कोरोना महामारी के पहली और दूसरी लहर का सामना करने के बाद अब देश को तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी जा चुकी है। इस बीच ही भारत में बढ़ती हुई R वैल्यू ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। R वैल्यू के बढ़ने से रोजाना मिलने वाले केसेस भी बढ़ने लगे हैं। देश में R वैल्यू 0.93 से बढ़कर 1.01 हो गई है।
एक से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा मरीज
R वैल्यू को लेकर चेन्नई के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंस ने बताया है कि, संक्रमण दर एक महीने के अंदर 0.93 से बढ़कर 1.01 फीसदी हो गई है। यानी अब कोरोना का एक मरीज एक से ज्यादा व्यक्ति तक संक्रमण फैला रहा है। R वैल्यू का बढ़ना सीधे-सीधे एक खतरे का संकेत है।
क्या है R-वैल्यू ?
AIIMS के निदेशक, रणदीप गुलेरिया का कहना है कि R वैल्यू का मतलब यह है कि एक संक्रमित व्यक्ति आगेऔर कितने लोगों को संक्रमित कर सकता है। R वैल्यू के बढ़ने का सीधा मतलब यही है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण दूसरों में फैलने की दर बढ़ गई है। कहा जा रहा है कि R-वैल्यू का .96 से शुरू होकर 1 तक जाना चिंता का कारण है।
क्या लगेगा लॉकडाउन ?
R वैल्यू को लेकर डॉ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि R वैल्यू की बढ़ती हुई रफ्तार को रोकने का एक मात्र रास्ता लॉकडाउन ही है। लॉकडाउन लगाकर ही सरकार संक्रमण को काबू में ला सकती है। मई में भी R-वैल्यू कम होने की बड़ी वजह लॉकडाउन ही थी। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार तेजी से थमने लगी थी।