केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शनिवार को भोपाल पहुंचे थे। इसी के साथ उन्होंने भोपाल के बड़े तलाब में जल यातायात शुरू करने का सुझाव दिया। गडकरी ने सीएम डॉ. मोहन यादव से कहा कि मुंबई, गुजरात और ओडिशा की तर्ज पर बड़े तालाब में भी रोपेक्स शुरू किया जा सकता है। इसके कराण दूरदराज के इलाकों में जाना आसान होगा।
राष्ट्रीय सेमिनार में पहुंचे थे गडकरी
रवींद्र भवन ( ravindra Bhawan ) में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस और पीडब्ल्यूडी के राष्ट्रीय सेमिनार में गडकरी ने दावा किया कि जिन शहरों में रोपेक्स चल रहे हैं, वहां घंटों की दूरी मिनटों में पूरी हो जाती है। इसी के साथ 15-20 करोड़ रुपए के निवेश से भोपाल की सूरत बदल सकती है। गडकरी ने कहा कि मैंने पहले भी तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बड़े तालाब पर रोपवे चलाने और इमर्स टनल ( पानी के अंदर सुरंग ) बनाकर शहर में जल यातायात की सलाह दी थी।
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भोपाल को मिलेगा फायदा
बड़ा तालाब शहर को नए व पुराने दो हिस्सों में बांटता है। भदभदा से बैरागढ़ तक सड़क से जाने के लिए 16.50 किमी के सफर में करीब 40 मिनट का समय लगता है। जानकारी के मुताबिक रोपेक्स से यह दूरी 5 से 10 मिनट में पूरी हो जाएगी। इससे कमला पार्क रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इसी के साथ अलीबाग जाने के लिए सड़क से 3 घंटे लगते थे। रोपेक्स से अब 17 मिनट लगते हैं। 2020 में मुंबई पहला महानगर बना जहां रोपेक्स शुरू हुआ।
क्या है रोपेक्स
रोपेक्स ( ropex ) बड़े शिप होते हैं। ये 4-5 मंजिला होते हैं। लोग शिप्स में अपनी कार के साथ सवार हो सकते हैं। इनमें बस और ट्रक भी जा सकते हैं। शिप की ऊपरी मंजिल पर लोग रेस्तरां में बैठ सकते हैं। कुछ मिनटों में एक से दूसरे किनारे पर पहुंच सकते हैं, जबकि सड़क से जाने में उन्हें घंटों लग सकते हैं।
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