DELHI. पूरी दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस के कहर से लोग अभी तक लोग जूझ रहे हैं। इस महामारी सब कुछ बर्बाद कर दिया। आज भी लोग उस त्रासदी को यादकर सिहर उठाते हैं। जिस तरह से लोगों ने उस दौरान मौत का मंजर देखा वह भुलाए नहीं भूला जाता है। आज भले ही देश में कथित रूप से कोरोना के मामले कम हो चुके हों लेकिन अब फिर एक बार खतरे की घंटी बज चुकी है क्योंकि डॉक्टरों की मानें तो अब कोरोना के नए वैरियंट ने देश में दस्तक दे दी है। बताया जा रहा है कि भारत में ओमिक्रॉन के एक नए सब-वैरिएंट की एंट्री हो चुकी है और इसको लेकर चेतावनी भी दी है।
नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट
हाल ही में कोरोना के एक नए वैरिएंट ने सबकी चिंताएं फिर बढ़ा दी हैं। कोरोना का यह नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट बताया जा रहा है और इसका नाम BA.5.1.7 है। यह वायरस काफी तेजी से फैलता है। भारत में BF.7 सब-वैरिएंट के पहले मामले के बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने पता लगाया गया है। हेल्थ एक्सपर्ट ने सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि चीन में कोविड -19 मामलों में आई तेजी का कारण कथित तौर पर BF.7 और BA.5.1.7 और बीएफ.7, अत्यधिक संक्रामक माने जाते हैं और अब ये दुनिया भर में फैल रहे हैं.।
त्योहार है नजदीक
लॉकडाउन और प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद भारत में लोगों कू जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली भी नजदीक है। धूमधाम से मनाने की लोग तैयारी भी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एक्सपर्ट ने दिवाली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा और भाई दूज के पहले भी उचित सावधानी बरतने की सलाह दी है। उनका कहना है कि किसी को अभी मास्क लगाना नहीं छोड़ना चाहिए और अगर कोई लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत आइसोलेट कर लेना चाहिए। दो रिसर्च बताती हैं कि बीएफ.7 वैरिएंट अन्य ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट की तुलना में पहले के वैक्सीनेशन और एंटीबॉडी से बच सकता है इसलिए यह और अधिक संक्रामक माना जा रहा है।
चीन से आया है वैरिएंट
कोरोना के लिए चीन को ही जिम्मेदार माना जाता हैष एक बार फिर नए वैरिएंट के लिए चीन पर ही उंगुली उठ रही है। एशियाई अस्पताल फरीदाबाद की कंसल्टेंट फिजिशियन और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. चारु दत्त अरोड़ा (Dr Charu Dutt Arora) के मुताबिक ओमिक्रॉन स्पॉन' नाम का एक नया वैरिएंट जिसे तकनीकी रूप से बीए.5.1.7 और बीएफ 7 नाम दिया गया है, चीन के मंगोलिया में पाया गया था। इस वैरिएंट के बारे में यह बताया गया था कि पिछले दो हफ्तों में यह वैरिएंट संयुक्त राज्य अमेरिका में (0.8 से 1.7%) दोगुना हो गया है। यूके, जर्मनी और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों में इस वैरिएंट के लगभग 15-25 प्रतिशत मामले हैं।
सावधान रहने की जरूरत
राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप वैक्सीनेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एन.के.अरोड़ा (Dr N.K. Arora) के मुताबिक, 'अगले दो से तीन सप्ताह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। कोविड -19 अभी भी हमारे आसपास ही है और दिन-ब-दिन दुनिया के कई हिस्सों में इसके नए वैरिएंट भी सामने आ रहे हैं। ये वैरिएंट हमसे अलग नहीं हो सकते इसलिए हमें इन वायरस से सावधान रहने की जरूरत है।
BA.5.1.7 और BF.7 वैरिएंट के लक्षण
एक्सरपर्ट के अनुसार इन वैरिएंट के लक्षण पुराने वैरिएंट की तरह ही होंगे लेकिन एक निश्चित समय के साथ ही सामने आएंगे। शरीर में दर्द इस वैरिएंट का मुख्य लक्षण है। जिन लोगों में इसके लक्षण नहीं नजर आते और अगर वे संक्रमित हैं तो वह भी संक्रमण फैला सकते हैं।
दीपावली से पहले रखें ये सावधानियां
डॉ अरोड़ा कहते हैं कि दिवाली का त्योहार आ ही गया है लोगों को कोविड वैरिएंट से घबराना नहीं है बल्कि सावधानी रखनी है। जितना हो सके कम से कम लोगों से मिलने की कोशिश करें, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें, साबुन और पानी से अच्छी तरह से हाथ धोकर हाथों को समय समय पर साफ करते रहें। जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, वे लोग मास्क लगाना शुरू करें।