BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से शुरू हो गया। सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, बीजेपी के वरिष्ठ नेता अजय विश्नोई और गौरीशंकर बिसेन समेत 10% विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले दो सत्र से सदन में कोई सवाल नहीं पूछा। इन विधायकों का कहना है कि सदन में सवाल पूछने लायक कुछ बचा ही नहीं। 2020 में बीजेपी की सरकार बनने से अब तक 10 सत्र हो चुके हैं। अगले साल नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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इन विधायकों ने नहीं पूछे सवाल
- डॉ. शिशुपाल यादव, पृथ्वीपुर
नए विधायकों को बोलने का मौका मिलेगा, जरूरत पड़ने पर समय भी बढ़ाएंगे- गोविंद सिंह
मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम की अध्यक्षता में विधानसभा भवन में 18 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि आपसी सहमति से तय किया है कि सत्र शांतिपूर्वक तरीके से चले। जरूरत पड़ने पर सेशन शाम 5.30 बजे के बाद भी चलाया जाए। नए विधायकों को बोलने का पूरा मौका मिले। जो जनता की समस्याएं हैं वो सदन में आ सकें।