BHOPAL. कर्मचारी पेंशन स्कीम के तहत एम्पलाई प्रोविडेंड फंड के दायरे में दायरे में आने वाले कर्मचारी हायर पेंशन नहीं मिलने और न्यूनतम पेंशन में बढ़ोतरी नहीं किए जाने से नाराज हैं। दस साल पहले न्यूनतम पेंशन 3 हजार रुपए करने की सिफारिश की गई थी, लेकिन अभी तक पेंशनर्स को सिर्फ 700 से 1000 रुपए तक ही मिल रहे हैं। इन दो मांगों को लेकर आज यानी मंगलवार को एम्पलाई नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले दिल्ली के जंतर-मंतर में बड़ा आंदोलन किया जा रहा है। प्रदर्शन में मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के प्रतिनिधि शिकरत करेंगे।
पेंशनर्स कर चुके 5 साल में 12 बड़े आंदोलन
कमेटी के पदाधिकारी का कहना है कि भोपाल, दिल्ली, नागपुर सहित अन्य स्थानों पर पेंशनर्स द्वारा 5 साल में 12 बड़े आंदोलन किए जा चुके हैं। इस दौरान सरकार से कई बार चर्चा हुई, लेकन कोई नतीजा नहीं निकला। इस कारण देशव्यापी प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा। कमेटी के नेशनल डिप्टी जनरल सेक्रेटरी चंद्रशेखर परसाई ने बताया कि मंगलवार को किए जा रहे प्रदर्शन में मध्यप्रदेश के ओर से भोपाल, बैतूल, छिंदवाड़ा, सीहोर, राजगढ़, रायसेन समेत कई जिलों के प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। कमेटी की पदाधिकारी संजना रिछारिया और गीता तिवारी के नेतृत्व में कई जिलों की महिलाएं भी प्रदर्शन में दिल्ली पहुंची हैं।
आंदोलन को लेकर पेंशनर्स की मांगें
- न्यूनतम पेंशन 1000 रु. से बढ़कर 3000 रुपए किए जाने की सिफारिश सहित भगत सिंह कोश्यारी कमेटी की रिपोर्ट दस साल से पेंडिंग है। 35% कर्मचारियों को रिटायर होने पर 700 रु. से 1000 रु. तक पेंशन मिल रही है। सरकार तत्काल न्यूनतम पेंशन बढ़ाकर 3000 रुपए करे।
- ईपीएफओ के 23 मार्च 2017 के आदेश के अनुसार जिन्हें हायर पेंशन मिल रही थी वह ईपीएफओ ने बंद कर दी। मध्य प्रदेश में हाई कोर्ट के आदेश से भोपाल, इंदौर में भी कई सेवानिवृत कर्मचारियों और अधिकारियों को हायर पेंशन मिल रही है। इनमें से ज्यादातर की हायर पेंशन बंद कर दी गई। इनकी हायर पेंशन शुरू की जाए।
- 2021-22 में ईपीएफओ को एक साल में ही 57526 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे। ईपीएफओ को 1 वर्ष में 50614 करोड़ रुपए ब्याज के रूप में प्राप्त हुए। जिसमें से पेंशन में सिर्फ 12933 करोड़ रुपए ही ही खर्च हुए। इसके बावजूद हायर पेंशन रोक दी गई।
- 2021-22 में ही पेंशन वितरण में 12933 करोड़ रुपए खर्च हुए। 7989 करोड़ रुपए की सदस्यों ने निकासी की। इस प्रकार एक ही वर्ष में ईपीएफओ को 29691 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय हुई।