Raigarh। भीमराव यादव और उनकी पत्नी श्रीमती विजय लक्ष्मी यादव तब चकित रह गए जब उनकी बिटिया का जन्म प्रमाण पत्र देने खुद कलेक्टर भीम सिंह पहुँच गए।दरअसल छत्तीसगढ़ में एक शब्द का प्रचलन है ‘मितान’, इसका मतलब होता है मित्र या दोस्त। छत्तीसगढ़ सरकार ने मितान नाम से एक योजना शुरु की है, जो नागरिकों को बहुत सी सुविधाएँ घर पहुँच सेवा के साथ निःशुल्क देती है। इस योजना में राजस्व और नगर निगम से मिलने वाली विभिन्न सेवाएँ शामिल हैं।इनमें जन्म जाति आय निवास विवाह पंजीकरण दुकान और स्थापना पंजीकरण जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र में सुधार जैसी नागरिक सेवाएँ दी जाती हैं।
गेम चेंजर याेजनाओं में एक
राज्य सरकार ने इसके लिए टोल फ़्री नंबर मितान नंबर के नाम से 14545 जारी किया है। सरकार का दावा है कि, इस नंबर पर कॉल करना होगा जिसके बाद जानकारी लेने मितान घर आएगा और घर पर ही वह सारे आवश्यक दस्तावेज लेगा और उसको डिजिटाइज़्ड करेगा। इसके बाद आवश्यक प्रमाण पत्र घर पहुँचा कर दे दिया जाएगा। यह एक गेम चेंजर याेजना मानी जा रही है, बशर्ते इसका पालन ठीक उसी तरह से हो जो साेच कर सरकार ने इसे बनाया है। नागरिक अपनी बुनियादी सेवाओं के लिए कार्यालयाें के चक्कर चक्कर लगाता है, यह याेजना उसे उस तकलीफदेह चक्कर सिस्टम से मुक्ति देती है,इसे लेकर सरकार का तंत्र हर मौके पर क्रॉस चेक भी कर रहा है,और यही वजह है कि, समूचा विपक्ष इसे लेकर अब तक कोई आरोप या सवाल का मौका तलाश नही पाया है। ज़िले के कलेक्टर भीम सिंह इस योजना के तहत खुद मितान बनकर आवेदक के घर पहुँच गए थे। कलेक्टर भीम सिंह ने स्पष्ट किया कि, यह महत्वपूर्ण योजना है, इसके क्रियान्वयन पर नज़र रखने का एक तरीक़ा यह भी है कि, खुद उसका हिस्सा बनकर नतीजों को देखा जाए, मैंने वही किया है।