/sootr/media/media_files/2025/03/10/7auluYP7Ac1gjH5A6ruY.jpg)
Photograph: (the sootr)
मध्य प्रदेश में धान उपार्जन घोटाले (Paddy Procurement Scam) को लेकर आर्थिक अपराध शाखा (EOW - Economic Offences Wing) ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस दौरान 12 जिलों में 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयरहाउसेस की जांच की गई। अब तक 33,000 क्विंटल धान की हेराफेरी के प्रमाण मिले हैं, जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
EOW की कार्रवाई में क्या-क्या मिला?
- 02 जिलों की 16 उपार्जन समितियों एवं 01 वेयरहाउस पर छापे मारे गए।
- अब तक 33,000 क्विंटल धान की गड़बड़ी सामने आई।
- बालाघाट, सीधी, डिंडोरी, रीवा, सतना, ग्वालियर, नरसिंहपुर समेत 12 जिलों में छापेमारी जारी।
- संदिग्ध ट्रांसपोर्टर, वेयरहाउस मालिक और अधिकारियों पर गहन जांच जारी।
यह खबर भी पढ़ें... CBI जांच हो, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी... धान घोटाले पर जीतू पटवारी ने की मांग
किन जिलों में कितनी धान की हेराफेरी हुई?
सीधी जिले में बड़ा घोटाला सामने आया
उपार्जन समिति / वेयरहाउस | गड़बड़ी की मात्रा (क्विंटल में) |
---|---|
संतोषी महिला स्वयं सहायता समूह | 2800 क्विंटल |
सेवा सहकारी समिति बाघड़ | 1670 क्विंटल |
सेवा सहकारी समिति बघवार | 637 क्विंटल |
सेवा सहकारी समिति अमरती | 416 क्विंटल |
सेवा सहकारी समिति चंदवाही | 808 क्विंटल |
अमरती बिटौली | 2100 क्विंटल |
बालाघाट जिले में हेराफेरी के आंकड़े
उपार्जन समिति / वेयरहाउस | गड़बड़ी की मात्रा (क्विंटल में) |
---|---|
सिवनी | 295 क्विंटल |
जरेरा | 271 क्विंटल |
चिखली (सालेटेका) | 290 क्विंटल |
टेकड़ीघाट | 593 क्विंटल |
भंडेरी | 707 क्विंटल |
अब तक कुल 33,000 क्विंटल धान की हेराफेरी का खुलासा हुआ है। जांच अभी जारी है।
यह खबर भी पढ़ें... MP में धान घोटाला: 5 करोड़ की हेराफेरी, EOW की छापेमारी में बड़ा खुलासा
कैसे हो रही थी हेराफेरी
- धान की जगह वेयरहाउस में भूसा और कम गुणवत्ता वाला अनाज रखा गया।
- दस्तावेजों में फर्जी आंकड़े दिखाकर सरकारी धान को बेचा गया।
- ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी हुई।
- कई राइस मिल और सरकारी अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
यह खबर भी पढ़ें... जबलपुर न्यूज : धान उपार्जन में गायब हुई 22 सौ मीट्रिक टन धान, 22 पर हुई FIR
EOW की कार्रवाई पर सरकार की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि
इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। किसानों के हक पर डाका डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
EOW के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारी टीमें प्रदेशभर में छापेमारी कर रही हैं। कुछ ट्रांसपोर्टर्स, वेयरहाउस और सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
यह खबर भी पढ़ें... किसानों को धान समर्थन मूल्य भुगतान के लिए 3300 करोड़ रुपए की मंजूरी