चिकित्साधिकारी 3.70 लाख की रिश्वत लेते अरेस्ट, फार्मासिस्ट-सफाईकर्मी की नियुक्ति दिलवाने का झांसा

राजस्थान में फार्मासिस्ट की नियुक्ति के लिए 3 लाख व एक अन्य को सफाईकर्मी लगवाने के लिए 70 हजार मांगे थे चिकित्सा अधिकारी ने। एसीबी ने रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों किया गिरफ्तार।

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Rakesh Kumar Sharma
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budhraj bishnoi

Photograph: (the sootr)

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Jodhpur. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राजस्थान ने शुक्रवार को दो कार्रवाई एक साथ की। पहली जोधपुर में एक सरकारी डॉक्टर को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। डॉक्टर दो जनों को सरकारी नियुक्ति दिलवाने का झांसा देकर लाखों की रिश्वत मांग रहा था। वहीं दूसरी कार्रवाई जयपुर में की गई, जहां सहायक सचिव को आठ हजार की रिश्वत लेते दगोचा गया। 

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जोधपुर एसीबी की कार्रवाई

जोधपुर एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी चौकी जोधपुर शहर द्वारा शुक्रवार को डॉ. बुधराज बिश्नोई चिकित्साधिकारी राजकीय ट्रोमा सेंटर, बिलाड़ा को 3,70,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही ट्रॉमा सेंटर में हड़कंप मच गया। 

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नियुक्ति को लेकर मांग रहा था रिश्वत

एसीबी के महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने बताया कि एसीबी को एक शिकायत इस आशय की मिली कि डॉ. बुधराज बिश्नोई द्वारा परिवादी के भाई को फार्मासिस्ट के पद के लिए नियुक्ति देने के लिए 3 लाख रुपए व दोस्त को सफाईकर्मी के पद पर नियुक्ति देने के लिए 70 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। 

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बताया जा रहा है कि जोधपुर में यह राशि सीएमएचओ जोधपुर ग्रामीण डॉ. मोहनदान देथा के नाम पर मांगी जा रही थी। इसके बाद एसीबी मामले में दूसरे आरोपियों की लिप्तता की पड़ताल कर रही है।

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शिकायत सही पाए जाने पर एक्शन

डॉ. बिश्नोई द्वारा नियुक्ति के बदले रिश्वत की मांग करने की शिकायत की जांच की गई। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। उप महानिरीक्षक भुवन भूषण यादव के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ के नेतृत्व में बिश्नोई को 3,70,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

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घर पर सर्च अभियान 

एसीबी ने रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद बिश्नोई के घर और दूसरे ठिकानों पर सर्च कार्यवाही की। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपी से पूछताछ एवं कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जाएगा। अन्य संदिग्ध की भूमिका की जांच की जा रही है।

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सहायक सचिव 8000 की रिश्वत लेते अरेस्ट 

वहीं एसीबी जयपुर की टीम ने सूरजपोल मंडी के सहायक सचिव कृषि को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। एसीबी ने सहायक सचिव इंद्र मीणा को 8000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। उसने यह रिश्वत परिवादी से लाइसेंस जारी करने की एवज में मांगी थी। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी ने ट्रैप कार्रवाई करते हुए मीणा को गिरफ्तार किया गया। एसीबी ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है।

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