/sootr/media/media_files/2025/10/11/rajasthan-top-news-11-oct-2025-10-11-20-07-53.jpg)
Photograph: (the sootr)
नए आपराधिक कानूनों के एक वर्ष पूरे होने पर भव्य प्रदर्शनी, गृह मंत्री अमित शाह करेंगे उद्घाटन
देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़े बदलावों के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार ने राजस्थान के जयपुर में एक भव्य प्रदर्शनी आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह प्रदर्शनी 13 अक्टूबर से शुरू होगी और 18 अक्टूबर तक चलेगी। जयपुर एग्जीबिशन एवं कंवेंशन सेंटर (JECC), सीतापुरा में इसका उद्घाटन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के द्वारा किया जाएगा। प्रदर्शनी में उन क्रांतिकारी बदलावों को दर्शाया जाएगा, जो 1 जुलाई, 2024 से लागू तीन नए आपराधिक कानूनों ने लाए हैं। इस विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन 13 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश संजीव प्रकाश शर्मा सहित कई अन्य अतिथि भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। प्रदर्शनी का उद्देश्य नए आपराधिक कानूनों के प्रभाव और उनके कार्यान्वयन में आए सकारात्मक बदलावों को जनता के सामने लाना है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
नेहरू नगर में जमीन के पट्टे रद्द करने पर अंतरिम रोक, नगर निगम हेरिटेज ने 2023 में जारी किए थे पट्टे
राजस्थान हाई कोर्ट ने जयपुर शहर में नेहरू नगर कच्ची बस्ती में आवंटियों को जारी किए जमीन के पट्टों को रद्द करने के जयपुर नगर निगम हेरिटेज के आदेश पर रोक लगाते हुए आयुक्त से जवाब मांगा है। जस्टिस संजीत कुमार पुरोहित ने यह अंतरिम आदेश अरुण कुमार शुक्ला व अन्य की याचिकाओं पर दिए। एडवोकेट राजेश महर्षि ने बताया कि सरकार ने ही करीब 65 साल पहले 1960 में नेहरू नगर कच्ची बस्ती को अवाप्त करके प्लॉट आवंटित किए थे। इनमें से कुछ आवंटियों ने अपने प्लॉट आगे बेच दिए थे। याचिकाकर्ताओं में कुछ मूल आवंटी हैं, तो कुछ ने बाद में प्लॉट खरीदे थे, लेकिन प्लॉट होल्डर को सरकार ने पट्टे नहीं दिए थे। आवं​टन के 65 साल बाद साल 2023 में नगर निगम हेरिटेज ने पट्टे जारी किए थे। इसके बाद अचानक नगर निगम ने याचिकाकर्ताओं को 7 अगस्त, 2025 को नोटिस जारी किए और पट्टे देने में अनियमितता पर स्पष्टीकरण मांगा। याचिकाकर्ताओं ने सभी दस्तावेजों सहित स्पष्टीकरण दे दिए, लेकिन आयुक्त ने सुनवाई का अवसर दिए बिना ही पट्टे रद्द करने के आदेश जारी कर दिए। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
ट्रॉमा सेंटर जलकर खाक, आईसीयू शुरू होने में लग सकता है 3 महीने का समय, मरीजों को होगी परेशानी
राजस्थान के जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में हाल ही में आग लगने से आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर को गंभीर नुकसान हुआ है। इस हादसे के बाद से आईसीयू बंद हो गया है, जिससे गंभीर रूप से घायल मरीजों के इलाज पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। वर्तमान में केवल आपातकालीन और जरूरी ऑपरेशनों का ही संचालन हो पा रहा है, और गंभीर मरीजों को दूसरे वार्डों में भेजा जा रहा है। एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मृणाल जोशी के अनुसार, आग लगने के कारण ट्रॉमा सेंटर का आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर बंद कर दिया गया है। प्रशासन का पहला उद्देश्य पानी के लीकेज को ठीक करना और छत की मरम्मत करना है। इसके बाद आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर को फिर से रिनोवेट कर मरीजों के लिए तैयार किया जाएगा। इस प्रक्रिया में लगभग तीन महीने का समय लगने की संभावना जताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने यह भी बताया कि इस आग में आईसीयू और सेमी-आईसीयू दोनों को नुकसान पहुंचा है, जिसे मर्ज करके एक नया आईसीयू तैयार किया जाएगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
कैग रिपोर्ट में खुलासा : कफ सिरप के 31 फीसदी सैंपल टेस्ट नहीं हुए, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई
राजस्थान में कफ सिरप पीने से चार बच्चों की मौत ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना घटी। इस बीच, भारतीय नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का खुलासा किया है, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर एक और बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा है। सीएजी की रिपोर्ट में पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर एंड मैनेजमेंट इन राजस्थान की गंभीर खामियों का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2016 से 2022 के बीच ड्रग कंट्रोल ऑफिसर्स को 94,800 निरीक्षण करने थे, लेकिन अधिकारियों ने केवल 65,135 निरीक्षण किए। इसका मतलब है कि लगभग 31 फीसदी निरीक्षण नहीं किए गए। 2021-22 के दौरान, 21,840 निरीक्षणों की बजाय केवल 16,748 निरीक्षण किए गए। नियमों के अनुसार, प्रत्येक ड्रग कंट्रोल ऑफिसर को हर महीने 20 निरीक्षण करने होते हैं, लेकिन इन आंकड़ों से साफ है कि यह लक्ष्य काफी हद तक हासिल नहीं किया गया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
दीपावली से पहले फ्लाइट्स का किराया 3 गुना तक बढ़ा, नहीं मिल रही सीट, कई लोगों को टालनी पड़ रही है यात्रा
दीपावली के त्योहारी मौसम के चलते एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है और इसी के साथ एयरलाइंस कंपनियों ने अपनी टिकटों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर दी है। अब यात्रियों को अपनी यात्रा के लिए तीन गुना तक अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है। जयपुर आने वाली फ्लाइट्स की स्थिति यह है कि या तो टिकट मिल नहीं रहे हैं या फिर टिकट के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। दीपावली से पहले फ्लाइट्स के किराए में बढ़ोतरी ने यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। जैसलमेर के लिए इंडिगो एयरलाइंस की दिल्ली-जैसलमेर फ्लाइट का किराया जो पहले 8,000 रुपए था, अब बढ़कर 19,000 से 20,000 रुपए तक हो गया है। इसी प्रकार, उदयपुर से मुंबई के लिए इकोनॉमी क्लास का हवाई सफर भी महंगा हो गया है। अब यात्रियों को 5,000 से 10,000 रुपए अधिक भुगतान करना होगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
अंता विधानसभा उपचुनाव से वसुंधरा राजे बनीं भाजपा में अहम कड़ी, क्या वह पसंदीदा नेता को दिला पाएंगी टिकट
राजस्थान में अंता विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भाजपा की राजनीति में अहम कड़ी बनकर उभरी हैं। यह विधानसभा सीट झालावाड़ लोकसभा क्षेत्र में आती है, जहां से वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह सांसद हैं। अंता से प्रमोद जैन भाया को कांग्रेस का टिकट मिला है लेकिन भाजपा फिलहाल अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। माना जा रहा है कि भाजपा के टिकट चयन की प्रक्रिया में वसुंधरा राजे महत्वपूर्ण धुरी बनी हुई हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि टिकट पर उनकी सहमति के प्रयास किए जा रहे हैं। अंता उपचुनाव के लिए 11 नवंबर को मतदान होगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने शुक्रवार रात जयपुर में पूर्व सीएम वसुंधराराजे के आवास पर जानकर उनके मुलाकात की। इस दौरान अंता सीट से पार्टी के संभावित उम्मीदवारों को लेकर बातचीत की और किसी एम पर सहमति बनाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में वसुंधरा राजे से उनके पसंदीदा उम्मीदवार का नाम भी पूछा गया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
सामूहिक आत्महत्या : जयपुर में एक ही परिवार के तीन लोगों ने की खुदकुशी, सीकर में महिला ने चार बच्चों के साथ खाया जहर
राजस्थान में हाल के दिनों में सामूहिक आत्महत्या के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। इसने न केवल सरकार बल्कि समाज और परिवार की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। जयपुर और सीकर में हुई घटनाओं ने इस समस्या की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। राजधानी जयपुर में शनिवार को एक बुजुर्ग दंपती और उनके बेटे ने खुदकुशी कर ली। यह घटना करणी विहार थाना इलाके में हुई, जहां तीनों ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर अपनी जान दे दी। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि आर्थिक तंगी और प्रॉपर्टी विवाद इन मौतों के पीछे प्रमुख कारण रहे हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों शवों को कांवटिया अस्पताल की मोर्चरी में भेजा और जांच शुरू की। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
अभिषेक हत्याकांड में पूर्व महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा उर्फ पूजा गिरफ्तार, पुलिस ने रखा था इनाम
अलीगढ़ में बहुचर्चित अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में पूर्व महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूजा पर आरोप है कि उसने अपने बॉयफ्रेंड की हत्या करवाने की साजिश रची थी। अलीगढ़ पुलिस ने इस मामले में पूजा पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था और आखिरकार उसे राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया। पूजा को राजस्थान के भरतपुर जिले के जयपुर हाईवे से गिरफ्तार किया गया। वह बस में सवार होकर कहीं जा रही थी, तभी पुलिस ने बस को रुकवाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूजा के खिलाफ वारंट भी जारी किया था, और 16 दिन बाद उसे गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का पटाक्षेप हुआ, और पुलिस ने इस हत्या की साजिश में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी। यह मामला एक जटिल प्रेम त्रिकोण से जुड़ा हुआ है। 25 वर्षीय अभिषेक गुप्ता ने 25 अगस्त 2025 को अलीगढ़ के खैर में टीवीएस बाइक शोरूम खोला था। उनके पिता नीरज गुप्ता एक आढ़ती थे, और वह अपने बेटे के साथ शोरूम पर कार्य करते थे। 26 सितंबर की रात अभिषेक अपने पिता और चचेरे भाई जीतू के साथ गांव लौटने के लिए निकले थे और शोरूम बंद कर चुके थे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में किसानों पर अत्याचार, फसलों के लिए खाद मांगी तो पुलिस ने बरसा दी लाठियां
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में डीएपी खाद के वितरण के दौरान पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया। यह घटना भादरा कृषि उपज मंडी समिति के कृषक विश्राम गृह में घटित हुई, जहां भारी संख्या में किसान खाद के टोकन लेने के लिए एकत्रित हुए थे। खाद कम और किसान ज्यादा होने पर वहां अव्यवस्था फैल गई। खाद की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठियां बरसा दीं। राजस्थान में खाद की कमी महसूस की जा रही है, और इस कमी को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा वितरण की व्यवस्था की गई थी। कृषि विभाग की ओर से किसानों को डीएपी खाद देने के लिए विभिन्न गांवों में खाद के थैले भेजे गए थे, जिनमें नेठराना, छानीबड़ी, रासलाना, चिड़ियागांधी, गांधीबड़ी और भरवाना जैसे गांव शामिल थे। हालांकि, जब तक किसानों को खाद नहीं मिल पाई, उनकी नाराजगी बढ़ गई। डीएपी खाद के टोकन वितरण की प्रक्रिया में जब किसानों को उचित तरीके से खाद नहीं मिल पाई, तो उनकी नाराजगी सामने आई। सूचना मिली कि सुबह 6 बजे से ही किसान कृषक विश्राम गृह में पहुंचने लगे थे। पहले 600 किसानों को दो-दो थैले और शेष 700 किसानों को एक-एक थैले का टोकन दिया गया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को झटका! एक ​अक्टूबर से बढ़ गईं दरें, नोटिफिकेशन जारी
राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम के उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर है। एक अक्टूबर 2025 से बिजली के बिल में वृद्धि हो गई है। राज्य के तीन प्रमुख डिस्कॉम (जयपुर डिस्कॉम, जोधपुर डिस्कॉम, अजमेर डिस्कॉम) ने नई टैरिफ के अनुसार बिल वसूलने का निर्णय लिया है, जिसका सीधा असर लाखों उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। अब से बिजली खपत पर एक नई टैरिफ लागू की जाएगी, जिसके तहत उपभोक्ताओं के बिल में 15 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है, खासकर मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए। इन टैरिफ संशोधनों का नोटिफिकेशन डिस्कॉम्स ने जारी किया। इसके तहत बिजली निगमों के सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे ताकि स्पॉट बिलिंग सिस्टम के माध्यम से मीटर रीडिंग और नई टैरिफ के आधार पर बिल जारी किए जा सकें। इन बदलावों के कारण अगले 10 दिन तक बिलिंग का काम स्थगित रहेगा। इसके साथ ही राज्य की प्रमुख बिजली वितरण कंपनियों ने यह भी स्पष्ट किया कि इन बदलावों के बाद उपभोक्ताओं को उनके मीटर रीडिंग के आधार पर नई दरों के अनुसार बिल जारी किया जाएगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में वन विभाग के आला अधिकारियों ने अनसुनी की सीएम की बात, अब होगी कार्रवाई
राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने आदेशों के बावजूद दो सीनियर भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारियों द्वारा काम में लापरवाही बरतने के कारण नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री के बार-बार कहने के बावजूद अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब, मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद वन मंत्री संजय शर्मा ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक IFS शिखा मेहरा और अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) IFS राजेश गुप्ता पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश कर दी है। यह मामला मुख्य रूप से वन विभाग (Rajasthan Forest Department) के गेस्ट हाउस को पर्यटकों के लिए खोलने से जुड़ा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कुछ महीने पहले एक बैठक में कहा था कि वन विभाग के गेस्ट हाउस को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाए और उनकी बुकिंग ऑनलाइन पोर्टल के जरिए की जाए। यह कदम पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए था, लेकिन अधिकारियों ने इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं की। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, पाकिस्तानी महिला हैंडलर को भेजता था गुप्त सूचनाएं
राजस्थान पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने अलवर निवासी मंगत सिंह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मंगत सिंह पर आरोप है कि वह पिछले दो वर्षों से पाकिस्तान की एक महिला हैंडलर के संपर्क में था, और उसकी मदद से वह भारतीय सैन्य स्थलों की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था। मंगत सिंह (42) अलवर के गोविंदगढ़ का रहने वाला है। इंटेलिजेंस विभाग के अनुसार, मंगत सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी महिला हैंडलर को भारतीय सैन्य क्षेत्रों, विशेषकर अलवर छावनी और अन्य सामरिक स्थलों के बारे में जानकारी दी। यह सूचना सेना से संबंधित थी, जिसमें कुछ गुप्त और संवेदनशील तथ्य भी शामिल थे। महिला हैंडलर के हनीट्रैप और धनराशि के लालच में आरोपी ने यह सब किया। मंगत सिंह को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस अधिनियम के तहत जासूसी करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी सजा का प्रावधान है, और यह कानून देश की सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील सूचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
दीपावली पर होंगे सज-धज कर तैयार राजस्थान के स्कूल, पर एक आदेश से उड़ी शिक्षकों की नींद
राजस्थान में सरकारी स्कूलों की हालत एक बार फिर चर्चा में है। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि दीपावली से पहले सभी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सफाई, रंग-रोगन, पेंटिंग और मरम्मत कार्य किए जाएंगे। पहली बार सरकारी स्कूलों में दीपावली से पहले मरम्मत, रंग-रोगन और लाइटिंग करने का फैसला किया है। इसके लिए प्रदेशभर में 11 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक सरकारी स्कूलों में मरम्मत और रंग-रोगन किया जाएगा। इसके बाद 18 अक्टूबर से दीपावली पर्व तक रोशनी की व्यवस्था की जाएगी, जिसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को आर्थिक मदद भी की जाएगी। हालांकि शिक्षा विभाग के एक नए आदेश ने शिक्षकों की नींद उड़ा दी है। शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने आदेश जारी किया कि 18 अक्टूबर से दीपोत्सव अवधि तक सभी विद्यालयों में लाइटिंग की जाए, ताकि स्कूल आकर्षक व आलोकित नजर आएं। गौरतलब है कि शिविरा पंचांग के अनुसार इस बार स्कूलों में मध्यावधि अवकाश 13 से 24 अक्टूबर तक रहेगा। दीपोत्सव आदेश से पहले तक प्राचार्य व शिक्षक रंगरोगन और सफाई तक की तैयारी में जुटे थे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान टॉप न्यूज
राजस्थान की खबरें