवे पहुंची थीं। धौलपुर की तरफ से रेत भरी हुईं 2 ट्रैक्टर ट्रॉली आती दिखीं। जैसे ही अमले ने रोकने की कोशिश की, ड्राइवर ने ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि हमला पीछे हट गया था। वन विभाग के अमले ने फायरिंग भी की। माफिया ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़कर भाग गए।
6. अशोकनगर- रेंजर से राइफल छीनी (30 अप्रैल 2022)
वनकर्मियों ने चंदेरी में अवैध उत्खनन कर ले जा रही ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ा। माफिया ने अमले पर डंडे चलाए, पत्थर फेंके। रेंजर आदित्य पुरोहित से राइफल छीनने की कोशिश की गई। फॉरेस्ट गार्ड का हाथ फ्रैक्चर हुआ, 6-7 अन्य लोगों को चोट आई। इतना ही नहीं, पुलिस जब आरोपियों को थाने लाई तो वे बहाना कर भाग गए।
2021 में अमले पर 6 हमले हुए
1. दतिया- 7 जनवरी को रेत माफिया के गुर्गे ग्वालियर-झांसी हाईवे पर वन विभाग की टीम पर हमला कर रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली छीनकर ले गए। इसमें एक कॉन्स्टेबल जख्मी हुआ था।
2. मुरैना- 24 जनवरी की रात सबलगढ़ टीआई पुलिसबल लेकर रेत का ट्रैक्टर पकड़ने चिनोटा गए तो माफिया ने हमला कर दिया। दो सिपाही घायल हो गए।
3. श्योपुर- 30 जनवरी की शाम 3 वनरक्षकों की टीम ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली पकड़ी, लेकिन माफिया ने छुड़ा ली।
4. दतिया- 2 फरवरी की देर रात माफिया ने भर्रोली-धीरपुरा रोड पर कंस्ट्रक्शन कंपनी की सुरक्षा में तैनात जवान को गोली मार दी।
5. ग्वालियर- 6 फरवरी को रेत माफिया ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, कुचलने की कोशिश की। टीआई समेत 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
6. श्योपुर- 31 अक्टूबर को फूलदा नदी से रेत उत्खनन कर रहे 2 ट्रैक्टरों को वन विभाग की टीम ने हीरापुर चौकी से पकड़ा। माफिया चौकी पर हमला कर ट्रॉली छुड़ाकर ले गए।