BHOPAL. द सूत्र.
शमशाबाद विधानसभा सीट 1977 में बनी। मोटे तौर पर यहां हिंदूवादी दलों का ही असर रहा है। पिछले 10 विधानसभा चुनावों में भाजपा 6 बार यहां से जीती। 2 बार कांग्रेस, एक बार जनता पार्टी और एक बार अजेय भारत पार्टी जीती। कांग्रेस और अजेय भारत पार्टी से प्रत्याशी रहे रुद्र प्रताप सिंह बाद में भाजपा में आ गए और पिछले साल उनकी पत्नी राजश्री को टिकट मिला। वो जीत गईं। वर्तमान में भाजपा की राजश्री रुद्र प्रताप सिंह यहां से विधायक हैं।
विधानसभा क्षेत्र: इस विधानसभा क्षेत्र में विदिशा जिले का दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र आता है। शमशाबाद के अलावा नटेरन प्रमुख गांव है।
महिला मतदाता: 81777
पुरुष मतदाता: 93416
कुल मतदाता:175195
साक्षरता का प्रतिशत: 77:89 %
धार्मिक समीकरण: हिंदू बहुल सीट। मीणा व ठाकुर वोट काफी हैं।
आर्थिक समीकरण:कृषि आधारित अर्थव्यवस्था
विधानसभा सीट पर मतदान का ट्रेंड कब और कितना (सर्वाधिक और न्यूनतम मतदान): सर्वाधिक 2018: 75.38 प्रतिशत,सबसे कम 1990: 50.17
विधानसभा क्षेत्र का इतिहास: शमशाबाद विधानसभा सीट 1977 में बनी। यह शुरु से अनारक्षित रही है। 1977 में यहां से भाजपा के गिरीशचंद रामसहाय जीते थे। 1980 में भाजपा के ब्रजमोहन दास माहेश्वरी तथा1985 कांग्रेस के मेहताब सिंह जीते। 1990 में भाजपा के प्रेमनारायण शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक गिरीशचंद्र सहाय को हराया। 1993 में प्रेमनारायण शर्मा यहां से दोबारा जीते। 1998 में यहां से अजेय भारत पार्टी के रूद्रप्रतापसिंह ने भाजपा के बदनसिंह रघुवंशी को हराया। 2003 में भाजपा के राघवजी जीते। 2008 और 2013 में यह सीट भाजपा के सूर्यप्रकाश मीणा ने जीती। 2018 में भाजपा की राजश्री रुद्र प्रताप सिंह कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को हराकर जीतीं।
विधानसभा क्षेत्र की खास पहचान: बाबा रामदेव का मंदिर।
2003 से 2018 तक के विधानसभा चुनाव में कौन जीता-कौन हारा: चार चुनावों से भाजपा ही जीतती रही है।
विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक मिजाज:
इस विधानसभा सीट का राजनीतिक मिजाज भाजपाई है। कांग्रेस यदा कदा ही जीत पाई है।
विधानसभा क्षेत्र की बड़ी चुनावी उठा-पटक:
कभी कांग्रेस में रहे रुद्र प्रताप सिंह एक बार अजेय भारत पार्टी के बैनर पर चुनाव जीते। बाद में वो भाजपा में शामिल हो गए और 2018 में अपनी पत्नी राजश्री को टिकट दिलाया। राजश्री वर्तमान में यहां से विधायक हैं।
विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे:
शहर में बायपास की मांग, स्थानीय कॉलेज में स्टाफ की कमी, पेयजल की समस्या, बेरोजगारी
पिछले चुनाव (2018) में समीकरण: पिछला चुनाव दो महिला प्रत्याशियों के बीच हुआ था। इसमें भाजपा की राजश्री रुद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को 7 हजार वोटों से हराया।
चुनाव से जुड़े मशहूर किस्से:
पिछला विधानसभा चुनाव दो राजनीतिक परिवारों की महिला प्रत्याशियों में हुआ था। भाजपा की राजश्री पूर्व विधायक रुद्र प्रताप सिंह की पत्नी हैं तो उनके मुकाबिल रहीं ज्योत्सना यादव पूर्व विधायक मेहताब सिंह की बहू हैं। मेहताब सिंह अपनी राजनीतिक विरासत बहू को सौंपना चाहते हैं।