अमेरिका से 104 भारतीयों की वापसी पर जयशंकर ने दी सफाई, बताई 10 बड़ी बातें
अमेरिका से भारतीय नागरिकों के डिपोर्टेशन पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने अवैध प्रवास रोकने की अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी का जिक्र किया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर संसद में प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल उठाए।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में अमेरिका से भारतीय नागरिकों के डिपोर्टेशन पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र संधि का हवाला देते हुए कहा कि अवैध प्रवास को रोकना और कानूनी प्रवास को प्रोत्साहित करना सभी देशों की जिम्मेदारी है। इस मुद्दे पर देशभर में बहस छिड़ी हुई है, वहीं विपक्ष ने संसद में विरोध प्रदर्शन किया।
ऐसा पहले भी होता रहा है: विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा, हम जानते हैं कि कल 104 लोग वापस आए। हमारे पास इन लोगो की सूचना थी, हम ही हैं जिन्होंने उन लोगों के राष्ट्रीयता की पुष्टि की। जयशंकर ने कहा, हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि यह कोई नया मामला है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मामला है जो पहले भी होता रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था, और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर से न हो। राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जो कहा उसकी खास बातें-
1. अमेरिका से 104 भारतीय डिपोर्ट : विदेश मंत्री जयशंकर ने राज्यसभा में बताया कि अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर वापस भेजा है।
2. अवैध प्रवास पर रुख सख्त : विदेश मंत्री ने कहा कि हर देश की जिम्मेदारी है कि विदेशों में अवैध रूप से रह रहे अपने नागरिकों को वापस ले।
3. डिपोर्टेशन प्रक्रिया में कुछ नया नहीं: जयशंकर ने साफ किया कि यह कोई नई प्रोसेस नहीं है इसस पहले भी इस तरह की कार्रवाइयां होती रही हैं।
4. महिला -बच्चों के लिए विशेष प्रावधान: अमेरिकी एजेंसी के अनुसार महिलाओं-बच्चों को डिपोर्टेशन के दौरान restraints में नहीं रखा जाता।
5. फ्लाइट SOP में restraints का प्रावधान: 2012 से चल रहे स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) में फ्लाइट में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए restraints लगाए जाते हैं।
6. टॉयलेट ब्रेक पर restraints हटाने का नियम: डिपोर्टेशन के दौरान यात्रियों को टॉयलेट ब्रेक के समय restraints हटा दिए जाते हैं।
7. डिपोर्ट हुए भारतीयों का अनुभव: डिपोर्ट किए भारतीयों ने अपने अनुभव साझा किए हैं, जिनमें कई कठिनाइयों का जिक्र किया गया है।
8. भारत-अमेरिका सरकारों के बीच बात जारी: भारत सरकार अमेरिकी अधिकारियों से लगातार संपर्क में है ताकि डिपोर्ट किए जा रहे नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार हो।
9. ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने के उठाया कदम: विदेश मंत्री ने अवैध तरीके से लोगों को विदेश भेजने वाले एजेंट्स पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।
10. कानूनी प्रवास की जरूरत: जयशंकर ने कहा कि अवैध प्रवास को रोकने और कानूनी प्रवास को बढ़ावा देने के लिए सभी देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
अमेरिका से भारतीय नागरिकों को हथकड़ी और बेड़ियों में डिपोर्ट किए जाने के मुद्दे पर विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछा कि अगर ट्रंप के साथ उनकी दोस्ती इतनी गहरी है तो ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं।
FAQ- खबर से संबंधित सामान्य प्रश्न
अमेरिका ने कितने भारतीयों को डिपोर्ट किया है?
अमेरिका ने 104 भारतीयों को डिपोर्ट कर भारत वापस भेजा है।
डिपोर्टेशन प्रक्रिया कब से लागू है?
डिपोर्टेशन प्रक्रिया कई वर्षों से चल रही है।
डिपोर्टेशन के दौरान restraints क्यों लगाए जाते हैं?
सुरक्षा के लिए फ्लाइट में 2012 से SOP के तहत restraints लगाए जाते हैं।
क्या महिलाओं और बच्चों पर भी restraints लगाए जाते हैं?
नहीं, अमेरिकी एजेंसी ICE के अनुसार महिलाओं और बच्चों पर restraints नहीं लगाए जाते।
सरकार अवैध प्रवास रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है?
सरकार अवैध तरीकों से लोगों को विदेश भेजने वाले एजेंट्स पर कड़ी कार्रवाई और कानूनी प्रवास को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है।