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मध्य प्रदेश की बड़ी खबरें
SC-ST, OBC महासम्मेलन में हंगामा, संविधान की किताब फाड़ी, भीड़ ने आरोपियों को पीटा
जबलपुर के मानस भवन में सम्राट अशोक महान धम्म विजय दिवस पर रविवार हंगामा हुआ। सामाजिक एवं राजनैतिक जन चेतना महासम्मेलन के दौरान कुछ युवकों ने मंच पर चढ़कर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि इन युवकों ने कार्यक्रम का मंच पर चढ़कर विरोध किया। वहीं स्टॉल पर बिक रही संविधान की किताब फाड़ी। इसके बाद उपस्थित भीड़ बेकाबू हो उठी। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने GEN Z को आगे आने के लिए कहा, SIR पर फिर EC को घेरा
नेपाल में हुए जेन जी (GEN-Z) जैसे आंदोलन की जरूरत अब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बताई है। खासकर चुनाव आयोग के जरिए किए जा रहे एसआईआर को देखते हुए इसकी जरूरत बताई गई है। इसके पहले हाल ही में इंदौर आए रॉबर्ट वाड्रा ने भी इस तरह के आंदोलन की अप्रत्यक्ष तौर पर जरूरत बता दी थी। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
नक्सली हिड़मा एनकाउंटर पर दिग्विजय के बयान पर सीएम मोहन यादव का पलटवार बोले- जनता से माफी मांगें
छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर के बाद सियासत शुरू हो गई है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयान के बयान पर मध्यप्रदेश के सीएम डॉ.मोहन यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के बयान को गलत बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है।खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
रिटायर आईएएस पूर्व संभागायुक्त एसबी सिंह की मल्टी के काम पर हाईकोर्ट के ये आदेश
इंदौर के पॉश एरिया बसंत बिहार में बन रही एक मल्टी बिल्डिंग का विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। यह मल्टी रिटायर आईएएस और भोपाल के पूर्व संभागायुक्त एसबी सिंह की है। उनकी जी प्लस 4 मल्टी के चलते पास की सड़क पूरी तरह धंस गई है। रहवासी रितु पति संजय श्रीवास्तव ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई है। एसबी सिंह 2013 से 2016 तक भोपाल के संभागायुक्त पद पर रह चुके हैं। वह राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे हैं। उन्हें पदोन्नति के बाद आईएएस बने हैं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
मध्य प्रदेश में SIR : मतदाता संख्या में धार, परसेंट में सीहोर आगे, सबसे नीचे भोपाल, इंदौर और ग्वालियर
मध्यप्रदेश में मतदाता सूची के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR का काम जारी है। यह चार दिसंबर तक पूरा करना है, यानी अब केवल 11 दिन बाकी हैं। एमपी में फार्म वितरण का काम हो चुका है। वहीं, फार्म वापस लेकर डिजिटलाइजेशन का काम अभी तक 50 फीसदी के नीचे है। इसमें भी जिलों की बात करें तो शनिवार रात 22 नवंबर की स्थिति में यह है। उधर इंदौर जिले में बात करें तो मंत्री तुलसी सिलावट की विधानसभा सबसे आगे है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
पिता की तबीयत बिगड़ने से Smriti Mandhana और पलाश मुछाल की ग्रैंड वेडिंग टली, मैनेजर ने किया कन्फर्म
स्मृति मंधाना और पलाश मुछाल की ग्रैंड वेडिंग को फिलहाल टाल दिया गया है। यह फैसला स्मृति के पिता की तबीयत खराब होने के कारण लिया गया। शादी महाराष्ट्र के सांगली में धूमधाम से होने वाली थी। यह जानकारी स्मृति के मैनेजर तुहिन मिश्रा ने दी है। यह कपल पिछले 6 साल से अपने रिश्ते को आगे बढ़ा रहा था। इसलिए फैन्स शादी को लेकर बहुत एक्साइटेड थे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
सागर बस हादसाः तेज रफ्तार बस की टक्कर से बाइक सवार चार युवकों की मौत
रविवार, 23 नवंबर की दोपहर सागर जिले के अनंतपुरा गांव के पास एक तेज रफ्तार बस ने बाइक को सामने से टक्कर मार दी। बाइक पर चार नौजवान सवार थे। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि सभी सड़क किनारे जा गिरे और मौके पर जीवन खो बैठे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
एमपी में बीएलओ पर SIR सर्वे का प्रेशर, एक हफ्ते में 4 की हार्ट अटैक से मौत
एमपी में मतदाता सूची पुनरीक्षण के काम ने बीएलओ पर जबरदस्त दबाव बना दिया है। सर की डेडलाइन पूरी करने के तनाव में एक सप्ताह में चार बीएलओ को हार्ट अटैक आया, जिनमें कई की मौत हो गई। लगातार फील्ड में ड्यूटी, तकनीकी दिक्कतें और ऑनलाइन काम का बोझ मुसीबत बना है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
10 हजार कदमों ने One Indore Run Indore को बनाया शहर का सबसे बड़ा फिटनेस कार्निवल
रविवार, 23 नवंबर की सुबह इंदौर में एक अनोखा नजारा देने को मिला है। दशहरा मैदान से वन इंदौर-रन इंदौर मैराथन शुरू हुई। यह केवल दौड़ नहीं थी, यह स्वास्थ्य और एकता का प्रतीक थी। इंदौर की ऊर्जा सड़कों पर हर तरफ दिखाई दी। ढोल की धुन पर लोग कदम उठा रहे थे। बच्चे, दादी, जवान- सब एक साथ दौड़ रहे थे। हर कोई फिट इंदौर, हिट इंदौर का नारा लगा रहा था। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
RTI का खुलासा: इंदौर के 34 अस्पतालों को फर्जी दस्तावेजों से दे दी मान्यता
एमपी टॉप न्यूज: इंदौर शहर में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर बड़ा खेल सामने आया है। इंदौर के 34 निजी अस्पतालों को फर्जी या अधूरे डॉक्यूमेंटस के आधार पर रजिस्ट्रेशन और मान्यता दी गई है। जांच में पता चला कि कई अस्पताल बिना फायर सेफ्टी और भवन अनुमति के चल रहे हैं। ये अस्पताल फर्जी लेटर पैड और सील-साइन के सहारे सालों से काम कर रहे हैं।खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
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