Raipur. छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक टीएस सिंहदेव इस वक्त सूबे की सियासत में खासा चर्चा का विषय बने हुए हैं। लेकिन द सूत्र की रीसर्च में एक चौंकाने वाला वाक्या सामने आया है। जिसमें कहा ये जाता है कि राजनीति से जुड़े लोगों की संपत्ति लगातार बढ़ती है। वहीं टीएस सिंहदेव की संपत्ति में कमी आई है। सरगुजा के त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव याने टीएस बाबा... छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक माने जाते हैं। टीएस सिंहदेव की संपत्ति में जिसे लगातार बढ़ना चाहिए वह घटती दिखाई दे रही है।
साल 2013 से साल 2018 के बीच घटी संपत्ती!
यह वाक्या सामने आया है टीएस सिंहदेव के निर्वाचन आयोग को जमा किए हुए शपथ पत्र से, दरअसल हर चुनाव में नेताओं को अपनी संपत्ति का व्यौरा देना होता है। टीएस सिंहदेव ने भी ब्यौरा दिया, लेकिन उनकी संपत्ति 2013 के मुकाबले 2018 में 50 करोड़ कम दर्ज हुई है।
साल 2013 में टीएस सिंहदेव की संपत्ति
नगद 4 लाख 25 हजार
बैंक में 1 करोड़ 33 लाख 10 हजार 800
62 लाख का बीमा
जो अन्य व्यक्तियों को दिए- 9 करोड़ 9 लाख 10 हजार 385
3 कार- 33 लाख 35 हजार 702
जेवर और मूल्यवान वस्तुएं- 31 लाख 7 हजार 530
गैर कृषि भूमि- 462 करोड़ 33 लाख 98 हजार 898
अन्य प्रॉपर्टी- 76 करोड़ 49 लाख 20 हजार 755
10 लाख 92 हजार का लोन
कुल संपत्ति 551 करोड़ 46 लाख 98 हजार 685 थी
साल 2018 में टीएस सिंहदेव की संपत्ति
नगद 2 लाख 80 हजार
बैंक में 93 लाख 39 हजार 943 (बीमा समेत)
कुल दिया हआ लोन- 7 करोड़ 32 लाख 15 हजार 336
5 कार कुल 1 करोड़ 11 लाख 82 हजार 375
कुल जेवर और मूल्यवान वस्तुएं- 1 करोड़ 5 लाख 50 हजार
चल और अचल संपत्ति 491 करोड़ 42 लाख 92 हजार 706
लोन- 62 लाख 81 हजार 767
कुल संपत्ति- 500 करोड़ 4 लाख 7 हजार 613 थी
मेरे पास कोई व्यवसायिक काम नहीं है- सिंहदेव
यानी छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक टीएस सिंहदेव जो राज परिवार से ताल्लूक रखते हैं, पिछले पांच सालों में सिंहदेव की लगभग 50 करोड़ की संपत्ति कम हुई है। अंबिकापुर सीट से भरे नामांकन में सिंहदेव ने यह जानकारी दी है। पिछले चुनाव में कुल संपत्ति 551 करोड़ रुपए की जानकारी थी, जबकि वर्तमान में 500 करोड़ 4 लाख 7 हजार 613 रुपए उनकी कुल संपत्ति है। सिंहदेव के नाम पर बैंक में 62 लाख रुपए के कर्ज हैं। इस बारे जब द सूत्र ने टीएस सिंह से बात की तो उनका कहना था कि उन्होनें कभी इतनी गहराई से इसे देखा ही नहीं। मुस्कुराते हुए टीएस सिंहदेव ने यह भी कहा है कि उनके पास कोई व्यवसाय नहीं है।
यानी संपत्ति कम हुई लेकिन पता ही नहीं चला... अब तो 2018 के बाद सरकार भी कांग्रेस की बनी। टीएस बाबा को डिप्टी सीएम भी बनाया गया है। लेकिन अब फिर चुनाव होने हैं तो क्या इस बार टीएस बाबा जो नामांकम पत्र दाखिल करेंगे, उसमें संपत्ति बढ़ी होगी या कम हुई होगी?