धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम से धोखाधड़ी की कोशिश, महीने भर में तीसरा IAS बना शिकार

मध्य प्रदेश में IAS अधिकारियों के नाम और फोटो का इस्तेमाल करके ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। ताज़ा शिकार धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा हैं। उनके फोटो लगे वॉट्सऐप नंबर से ठगी की कोशिश की गई, जिसका खुलासा BMO की सतर्कता से हुआ।

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Sanjay Dhiman
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cyber fraud agains IAS in mp

Photograph: (the sootr)

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DHAR.मध्यप्रदेश में IAS अधिकारियों के नाम और फोटो का उपयोग कर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। महीने भर में तीन IAS अधिकारियों के नाम से साइबर ठगी की कोशिश प्रदेश में हुई है।

ताजा मामला धार जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्रा का है। IAS प्रियंक मिश्रा के फोटो वाले वॉट्सऐप नंबर से ठगी की कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि धार जिले के डही BMO को कलेक्टर मिश्रा की फोटो लगे वॉट्सऐप से मैसेज मिला था। यह मैसेज +84916423486 नंबर से मिला था।

BMO ने इसकी जानकारी तुरंत कुक्षी एसडीएम विशाल धाकड़ को दी। जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ धार प्रशासन ने नागरिकों और सरकारी अधिकारियों को इस प्रकार के साइबर फ्रॉड से अलर्ट रहने की चेतावनी दी है। 

एसडीएम बोले यह साइबर फ्रॉड की कोशिश

एसडीएम धाकड़ ने मामले की जांच कर पुष्टि की कि यह एक साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) की कोशिश थी। उन्होंने तुरंत बीएमओ को नंबर ब्लॉक करने और अन्य अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही, उन्होंने नागरिकों को यह चेतावनी दी कि वे किसी भी संदिग्ध लिंक या संदेश पर क्लिक न करें। किसी को भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डीटेल साझा करने से बचें। 

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धार प्रशासन ने जारी की साइबर एडवाइजरी 

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें 

धार जिला प्रशासन ने इस घटना के बाद नागरिकों के लिए एक साइबर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि कैसे साइबर अपराधी अब सरकारी अधिकारियों की पहचान का दुरुपयोग कर रहे है। यह अपराधी आम जनता को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।

एडवाइजरी में दिए गए मुख्य बिंदु

📌 किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर विश्वास न करें।
📌 अज्ञात लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें।
📌 व्यक्तिगत या बैंक संबंधी जानकारी साझा न करें।
📌 साइबर अपराध की सूचना तुरंत पास के पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाइन पर दें (Helpline 1930)।
📌 ऑफिशियल प्रोफाइल की पहचान करें  

IAS के नाम-फोटो से ठगी का तीसरा मामला

यह कोई पहला मामला नहीं है जब किसी वरिष्ठ IAS अधिकारी के फोटो या नाम से ठगी की कोशिश की गई है।

इससे पहले दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर और इसके बाद IAS भव्या मित्तल के नाम पर ऐसी ही ठगी की कोशिश हुई है। दमोह कलेक्टर कोचर व IAS भव्या मित्तल के फोटोनाम का उपयोग कर ठगों ने वॉट्सऐप अकाउंट बनाकर लोगों को मैसेज किए थे। ताज़ा मामले में भी यहीं तरीका ठगों ने अपनाया है। हर बार प्रशासन और IAS अधिकारी की ओर से लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है।

आईएएस प्रियंक मिश्रा के साथ ठगी के इस मामले को ऐसे समझें 

📱 डही के बीएमओ को फर्जी व्हाट्सऐप संदेश मिला, जिसमें कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की फोटो लगी थी।

⚠️ संदेश विदेशी नंबर (+84916423486) से आया, जिससे शक हुआ कि कोई व्यक्ति कलेक्टर बनकर ठगी की कोशिश कर रहा है।

🚨 बीएमओ ने तुरंत सूचना कुक्षी एसडीएम विशाल धाकड़ को दी, जिन्होंने जांच कर नंबर को ब्लॉक करने के निर्देश दिए।

🛑 जांच में पाया गया कि नंबर भारत का नहीं था, बल्कि विदेशी नेटवर्क से संचालित था।

📰 धार जिला प्रशासन ने साइबर फ्रॉड से बचने की एडवाइजरी जारी की, नागरिकों को सतर्क रहने और संदिग्ध संदेशों से दूरी बनाने की अपील की।

विदेशी नंबरों का हो रहा उपयोग

वरिष्ठ अधिकारियों के नाम व फोटो के सहारे हो रही यह ठगी भारत के नंबरों से नहीं की जा रही है।

  • दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर के मामले में 84915677074 नंबर का उपयोग किया गया था।

  • इसी प्रकार IAS भव्या मित्तल के फोटो जिस नंबर पर लगाए गए थे, वह 84339410118 था। यह एक वियतनामी नंबर बताया गया है।

  • अब इस ताज़ा मामले में जो नंबर उपयोग किया गया है, वह 84916423486 है।

इन तीनों ही मामलों में मोबाइल नंबर की सीरीज 84 से शुरू होती है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि यह ठगी के प्रयास विदेश में बैठे ठग कर रहे हैं। 

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साइबर सुरक्षा के यह पांच जरूरी उपाय

उपाय (Tip)विवरण (Description)
1️⃣ पासवर्ड बदलेंहर 3 महीने में अपने सभी पासवर्ड बदलें।
2️⃣ टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशनलॉगिन सुरक्षा बढ़ाने के लिए इसे हमेशा सक्रिय रखें।
3️⃣ संदिग्ध लिंक से बचेंकिसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
4️⃣ मोबाइल अपडेट रखेंसिस्टम अपडेट साइबर सुरक्षा में मदद करते हैं।
5️⃣ साइबर हेल्पलाइन 1930किसी भी ठगी की तुरंत रिपोर्ट करें।

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