बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार प्रधानमंत्री करेंगे दोगुनी सभाएं और रैलियां, टारगेट डबल करने के पीछे यह स्ट्रेटजी

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Chandresh Sharma
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बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार प्रधानमंत्री करेंगे दोगुनी सभाएं और रैलियां, टारगेट डबल करने के पीछे यह स्ट्रेटजी

JAIPUR. राजस्थान विधानसभा चुनाव की बागडोर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ ले रखी है। वहीं राजस्थान का चुनावी रण जीतने वे साल 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव से दोगुनी मेहनत भी कर रहे हैं। बीजेपी की विशेष रणनीति के तहत बने प्लान के अनुसार इस विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी 26 सभाएं और रैली करने वाले हैं। वे अभी तक राजस्थान में 17 सभाएं कर चुके हैं। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में 12 चुनावी सभाएं की थीं।

अगले 3 दिन करेंगे धुआंधार सभाएं और रोड शो

पीएम मोदी 21 नवंबर को अंता, कोटा और करौली जिलों में सभाएं करने जा रहे हैं। शाम को जयपुर में बड़ा रोड शो करने वाले हैं। 22 और 23 नवंबर को भी उनकी 3 सभाएं होनी हैं। बीजेपी राजस्थान में बगैर सीएम फेस के साथ चुनाव में उतरी है, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे।

बीते चुनाव में 30 सीटों पर हुआ था असर

राजनैतिक विश्लेषक कहते हैं कि पीएम मोदी ने 2018 में जो 12 रैलियां की थीं, उससे 30 विधानसभा सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को फायदा पहुंचा था। फंसी हुई सीटों पर भी अच्छे मार्जिन से पार्टी को जीत हासिल हुई थी। वह तो पूर्वी राजस्थान ने पार्टी की हालत खराब कर दी थी। इसलिए बीजेपी की रणनीति है कि पीएम मोदी की एक सभा से 10-15 सीटों को साधा जाए। इसके लिए पीएम की सभाओं का टारगेट भी दोगुने से ज्यादा कर दिया गया।

यहां-यहां की सभाएं

पीएम मोदी ने बीते साल 30 सितंबर से राजस्थान के चुनावी दौरे शुरु कर दिए थे। वे आबूरोड में अंबा माता के दर्शन के लिए जाते वक्त रुके। फिर मानगढ़ धाम और आसींद पहुंचे। फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का लोकार्पण किया। मई में नाथद्वारा और आबूरोड में रैली की, साथ ही पुष्कर का दौरा किया। जुलाई में सीकर में जनसभा ली और उनकी सभाओं का सिलसिला निरंतर जारी रहा।



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