भोपाल. मध्य प्रदेश की फिजा में एक बार फिर एक घोटाला सुर्खियां बना हुआ है। इसके आरोप प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB) पर लग रहे हैं। PEB, व्यापमं (व्यावसायिक परीक्षा मंडल) का नया नाम है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का पेपर लीक मामला सामने आने के बाद सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इसे व्यापमं घोटाला-3 भी बताया जा रहा है। वहीं, भोपाल के कैंडिडेट सौरभ विश्वकर्मा ने दावा किया कि मार्क्स बढ़ाने के लिए उससे 5 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। उसके पास अननोन नंबर्स से कॉल आ रहे हैं।
सौरभ की तरह ही कुछ और उम्मीदवारों ने इसी तरह के अनजान नंबरों से कॉल आने की शिकायत की है। इसे लेकर उम्मीदवारों ने PEB में RTI भी लगाई। 28 मार्च को प्रदेशभर से आए उम्मीदवारों ने व्यापमं ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया। इसके बाद वे मुख्यमंत्री निवास पर भी गए। वहां उन्होंने ज्ञापन देकर मामले की जांच कराने की मांग की है।
कैंडिडेट की दो टूक: सौरभ विश्वकर्मा ने एक वेबसाइट को बताया कि मेरा MPTET का पेपर 10 मार्च को हुआ था। मेरे 108 नंबर आए थे। आंसर शीट के लिए 25 मार्च का इंतजार कर रहे थे, ताकि परीक्षा में गलत उत्तर पर ऑब्जेक्शन लगाया जा सके। इसी दिन पता चला कि पेपर लीक हो गया। किसने क्या किया, यह पता नहीं, लेकिन एक कैंडिडेट ने मोबाइल फोन पर पेपर का स्क्रीनशॉट शेयर किया। इसमें सभी प्रश्न वही थे, जो पेपर मैं देकर आया था। 25 मार्च को फर्स्ट शिफ्ट में हिंदी और अंग्रेजी के सभी प्रश्न वही थे, जो स्क्रीनशॉट में थे।
मेरे पास भी एक कॉल आया। उसने पूछा कि परीक्षा दी थी। मैंने हां कह दिया। मैंने बताया मेरे 108 नंबर आए हैं। उसने कहा कि मार्क्स बढ़ाना है, तो 5 लाख रुपए अभी दे दो। रिजल्ट जब आएगा, तो उसके बाद 5 लाख रुपए और दे देना। यह पीईबी में हो रहा है। इसकी सीबीआई से जांच होना चाहिए। लंबे समय बाद भर्ती हो रही है। उसमें भी फर्जीवाड़ा चल रहा है। ऐसे में युवाओं के भविष्य का क्या होगा।