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Photograph: (the sootr)
अंता विधानसभा उपचुनाव : बड़े नेताओं में सहमति, दिल्ली से आएगी नाम की पर्ची, घोषणा सोमवार तक संभव
राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के नाम पर लगभग सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि एक या दो दिन में दिल्ली से प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो सकती है। बिहार चुनाव को लेकर भाजपा की केंद्रीय चुनाव कमेटी की रविवार को दिल्ली में बैठक हुई। इसमें बिहार में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन चुकी है। वहां के उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि इसी बैठक में अंता सीट को लेकर आए पैनल पर भी विचार हुआ है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अंता के उम्मीदवार का नाम सोमवार तक दिल्ली से आ सकता है। अंता सीट पर भाजपा उम्मीदवार को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच मंथन हो चुका है। राजे के सरकारी निवास पर शुक्रवार को हुई बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। इसमें कुछ नामों पर सहमति बनी, जिन्हें फाइनल निर्णय के लिए दिल्ली भेजा गया है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
मादक पदार्थ तस्कर की 2.26 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति फ्रीज, 2.20 करोड़ के होटल पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
राजस्थान पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों पर नकेल कसते हुए एक निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दिया है। जिला पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ बी. आदित्य के निर्देशन में चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत थाना छोटी सादड़ी पुलिस ने तस्कर की अवैध मादक पदार्थ की तस्करी से अर्जित 2 करोड़ 26 लाख 80 हजार रुपए की संपत्ति को एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ(1) के तहत फ्रीज करने का प्रस्ताव भारत सरकार के समक्ष सफलतापूर्वक पेश किया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। एसपी आदित्य ने बताया कि इस कार्रवाई का मुख्य लक्ष्य अपराधियों को उनकी अवैध कमाई से वंचित कर अपराध की आर्थिक रीढ़ तोड़ना है। इस कार्रवाई की शुरुआत 23 अप्रेल को हुई, जब उप निरीक्षक निर्भय सिंह और उनकी टीम ने तस्कर बुद्धाराम विश्नोई को 2 किलो 25 ग्राम अवैध अफीम के साथ गिरफ्तार किया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
गृह मंत्री शाह के व्यस्त कार्यक्रम से कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित, दूसरे कार्यक्रम रहेंगे यथावत
राजधानी में सोमवार को दो दिन होने वाली कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह के व्यस्त कार्यक्रम के चलते फिलहाल कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित की गई है। गृह मंत्री अमित शाह के दूसरे कार्यक्रम यथावत रहेंगे। बताया जा रहा है अमित शाह के व्यस्तता से कार्यक्रम में संशोधन होगा। हालांकि गृह मंत्रालय से औपचारिक संशोधन आदेश आना बाकी है। जयपुर में निर्धारित कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य सुशासन और कानून-व्यवस्था में सुधारों पर चर्चा करना था। राज्य प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। मुख्य सचिव सुधांश पंत और डीजीपी राजस्थान राजीव शर्मा ने शनिवार को कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था को लेकर बैठक भी की थी। एकाध कलेक्टर व एसपी जयपुर आ भी गए हैं। हालांकि सुबह जैसे ही कॉन्फ्रेंस को टालने की सूचना मिली तो वे चले गए। दूसरे कलेक्टर व एसपी को कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस स्थगित होने की सूचना दी गई। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान की सियासत में डसने की कहानी, पूनियां की किताब के विमोचन में राजनीति बनी सांप-सीढ़ी का खेल
राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी डॉ. सतीश पूनियां की पहली पुस्तक 'अग्निपथ नहीं जनपथ' का विमोचन हुआ। यह कार्यक्रम कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित किया गया, जहां सियासत, संवाद और सियासी चुहलबाजी का शानदार मेल देखने को मिला। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और भीलवाड़ा जिला प्रमुख बरजी बाई भील जैसे कई प्रमुख नेता मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम में सबसे ज्यादा चर्चा सियासी रणनीतियों और सत्ता की ओर बढ़ते कदमों पर रही। पूर्व नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने मंच से कहा कि पूनियां और उन्होंने सत्ता में आने से पहले ही सांप के डसने का सामना किया। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि सांप तो हमें पहले ही डस चुका था, अब किताब लिखी गई तो मैं भी आलेख लिख रहा हूं, उम्मीद है मेरी किताब के विमोचन में भी कटारिया आएंगे। इस पर टीकाराम जूली ने व्यंग्य करते हुए कहा कि प्रदेश में इन दिनों सांप बहुत डस रहे हैं, जो राजनीति में ताजगी और मस्ती के संकेत थे। इस पर मदन राठौड़ ने कहा कि डसने के मामले में मेरा नाम भी जोड़ लीजिए। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
बाड़मेर में तस्करी में महिलाएं भी आगे, राजस्थान पुलिस की बढ़ रही चिंता, उठाए जाएंगे सख्त कदम
पश्चिमी राजस्थान का बाड़मेर जिला अब मादक पदार्थों की तस्करी का नया गढ़ बनता जा रहा है। यहां नशे के काले कारोबार में तस्कर अब नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं, ताकि पुलिस की चेकिंग और नाकेबंदी को चकमा दिया जा सके। लग्जरी गाड़ियों के साथ-साथ महिलाओं और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर युवतियों को भी इस तस्करी में शामिल किया जा रहा है। यह रणनीति न केवल पुलिस की पकड़ से बचने के लिए है, बल्कि तस्करों के लिए अपने नेटवर्क को और मजबूत करने का एक तरीका भी बन गई है। बाड़मेर पुलिस ने इस बढ़ते खतरे का सामना करने के लिए कालिका पेट्रोलिंग टीम को सशक्त बनाया है और अब हर ब्लॉक में पुलिस तैनात कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, नशे की बढ़ती खपत के चलते तस्करों ने महिलाओं और युवतियों को इस काले धंधे में शामिल करना शुरू कर दिया है। स्मैक, अफीम और एमडी जैसे महंगे नशे की सप्लाई के लिए ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को लालच दिया जा रहा है, ताकि वे इन नशे के सामान को सड़क मार्ग से अन्य स्थानों पर भेज सकें। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
CM भजनलाल के साथ मंच पर नहीं बैठे नवलगढ़ MLA विक्रम सिंह, मंच से नाम पुकारने पर भी नहीं गए
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के मंड्रेला कस्बे में शनिवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के मुख्य आतिथ्य में एक बड़ा सार्वजनिक एवं राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता जैसे प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, जिलाध्यक्ष हर्षिणी कुलहरि, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, विधायक राजेंद्र यादव, धर्मपाल और अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा किया। मंच पर मंत्रिमंडल के सदस्य अविनाश गहलोत और केएल चौधरी भी मौजूद थे, लेकिन एक अप्रत्याशित दृश्य ने सभी का ध्यान खींचा। नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल, जो कार्यक्रम में तो मौजूद थे, लेकिन मंच पर नहीं गए। कार्यक्रम के दौरान जब मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मंच पर पहुंचे, तो मंच से बार-बार विधायक विक्रम सिंह जाखल का नाम स्वागत के लिए पुकारा गया, लेकिन वे अपनी सीट पर बैठे रहे और मंच पर नहीं गए। उनका यह कदम सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। क्या इस कदम के पीछे कोई नाराजगी है? क्या यह पार्टी की दिशा से असंतोष का संकेत था? खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
अंता उपचुनाव : भाजपा-कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर, नरेश मीणा ने मुकाबले को बनाया त्रिकोणीय
राजस्थान के अंता विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस सीट से प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा में टिकट के लिए कई नेताओं के बीच रस्साकशी जारी है। इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। यह उपचुनाव भले ही एक सीट के लिए हो, लेकिन इसके नतीजों का असर दोनों प्रमुख दलों की सियासी स्थिति पर पड़ सकता है। इस सीट पर 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा के कंवरलाल मीणा ने जीत हासिल की थी, लेकिन एक कानूनी मामला सामने आने के बाद उनकी विधायकी रद्द कर दी गई। यह सीट राजे के बेटे दुष्यंत सिंह के लोकसभा क्षेत्र में आती है और हाड़ौती क्षेत्र को राजे का गढ़ माना जाता है। ऐसे में भाजपा के लिए यह सीट न केवल राजनीतिक महत्व रखती है, बल्कि पार्टी के अंदर राजे के प्रभाव को भी साबित करने का एक मौका है। भाजपा इस सीट पर उम्मीदवार का चयन करने के लिए राजे की राय को अहम मानते हुए मंथन कर रही है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
पीएम मोदी की पत्नी यशोदा बेन ने किए मंदाकिनी मंदिर के दर्शन, तेली महासभा अधिवेशन में भाग लिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी यशोदा बेन शनिवार को राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया कस्बे के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची। उनके स्वागत के लिए समाजजनों और अखिल भारतीय तेली महासभा के पदाधिकारियों ने पारंपरिक ढंग से उनका स्वागत किया। यशोदा बेन का यह दौरा बिजोलिया में आयोजित हो रहे अखिल भारतीय तेली महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने के उद्देश्य से था। रविवार सुबह यशोदाबेन ने बिजोलिया के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदाकिनी मंदिर में भगवान शिव के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने शिवलिंग की पूजा-अर्चना की और देश में शांति, समृद्धि और समाज की उन्नति के लिए कामना की। यह मंदिर धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और यशोदा बेन का इस मंदिर में आकर पूजा करना समाज के लिए एक गौरव की बात मानी जा रही है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में होमगार्ड के लिए ड्यूटी का नया सिस्टम, एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार
राजस्थान में होमगार्ड ड्यूटी अब पूरी तरह से ऑनलाइन सिस्टम से लगाने की तैयारी हो रही है। इस नई व्यवस्था के तहत, ड्यूटी आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनेगी। जयपुर में इस प्रणाली का सफल प्रयोग हो चुका है और अब इसे कोटा, अजमेर और उदयपुर रेंज में लागू किया जा रहा है। इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिससे सभी होमगार्ड जवानों को बारी-बारी से ड्यूटी दी जाएगी। पिछले कुछ वर्षों में होमगार्ड जवानों के लिए ड्यूटी आवंटन में असमानता और पक्षपात की कई शिकायतें आई थीं। कई जवानों का आरोप था कि अधिकारियों द्वारा अपनी पसंद के जवानों को ही बार-बार ड्यूटी पर भेजा जाता था, जबकि अन्य जवान लंबे समय तक इंतजार करते रहते थे। एक होमगार्ड जवान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अधिकारियों के प्रभाव में ड्यूटी आवंटित करने की पुरानी परंपरा रही है, जिससे असंतोष फैलता था। नई ऑनलाइन ड्यूटी प्रणाली से अब सभी जवानों को समान अवसर मिलेगा। इस प्रणाली के लागू होने से ड्यूटी आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो जाएगी। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान एसआई भर्ती 2021 में शामिल कैंडिडेट्स को 2025 की भर्ती में मिलेगी आयुसीमा में छूट
राजस्थान हाई कोर्ट ने सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती 2021 में शामिल रहे कैंडिडेट्स को 2025 की भर्ती प्रक्रिया में अधिकतम आयु सीमा में छूट देकर अस्थाई तौर पर शामिल करने के निर्देश दिए हैं। जस्टिस अशोक कुमार जैन ने यह अंतरिम आदेश श्रवण कुमार चौधरी व अन्य की याचिका पर दिए। याचिकाकर्ताओं की ओर से बताया गया कि एसआई भर्ती 2021 को रद्द करने या नहीं करने पर फैसले के लिए सरकार ने कैबिनेट सब-कमेटी बनाई थी। कमेटी ने 28 जून, 2025 की मीटिंग में कई सिफारिशों के साथ परीक्षा 2021 की भर्ती परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का अगली भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में छूट देकर शामिल करने की भी सिफारिश की थी। राज्य सरकार ने इस सिफारिश को स्वीकार किया था। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में परियोजनाओं की कछुआ चाल : फिर कैसे होगा राज्य का विकास, अब तो जागो सरकार
राजस्थान में 30,000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने के बावजूद 541 परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में इस लापरवाही को उजागर करते हुए, इन परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने की सिफारिश की है। राजस्थान में पिछले कई सालों से विभिन्न सरकारी परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं, जिनके लिए भारी धनराशि आवंटित की गई थी। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 30,000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने के बावजूद, 541 परियोजनाएं पूरी नहीं हो सकी हैं। इन अधूरी परियोजनाओं की स्थिति राज्य की वित्तीय स्थिति पर भी असर डाल रही है और यह धनराशि अवरोधित हो गई है, जिससे राज्य पर वित्तीय बोझ बढ़ा है। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में यह सुझाव दिया है कि इन परियोजनाओं को शीघ्रता से पूरा किया जाए ताकि सार्वजनिक धन का बेहतर उपयोग हो सके और लागत में बढ़ोतरी से बचा जा सके। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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