बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के कई जिलों की फसलें खराब, 30 से 50 प्रतिशत के नुकसान का अनुमान

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Rahul Sharma
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बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश के कई जिलों की फसलें खराब, 30 से 50 प्रतिशत के नुकसान का अनुमान

Bhopal. मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। 18 मार्च को राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में ओले गिरे, इससे खेतों में खड़ी फसल को बहुत नुकसान हुआ। एक अनुमान के मुताबिक कई इलाकों में 30 से 50 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। जो फसल कटने का तैयार थी, ओले के कारण दाने टूटकर गिर गए हैं। वहीं जो फसल पक रही थी वह दाने अब खराब हो जाएंगे। द सूत्र ने किसानों को हुए नुकसान को लेकर जमीनी पड़ताल की तो पता चला बड़ी मात्रा में फसल खेतों में आड़ी बिछ गई है। 





भोपाल में 50 प्रतिशत तक नुकसान





भोपाल में सभी खेतों में नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन जिन खेतों में आंधी, बारिश और ओले से नुकसान पहुंचा है, उनमें 50 प्रतिशत तक फसल खराब हुई है। द सूत्र की टीम ने मिसरोद, गुरारीघाट, पिपलिया केशो और रतनपुर गांव में जाकर किसानों से बात की। किसानों ने कहा कि फसले खराब हुई है, सरकार को जल्द से जल्द मुआवजा देना चाहिए। किसानों ने बताया कि अभी तक सर्वे जैसी किसी बात की जानकारी नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि आपकी फसल का बीमा है तो फिर इतनी चिंता क्यों, जिस पर किसानों ने जवाब दिया कि बीमा काफी देरी से मिलता है और नुकसान जितना हुआ उससे काफी कम मिलता है। 





हरदा के किसानों ने कहा 24 घंटे के अंदर हो सर्वे







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हरदा में सर्वे दल फसल की जांच करता हुआ







कृषि मंत्री के गृह जिले हरदा में रहटगांव तहसील में काफी नुकसान हुआ है। यहां रविवार से सर्वे शुरू हो गया है। सर्वे दल 7 दिनों में सर्वे का काम पूरा करेगा, लेकिन किसानों का कहना है कि 7 दिनों के अंदर तो कई जगहों की फसलें कट जाएंगी, अगर अभी भी 7 दिनों का हम इंतजार करेंगे और दोबारा से मौसम की मार झेलनी पड़ी तो जो थोड़ा बहुत उत्पादन मिलना है, वह भी नहीं मिल पाएगा। सर्वे दल को 24 घंटे के अंदर सर्वे कर रिपोर्ट पेश करनी चाहिए और शासन से किसानों को उचित मुआवजा दिलाना चाहिए।





रायसेन में एक दिन बाद भी खेतों में दिखे ओले







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रायसेन में ओलावृष्टि के एक दिन बाद भी खेतों में पड़े ओले को दिखाता किसान







रायसेन जिले में लगातार हो रही बारिश से किसान सकते में है। 18 मार्च को सिलवानी तहसील के बम्होरी सर्किल के दर्जनों गावो में ओले गिरे। यहां किसान 100 फीसदी नुकसान का दावा कर रहे हैं। ग्राम पहरिया में ग्राउंड जीरो पर जाकर देखा तो एक दिन पहले हुई ओलावृष्टि के बाद अभी भी ओलो का ढेर खेत मे देखा जा रहा है। परेशान किसान अब सरकार से आस लगाए हुए है। इसी तरह बेगमगंज तहसील के 23 गावो में ओले गिरने से फसल चौपट हो गई। 





22 जिलों में आज भी गिर सकते हैं ओले





किसानों के लिए खतरा अभी भी टला नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार आज रविवार रात तक प्रदेश के करीब 22 जिलों में आंधी बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। सिवनी, छिंदवाड़ा, पन्ना, उमरिया और कटनी जिले को लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं शिवपुर, भिंड, बड़वानी, खरगोन, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, बैतूल, नर्मदापुरम, छतरपुर, सतना, सिंगरौली, अनूपपुर और शहडोल के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। 





भोपाल में कल तक बारिश का अनुमान







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मौसम विभाग ने जारी किया भोपाल का पूर्वानुमान







राजधानी भोपाल की बात करें तो कल यानी 20 मार्च तक बारिश का अनुमान है। वहीं 21 और 22 मार्च को आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे, 23 मार्च से मौसम साफ होने के साथ ही तापमान बढ़ेंगे। 20 मार्च तक भोपाल का अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। नरेला, कोलार, बैरसिया, नवीबाग में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। 





रायसेन में ओले गिरने से फसलें हुईं चौपट





रायसेन जिले में लगातार बारिश से किसान परेशान हैं। सिलवानी तहसील के बम्होरी सर्किल के दर्जनों गावों में ओले गिरे हैं। इन ओलों को आकार बड़ा था। इनसे फसलों को बचना असंभव है। सड़क खेत पर ओलों की परत जम गई। अब किसान सरकार से आस लगाए हुए कि नुकसान का पूरा आंकलन किया जाएगा। बेगमगंज तहसील के 23 गावों में फसल चौपट हो गई है। जिले के कई गावों में आंधी वर्षा ओर ओले गिरने से गेहूं की फसल आड़ी हो गई है। 





आपदा के समय में प्रदेश सरकार किसानों के साथ हैं: कृषि मंत्री





कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आपदा के समय प्रदेश सरकार किसानों के साथ ढाल बनकर खड़ी है। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपकी चिंता प्रदेश सरकार कर रही है। आरबीसी 6-4 के अंतर्गत क्षतिपूर्ति की जाएगी। सभी जिलों के कलेक्टर और अधिकारियों को सर्वे के निर्देश दे दिए गए हैं। सर्वे के दौरान किसान और सरपंच सहित अन्य 5 लोगों को साथ रखा जाएगा। नुकसान के पंचनामे की एक कॉपी किसानों को देने और एक कॉपी पंचायत में रखने के निर्देश दिए हैं।





वीडियो देखें- 









(भोपाल से राहुल शर्मा, रायसेन से पवन सिलावट, बैतूल से विनोद पातरिया का इनपुट) 



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