इंदौर में सिब्बल ने उठाए अतीक की हत्या पर सवाल- रात साढ़े दस बजे क्या इमरजेंसी थी? पुलिस ने गोलियां क्यों नहीं चलाई

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Jitendra Shrivastava
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इंदौर में सिब्बल ने उठाए अतीक की हत्या पर सवाल- रात साढ़े दस बजे क्या इमरजेंसी थी? पुलिस ने गोलियां क्यों नहीं चलाई

संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में वरिष्ठ अधिवक्ता व राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने अतीक अहमद की हत्या को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए हैं? उन्होंने कहा कि अतीक अहमद के मामले में जो घटना हुई खासकर पुलिस कस्टडी में हुई शर्मनाक है, इसमें कई सवाल उठे हैं। साथ ही सिब्बल ने कहा कि मैं जानता हूं कई सारे सवाल है लेकिन मुझे शंका है कि इन सवालों के जवाब मिलेंगे। साथ ही कहा कि शर्मनाक तो यह भी है कि लोग सेलीब्रेट कर रहे हैं, जैसे कानून की जरूरत ही नहीं है। लोग कह रहे है कि डर दूर कर दिया है, पीएम और गृहमंत्री कुछ नहीं कहते हैं जैसे कि संदेश दे रहे हैं कि बेफ्रिक रहो कुछ नहीं होगा।



यह सारे सवाल उठाए सिब्बल ने




  • पहला कि रात को साढ़े दस बजे क्या इमरजेंसी थी कि उन्हें रात को अस्पताल ले जाना पड़ा और दोनों को ही। वह भी हथकड़ी लगाकर ले जाना पड़ा।


  • दूसरी बात अस्पताल में अंदर क्यों गाड़ी को नहीं रोका गया, बाहर ही क्यों दोनों को उतारा गया? 

  • मीडियो को कैसे पता चला कि वह आने वाले हैं? तीनों जो आरोपी है वह एक साथ कैसे वहां पहुंचे, जबकि यह तो एक-दूसरे को जानते भी नहीं? 

  • अतीक के बेटे असद पर तो पुलिस ने गोलियां चलाकर मार दिया, लेकिन यहां अतीक के हत्यारों पर पुलिस ने एक भी राउंड फायर नहीं किया, जबकि हत्यारों ने 11 राउंड फायर किए। 

  • हत्यारों को पुलिस कस्टडी में भेज दिया जबकि पुलिस रिमांड में भेजकर पूछताछ होना थी

  • जब हत्यारे शिक्षित नहीं, रोजगार भी नहीं तो फिर इनके पास इतने मंहगे सात-सात लाख के हथियार कहां से आए, यह पुलिस ने रिमांड में लेकर पूछताछ ही नहीं की।

  • हत्यारे शिक्षित भी नहीं है और बेरोजगार भी है, तो जो पढ़े लिखे नहीं होंगे बेरोजगार होंगे वह ऐसे ही काम करेंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 

  • फिर एक और सवाल जो मैंने सोशल मीडिया पर सुना है कि पुलिस वैन में तीनों आए, मुझे पक्का नहीं पता लेकिन ऐसा सुना है, यदि ऐसा तो फिर क्या इसकी जांच नहीं होना चाहिए।



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    उल्लेखनीय है कि गुंडे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात को प्रयागरात में तीन हत्यारों ने गोली मारकर हत्या कर दी, जब उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था। अस्पताल के बाहर ही हत्यारों ने जब वह मीडिया से बात कर रहे थे गोली मार दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इसके पहले अतीक के बेटे असद का कुछ दिन पहले एनकाउंटर में मौत हो गई थी, जब वह भागने की कोशिश कर रहा था। इसके पहले समाजवादी पार्टी ने भी इस एनकाउंटर से लेकर मौत तक सवाल उठाए थे।


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