Bhopal. आज विश्व बाघ दिवस है, मध्यप्रदेश के लिए आज का दिन गौरव से भरा होने जा रहा है, दरअसल मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 700 से पार हो सकती है। आज डब्ल्यूआईआई और एनटीसीए बाघों की तादाद के आंकड़े जारी करने जा रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लैंडस्केप वाइज टाइगर की संख्या के आंकड़े जारी किए थे। उस दौरान बाघों की संख्या 3167 जारी की गई थी। यह आंकड़ा महज टाइगर रिजर्व में मौजूद बाघों का था साथ ही इसमें शावकों को नहीं जोड़ा गया था। अब इसमें टाइगर रिजर्व से बाहर खुले जंगल में घूमते बाघों की संख्या भी शामिल की जाएगी।
- यह भी पढ़ें
बाघों के मामले में पहले नंबर पर मध्यप्रदेश
बता दें कि मध्यप्रदेश के पास लंबे वक्त से टाइगर स्टेट का दर्जा है। पिछली बार की गणना में मध्यप्रदेश में 526 बाघ दर्ज किए गए थे। अब वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सूत्र बता रहे हैं कि प्रदेश में बाघों की तादाद 700 पार हो सकती है। वहीं दूसरे नंबर पर उत्तराखंड के आने की संभावना है। पिछली गणना में कर्नाटक राज्य मध्यप्रदेश के बेहद करीब था। यहां 524 बाघ गिने गए थे। लेकिन इस बार कर्नाटक खिसक कर तीसरे स्थान पर पहुंच सकता है ।
जंगलों में बढ़ाए गए कैमरे, शावकों की भी गणना
वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट बताते हैं कि इस बार मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 700 पार कर जाएगी। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि अब गणना में डेढ़ साल से ज्यादा उम्र के शावकों को भी शामिल किया जा रहा है। गिनती के लिए ट्रैप कैमरे भी बढ़ा दिए गए हैं। एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ के शुभरंजन सेन ने बताया कि उम्मीद है कि बाघों की संख्या वर्तमान से कहीं ज्यादा होगी, हालांकि आंकड़ा बता पाना बेहद मुश्किल है। हमें भी बाघों के आंकड़ों का इंतजार है।
कान्हा-बांधवगढ़ में सबसे ज्यादा बाघ
वहीं दूसरी तरफ टाइगर रिजर्व की बात की जाए तो मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ या कान्हा टाइगर रिजर्व बाघों की तादाद में अव्वल आ सकते हैं। यहां पर मौजूद बाघों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है।