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Photograph: (the sootr)
डूंगरी बांध के विरोध में जुटी विशाल महापंचायत, ग्रामीणों ने कहा-जान दे देंगे, लेकिन बांध नहीं बनने देंगे
राजस्थान की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के तहत प्रस्तावित डूंगरी बांध के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। सवाई माधोपुर जिले के चकेरी गांव में आयोजित एक विशाल महापंचायत में सवाई माधोपुर और करौली जिलों के हजारों लोग शामिल हुए। इस महापंचायत में सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि डूंगरी बांध किसी भी हालत में नहीं बनने दिया जाएगा। महापंचायत में हर गांव से आए वक्ताओं ने अपनी-अपनी बातें रखीं। सभी ने कहा कि अगर डूंगरी बांध बनता है, तो उनकी जमीन, जंगल और घर उजड़ जाएंगे। वर्तमान में लगभग 76 गांव डूब क्षेत्र में आ रहे हैं, लेकिन भविष्य में यह संख्या बढ़कर लगभग 300 तक पहुंच सकती है। ग्रामीणों ने सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी कि वे किसी भी सूरत में अपनी जमीन और पहचान नहीं छोड़ेंगे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
दहेज नहीं मिलने पर पत्नी को कर दिया मृत घोषित, अब योजनाओं के लाभ के लिए भटक रही महिला
राजस्थान के भरतपुर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को दस्तावेजों में मृत बताया गया है, केवल इसलिए क्योंकि उसके पति और ससुराल वालों ने उसे दहेज न मिलने पर प्रताड़ित किया। यह मामला दहेज प्रताड़ना से जुड़ा हुआ है और महिला अब सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रही है, क्योंकि उसके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में उसे मृत घोषित कर दिया गया है। दुर्गेश कुमारी नामक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति और ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर उसके साथ प्रताड़ना की। जब उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई, तो उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह चौंकाने वाली घटना तब सामने आई, जब उसने सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदन किया और उसे पता चला कि उसके दस्तावेज में उसकी मौत हो चुकी है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
'नौकरी के लिए शादी करने वाली लड़की से पीछा छुड़ा लो, असफल होने पर वो आपको छोड़ देगी'
राजस्थान में हाल ही में एसआई भर्ती 2021 रद्द होने के बाद से युवाओं की शादी और सगाई पर बुरा असर पड़ा है। इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर कई रील और मीम्स वायरल हुए हैं, जिनमें लोग हंसी मजाक कर रहे हैं। इसी बीच, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज की एक सलाह ने ध्यान खींचा है, जो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। दरअसल, आलोक राज और एक युवक चेतन के बीच सोशल मीडिया पर बातचीत हो रही थी। चेतन ने आलोक राज से एक सवाल पूछा था, जिस पर उन्होंने यह अनोखी सलाह दी। आलोक राज ने लिखा कि अगर कोई लड़की नौकरी की वजह से आपसे शादी करना चाहती है, तो आप उससे समय रहते ही पीछा छुड़ा लें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से बाद में किसी कारण से वह आपको छोड़ नहीं पाएगी। इस सलाह ने लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया और यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
शादी के बाद पति के बजाय बॉयफ्रेंड से संबंध बनाना मानसिक क्रूरता, फैमिली कोर्ट ने दिए तलाक के आदेश
राजस्थान के जयपुर में एक हैरान कर देने वाले मामले में फैमिली कोर्ट ने एक पति की ओर से दायर तलाक की याचिका को मंजूरी दे दी। कोर्ट ने इसे मानसिक क्रूरता मानते हुए फैसला सुनाया कि पत्नी ने शादी के बाद अपने पति से शारीरिक संबंध बनाने के बजाय बॉयफ्रेंड से संबंध बनाए। इस मामले ने सामाजिक और कानूनी पहलुओं को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। यह मामला जयपुर के एक युवक और सीकर की एक युवती के बीच का है। दोनों का विवाह 3 फरवरी, 2020 को हुआ था। विवाह के बाद भी पत्नी ने पति से शारीरिक संबंध नहीं बनाए और पति ने तलाक के लिए याचिका दायर की। पत्नी ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि उसका किसी बॉयफ्रेंड से कोई संबंध नहीं है। हालांकि पति ने कोर्ट में कई ठोस सबूत पेश किए, जिनमें शादी से पहले और बाद की चैटिंग, फोटो, वीडियो और दो एफआईआर शामिल थीं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
पाली में जंजीरों में जकड़ी युवती का वीडियो वायरल, अवसाद के चलते तीन महीने से घर में कैद
राजस्थान के पाली जिले के रोहट के अरटिया गांव में एक युवती को पिछले तीन महीनों से पैरों में लोहे की जंजीर से बांध कर रखने का मामला सामने आया है। जब युवती का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो चिकित्सा विभाग हरकत में आया और अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर युवती के पैरों से जंजीर को हटवाया और उसे एंबुलेंस से पाली के बांगड़ अस्पताल लाया गया। मनोरोग चिकित्सक डॉ. दलजीत सिंह राणावत ने युवती का इलाज शुरू किया। अतिरिक्त मुख्य चिकित्साधिकारी वेदांत गर्ग ने बताया कि युवती के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और वे अशिक्षित हैं। इतना ही नहीं, युवती का आधार कार्ड भी अभी तक नहीं बनवाया गया था। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
कांग्रेस में बागी नेताओं की वापसी की प्रक्रिया तेज, निकाय-पंचायत चुनाव से पहले कई नाम कतार में
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के भीतर आगामी निकाय और पंचायत चुनाव से पहले बागी नेताओं की वापसी की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। पार्टी के कई जिलों के विधायकों और स्थानीय नेताओं ने करीब 30 से अधिक बागी नेताओं के नाम अनुशासन समिति को भेजे हैं। यह कदम आगामी चुनावों की तैयारी के तहत उठाया गया है। अनुशासन समिति की बैठक जल्द ही होगी और इसके बाद रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंप दी जाएगी। हाल ही में कांग्रेस वॉर रूम में हुई एक बैठक में समिति की अध्यक्षता करने वाले पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना शामिल नहीं हो पाए थे, जिसके कारण निर्णय स्थगित हो गया। अब एक नई बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पूर्व मंत्री शकुंतला रावत और विधायक हाकम अली रिपोर्ट तैयार करेंगे। शकुंतला रावत ने कहा कि नाम तो आए हैं, लेकिन अभी इसका खुलासा नहीं करेंगे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान भाजपा का संगठन विस्तार बना चर्चा का मुद्दा, मदन राठौड़ अभी तक कुछ तय नहीं कर पाए!
राजस्थान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का संगठन विस्तार कई महीनों से चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के नेतृत्व में नई कार्यकारिणी के गठन के लिए उत्सुकता बनी हुई है, लेकिन अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बीजेपी को संगठनात्मक और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान में बीजेपी की सरकार को डेढ़ साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन संगठनात्मक नियुक्तियां अब तक पूरी नहीं हो पाई हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस और अन्य दलों से कई प्रमुख नेता बीजेपी में शामिल हुए थे, जिनमें से अधिकांश को न तो सत्ता में कोई अहम पद मिला है और ना ही संगठन में। इस स्थिति ने पार्टी के लिए एक बड़ी दुविधा खड़ी कर दी है, क्योंकि वह अपने पुराने कार्यकर्ताओं की नाराजगी से बचने और नए नेताओं को समायोजित करने के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
पीएम मोदी, गृह मंत्री शाह और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर पर देश की एकता-अखंडता को खतरे में डालने का आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पर नागरिकता अधिनियम में संशोधन के जरिए देश की एकता व अखंडता को खतरे में डालने तथा धर्म के आधार पर मुस्लिमों के साथ भेदभाव करने के आरोप में राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर हुई है। एडवोकेट पूरण चंद्र सेन की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सुदेश बंसल ने मामले में 23 सितंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई तय की है। अदालत ने याचिकाकर्ता एडवोकेट से बार काउंसिल ऑफ राजस्थान की ओर से जारी सनद पेश करने, याचिका की कॉपी महाधिवक्ता और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को देने और उनसे अदालत की सहायता करने को कहा है। अदालत ने लक्ष्मणगढ़, अलवर की न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में याचिकाकर्ता की ओर से दर्ज की गई शिकायत व इस पर हुई कार्रवाई का रिकॉर्ड भी पेश करने को कहा है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान के मास्टरमाइंड ने ठगे सैकड़ों करोड़, जानें कैसे निवेश के नाम पर की धोखाधड़ी
राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी दिनेश कुमार जैन उर्फ डीके जैन ने अमेरिकी डॉलर और क्रिप्टो करेंसी निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी कर डाली। उसकी बनाई कंपनियां Hedgex Fund और Lavaya Shopping सहित कई फर्जी वेबसाइटें थीं। इन माध्यमों से उसने राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, असम, झारखंड जैसे राज्यों के हजारों लोगों को अपना शिकार बनाया। दिनेश कुमार जैन, उम्र 40 वर्ष, भीलवाड़ा के वैभवनगर का निवासी है। यह पहले से ही Forex Trading (फॉरेक्स ट्रेडिंग) कंपनियों में नौकरी कर चुका था। अनुभव जुटाने के बाद इसने खुद की कंपनी बनाई और निवेशकों को करोड़पतियों का सपना दिखाकर फंसा लिया। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने डीके जैन को घोषित अपराधी करार दिया। अदालत ने देशभर के पीड़ितों से कहा कि वे दिल्ली क्राइम ब्रांच में मुकदमा दर्ज करवा सकते हैं। राजस्थान के कई शहरों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जबकि अकेले दौसा से लगभग 10 करोड़ रुपए के घोटाले की पुष्टि हुई है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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