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Photograph: (TheSootr)
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में डीएपी खाद के वितरण के दौरान पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया। यह घटना भादरा कृषि उपज मंडी समिति के कृषक विश्राम गृह में घटित हुई, जहां भारी संख्या में किसान खाद के टोकन लेने के लिए एकत्रित हुए थे। खाद कम और किसान ज्यादा होने पर वहां अव्यवस्था फैल गई। खाद की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठियां बरसा दीं।
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डीएपी खाद की कमी और किसानों की मांग
राजस्थान में खाद की कमी महसूस की जा रही है, और इस कमी को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा वितरण की व्यवस्था की गई थी। कृषि विभाग की ओर से किसानों को डीएपी खाद देने के लिए विभिन्न गांवों में खाद के थैले भेजे गए थे, जिनमें नेठराना, छानीबड़ी, रासलाना, चिड़ियागांधी, गांधीबड़ी, और भरवाना जैसे गांव शामिल थे। हालांकि, जब तक किसानों को खाद नहीं मिल पाई, उनकी नाराजगी बढ़ गई।
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डीएपी खाद की किल्लत और लाठीचार्ज
डीएपी खाद के टोकन वितरण की प्रक्रिया में जब किसानों को उचित तरीके से खाद नहीं मिल पाई, तो उनकी नाराजगी सामने आई। सूचना मिली कि सुबह 6 बजे से ही किसान कृषक विश्राम गृह में पहुंचने लगे थे। पहले 600 किसानों को दो-दो थैले और शेष 700 किसानों को एक-एक थैले का टोकन दिया गया। हालांकि, टोकन वितरण के स्थान पर अव्यवस्था बढ़ गई, जिससे लाइनें टूटने लगीं और तनाव बढ़ गया।
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लाठीचार्ज का कारण क्या रहा
भारी भीड़ और अव्यवस्था के कारण पुलिस को लाइन व्यवस्थित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस के इस कदम ने किसानों के आक्रोश को और बढ़ा दिया। किसानों का कहना था कि सरकार ने उनकी परेशानियों को नहीं समझा और उन्हें सही तरीके से खाद वितरण की सुविधा नहीं दी।
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अधिकारियों ने दिया किसानों को आश्वासन
घटना के बाद, नोहर अतिरिक्त जिला कलक्टर संजू पारीक, भादरा उपखंड अधिकारी भागीरथराम, तहसीलदार धर्मेन्द्र जांदू और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों ने स्थिति को संभाला और लाइन व्यवस्था को सुधारने के लिए किसानों को आश्वस्त किया। भागीरथराम ने कहा कि जो किसान आज खाद नहीं प्राप्त कर पाएंगे, उन्हें अगले दिन खाद उपलब्ध करा दी जाएगी।
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किसानों के समर्थन में प्रदर्शन की घोषणा
हनुमानगढ़ में हुए इस लाठीचार्ज के बाद, अखिल भारतीय किसान सभा ने 13 अक्टूबर 2025 को शहर में पैदल मार्च आयोजित करने का ऐलान किया है। यह मार्च उपखण्ड कार्यालय भादरा तक जाएगा, जहां प्रदर्शनकारी किसानों का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन का उद्देश्य सरकार के खिलाफ विरोध जताना है और किसानों के हक की रक्षा करना है।
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पूर्व विधायक बलवान पूनिया ने जताया विरोध
भादरा के पूर्व विधायक बलवान पूनिया ने डीएपी खाद वितरण के दौरान हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह घटना किसानों के अधिकारों का उल्लंघन है और सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा 13 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेगी।
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किसान सभा और बार संघ ने भी जताया विरोध
राजस्थान में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में अखिल भारतीय किसान सभा ने आंदोलन की योजना बनाई है। इसके अलावा, बार संघ भादरा ने भी किसानों के पक्ष में ज्ञापन सौंपा और डीएपी खाद की लाइन में लगे किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ विरोध जताया।
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खाद वितरण की खराब व्यवस्था
राजस्थान में डीएपी खाद की भारी कमी और उसके वितरण में व्याप्त अव्यवस्था किसानों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। पहले ही किसानों को कम खाद मिल रही है, और जब उन्हें अपनी बारी पर खाद नहीं मिलती, तो उनकी नाराजगी स्वाभाविक है। किसानों का कहना है कि सरकार को खाद वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी और न्यायपूर्ण तरीके से चलाना चाहिए।राजस्थान में खाद संकट से निपटने के लिए राज्य में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए खाद और अन्य कृषि संसाधनों का सही तरीके से वितरण बेहद जरूरी है। किसानों का जीवन कृषि उत्पादों पर निर्भर है, और खाद की कमी से उनका कामकाजी जीवन प्रभावित हो रहा है।
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