मुश्ताक मंसूरी@खंडवा
MP NEWS: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की रुपल जायसवाल ने UPSC परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बिना कोचिंग या संस्थान का सहारा लिए, घर पर रहकर अपनी तैयारी की। रुपल ने अपनी पहली ही कोशिश में 512वीं रैंक हासिल की और अपनी कड़ी मेहनत से यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त की।
रुपल के पिता धनंजय जायसवाल कहते हैं, "हमारे माता-पिता का सपना था कि परिवार से कोई UPSC परीक्षा पास करे। हमारी बेटी ने यह सपना साकार किया।" रुपल के परिवार में खुशी की लहर है और उनका मानना है कि खंडवा जैसे छोटे शहरों से भी अब युवा बड़ी सफलताएं प्राप्त कर रहे हैं।
22 लाख का पैकेज छोड़कर की तैयारी
रुपल ने मुंबई में 22 लाख का पैकेज छोड़कर अपनी पूरी ऊर्जा UPSC की तैयारी में लगा दी। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य IAS पोस्टिंग था, लेकिन फिलहाल जो भी पोस्टिंग मिलेगी, वह उसे स्वीकार कर फिर से बेहतर रैंकिंग के लिए कोशिश करेंगी। रुपल ने अपनी सफलता का श्रेय मॉक टेस्ट और स्ट्रॉन्ग बेसिक को दिया। उन्होंने यह भी बताया कि वह पिछले सालों के पेपर हल करने में विश्वास करती हैं, क्योंकि यह तरीका किसी भी परीक्षा में सफलता की कुंजी हो सकता है।
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टिप्स और परिवार का समर्थन
रुपल ने अपनी सफलता को साझा करते हुए कहा, "मेरे ख्याल से बेसिक स्ट्रॉन्ग होना ज्यादा जरूरी है। एक गलती जो लोग करते हैं, वह यह है कि वे पिछले साल के पेपर हल नहीं करते। मैं यही कहूंगी कि पिछली परीक्षाओं के पेपर हल करना चाहिए।" रुपल के परिवार का मानना है कि UPSC जैसी कठिन परीक्षा पास करने के लिए एक मजबूत आत्मविश्वास, मेहनत और सही दिशा में प्रयास बहुत महत्वपूर्ण हैं।
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छोटे शहरों से बड़ी सफलता
रुपल की सफलता अब खंडवा जैसे छोटे शहरों के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। यह दिखाता है कि अगर मेहनत और सही दिशा में तैयारी की जाए, तो किसी भी छोटे शहर से भी यूपीएससी जैसी बड़ी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
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