धान घोटाले में EOW की बड़ी कार्रवाई, हेराफेरी से सरकार को करोड़ों का नुकसान
मध्य प्रदेश में धान उपार्जन घोटाले को लेकर EOW (आर्थिक अपराध शाखा) ने 12 जिलों में छापेमारी की। 33,000 क्विंटल धान की हेराफेरी के सबूत मिले। कार्रवाई अभी जारी है।
मध्य प्रदेश में धान उपार्जन घोटाले (Paddy Procurement Scam) को लेकर आर्थिक अपराध शाखा (EOW - Economic Offences Wing) ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस दौरान 12 जिलों में 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयरहाउसेस की जांच की गई। अब तक 33,000 क्विंटल धान की हेराफेरी के प्रमाण मिले हैं, जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
EOW की कार्रवाई में क्या-क्या मिला?
02 जिलों की 16 उपार्जन समितियों एवं 01 वेयरहाउस पर छापे मारे गए।
अब तक 33,000 क्विंटल धान की गड़बड़ी सामने आई।
बालाघाट, सीधी, डिंडोरी, रीवा, सतना, ग्वालियर, नरसिंहपुर समेत 12 जिलों में छापेमारी जारी।
संदिग्ध ट्रांसपोर्टर, वेयरहाउस मालिक और अधिकारियों पर गहन जांच जारी।
इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। किसानों के हक पर डाका डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
EOW के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारी टीमें प्रदेशभर में छापेमारी कर रही हैं। कुछ ट्रांसपोर्टर्स, वेयरहाउस और सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।