देव श्रीमाली, GWALIOR. माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 1 मार्च से हायर सेकंडरी और हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा शुरू होने जा रही हैं। 1 मार्च से हाईस्कूल की परीक्षा शुरू होगी और 2 मार्च से हायर सेकंडरी की परीक्षा शुरू हो जाएगी। ग्वालियर-चंबल संभाग में कठिन पेपरों में परीक्षा केंद्रों पर नकल की आशंका रहती है, इसलिए इन पेपरों में चुनाव की तरह अतिसंवेदनशील और संवेदनशील परीक्षा केंद्रों को चिन्हित कर इनकी निगरानी के लिए ऑब्जर्वर की तैनाती की गई है। इनकी सूची जारी कर दी गई है। इनमें कलेक्ट्रेट में तैनात अफसरों के साथ रिटायर अफसर और प्राचार्यों को भी शामिल किया गया है।
2 हजार पर्यवेक्षक तैनात
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की परीक्षा को लेकर ग्वालियर-चंबल संभाग में नकल की भारी आशंका रहती है। इसलिए यहां एग्जाम में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाती है। इस बार नकल पर अंकुश लगाने के मकसद से परीक्षा के लिए 2 हजार से ज्यादा पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।
संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्र
माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकंडरी और हाईस्कूल परीक्षा संभाग में हाई स्कूल में 444 और हायर सेकेंडरी में 430 केंद्रों पर होगी। खास बात ये है कि जिस तरह प्रशासन चुनावों में करता है, वैसे ही परीक्षा की तैयारी की गई है। इस बार 116 संवेदनशील केंद्र और 90 अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जबकि ग्वालियर जिले में परीक्षा 92 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। इनमें 52 हजार 444 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर 2 हजार से ज्यादा पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी संकुल प्राचार्यों को लिखा है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी पर्यवेक्षक ड्यूटी पर पहुंचे और आपातकालीन स्थिति में अन्य पर्यवेक्षकों की आवश्यकता होती है तो उनका भी इंतजाम किया जाए।
कठिन पेपर में ज्यादा नकल होती है
संयुक्त संचालक शिक्षा दीपक पांडे का कहना है कि ग्वालियर चंबल संभाग में जब कठिन विषयों के पेपर होते हैं, जिनमें हायर सेकंडरी के अंग्रेजी, भौतिक, हायर सेकंडरी के अंग्रेजी, भौतिक, अर्थशास्त्र, जीव विज्ञान, रसायन शास्त्र, गणित के अलावा हाई स्कूल के सामाजिक विज्ञान, गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के पेपरों में ऑब्जर्वर की तैनाती की गई है। ये संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर नकल करने वाले विद्यार्थियों की निगरानी करेंगे, इसके साथ ही सामूहिक नकल मिलने की स्थिति में माध्यमिक शिक्षा मंडल को भी रिपोर्ट भेजेंगे। इसके अलावा 6 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र शासकीय उमा विद्यालय कन्या रेलवे कॉलोनी में एमपी बुंदेला एडी हार्टिकल्चर, शा. उमावि बालक दिया गया है।
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चुनावों की तरह ही कंट्रोल रूम
अतिसंवेदनशील और संवेदनशील परीक्षा केंद्रों के ऑब्जर्वर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम के समन्वय में रहेंगे। इन परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की घटना होने पर कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला शिक्षा अधिकारी तथा मंडल के अधिकारी को इस संबंध में सूचना देंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन निरीक्षण प्रतिवेदन भी बनाकर देंगे, जिसमें वे परीक्षा के निर्धारित समय पर शुरू होने की जानकारी, देर से शुरू हुई तो क्यों, परीक्षा कक्ष में प्रवेश लेने से पहले तलाश की स्थिति, सुरक्षा संबंधी अभिमत, परीक्षा के दौरान बनाए गए नकल प्रकरणों की स्थिति, सामूहिक नकल की स्थिति, केंद्र अध्यक्ष के कार्य, परीक्षा के दौरान व्यवधान संबंधी बिंदुओं पर प्रतिवेदन देंगे। कुल मिलाकर नकल पर नकेल कसने की पूरी तैयारी कर ली गई है।