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Photograph: (the sootr)
सरकारी जमीन हड़पने का खेल : दीया कुमारी के कारनामों पर भजन सरकार चुप क्यों, आखिर सहमति या कुछ और?
राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी के कारनामों पर भाजपा सरकार ने आंखें मूंद रखी हैं। वे और उनका ट्रस्ट जयपुर में एक के बाद एक सरकारी जमीनों पर कब्जे, अवैध पार्किंग स्टैंड के संचालन और सरकारी बंगलों को नहीं छोड़ने जैसी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, लेकिन प्रदेश की भजनलाल सरकार इन कारनामों पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। हैरानी की बात यह है कि दीया कुमारी का ट्रस्ट हेरिटेज नगर निगम के दो सरकारी गोदामों को खाली करवाकर उन पर कब्जा कर चुका है। कोर्ट में हारने के बावजूद राजधानी में जलेब चौक समेत अन्य संपतियों से कब्जा नहीं छोड़ने के मामले भी सामने आ चुके हैं। 'द सूत्र' डिप्टी सीएम के कारनामों का लगातार खुलासा कर रहा है। सरकारी जमीनों और संपत्तियों को हथियाने के इतने मामलों के बाद भी सरकार के मौन बने रहने से शहर की जनता में गुस्सा है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
कहां है कानून का राज : राजस्थान के शेखावाटी में अपराध और रंगदारी का खतरा बढ़ा, विदेश में बैठकर साजिश
राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में एक बार फिर अपराध का साया गहरा गया है। गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण के गिरोह ने नए शूटरों की मदद से व्यापारियों को धमकाना और रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया है। इस गिरोह के तार कुचामनसिटी व्यापारी हत्याकांड, जयपुर के गोगामेड़ी कांड और बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग जैसी घटनाओं से जुड़े हैं। गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण के गिरोह ने सोशल मीडिया के माध्यम से हत्या की जिम्मेदारी लेनी शुरू कर दी है। वे न केवल अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, बल्कि अपनी दहशत फैलाने के लिए इन घटनाओं को सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी कर रहे हैं। 17 सितंबर को गाजियाबाद में इसी गिरोह के दो शूटरों का एनकाउंटर हुआ था, लेकिन केवल 20 दिन में नए शूटर तैयार कर लिए गए। यह इस बात का संकेत है कि अपराधी गिरोह तेजी से फैलने और मजबूत होने की दिशा में काम कर रहे हैं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
बस बनी आग का गोला : 15 से अधिक यात्रियों की मौत का अंदेशा, 57 यात्री थे सवार, हेल्पलाइन नंबर जारी
राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। 57 सवारियों से भरी एक निजी बस में अचानक आग लग गई, जिससे 15 से अधिक लोगों की मौता का अंदेशा है। बड़ी संख्या में यात्रियों के झुलसने की जानकारी सामने आ रही है। यह हादसा मंगलवार को हुआ, जब बस जैसलमेर से जोधपुर जा रही थी। हादसा थईयात गांव के पास हुआ, जहां अचानक बस में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। जानकारी के अनुसार, जैसलमेर से जोधपुर जा रही इस निजी बस में 57 यात्री सवार थे। बस में आग लगने के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। यात्रियों ने आग की लपटों से बचने के लिए बस से कूदने की कोशिश की, जिससे कई यात्री घायल हो गए। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
अंता विधानसभा बनी हॉट सीट : भाजपा-कांग्रेस के समीकरण बिगाड़ सकते हैं निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा
राजस्थान के बारां जिले में अंता विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में मंगलवार को नरेश मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भर दिया है। नामांकन रैली में बड़ी संख्या में आए समर्थकों की ताकत दिखाते हुए मीणा ने पर्चा भरा। मीणा के नामांकन भरने के साथ ही अंता सीट भी देवली-उनियारा की तरह हॉट हो गई है। देवली-उनियारा में कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़कर नरेश मीणा ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया था। अब अंता से ताल ठोकने से इस सीट पर भी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। पूरे दल-बल के साथ नरेश मीणा के चुनावी मैदान में आने से भाजपा और कांग्रेस में हलचल है, वहीं दोनों ही दलों में चुनावी समीकरण बिगड़ने का अंदेशा भी है। हालांकि नरेश के आने से अब भाजपा और कांग्रेस भी पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में दिखेंगे। परिणाम कुछ भी आए, लेकिन चुनाव रोचक होगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
कोचिंग हब में नहीं आए कोचिंग संस्थान, गहलोत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट सत्ता बदलते ही ठंडे बस्ते में
राजस्थान के जयपुर में कोचिंग संस्थानों को एक छत के नीचे लाने का सपना अब पूरा नहीं होगा। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार का कोचिंग हब के रूप में यह ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसे लेकर दावा किया गया था कि यह देश का पहला ऐसा हब होगा, जिसमें तीन सौ से अधिक कोचिंग सेंटर एकसाथ चल सकेंगे। इनमें 70 हजार स्टूडेंट पढ़ाई कर सकेंगे। कांग्रेस सरकार ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर करीब 300 करोड़ रुपए खर्च किए। तब कोचिंग संस्थानों को लाने की कवायद भी की गई। कुछ संस्थानों ने टोकन राशि भी जमा करवाई, लेकिन पौने दो साल पहले राज बदलते ही कोचिंग हब परियोजना पर ग्रहण सा लग गया। इस अवधि में राजस्थान हाउसिंग बोर्ड की तरफ से कोचिंग संस्थानों को शिफ्ट करने का प्रयास नहीं किया गया और ना ही कोचिंग सेंटर संचालकों ने हब में जगह लेने की रुचि दिखाई। जिन सेंटर संचालकों ने टोकन राशि जमा करवाई थी, उनमें से भी अधिकतर भाग छूटे। कुल मिलाकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट कोचिंग हब संकट में है। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
धमाकों से दहल गया सरकारी स्कूल, विस्फोटक से खोद दिए दो गड्ढे, प्रिंसिपल और स्टाफ को पता ही नहीं
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित जानावारी सरकारी विद्यालय में सोमवार को अचानक धमाकों की आवाजें सुनकर हड़कंप मच गया। यह धमाके इतने जोरदार थे कि आसपास के लोग डर के मारे दौड़ते हुए स्कूल पहुंचे। घटना की सूचना मिलते ही स्कूल के प्रिंसिपल और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जांच में यह मामला गंभीर लापरवाही और सुरक्षा की अनदेखी का प्रतीत हो रहा है। जब अधिकारी और स्कूल के स्टाफ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, तो वहां का दृश्य चौंकाने वाला था। स्कूल के परिसर में दो विशाल गहरे गड्ढे मिले, जो हाल ही में खुदवाए गए थे। इस खुदाई में विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल किया गया था, जिसके चलते धमाके हो रहे थे। इस घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय लोगों को तब हुई, जब धमाकों की आवाजें सुनकर उन्होंने शिकायत की और शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक यह मामला पहुंचाया। घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
रणथंभौर में बाघों के बीच संघर्ष : टेरेटरी-मादा के लिए जारी टकराव, आए दिन सामने आ रहे मामले
राजस्थान का रणथंभौर नेशनल पार्क बाघों के संघर्ष के कारण सुर्खियों में रहा है। यहां बाघों के बीच वर्चस्व की लड़ाई अक्सर देखने को मिलती है। ये संघर्ष मुख्य रूप से दो कारणों से होते हैं। एक, बाघों का टेरेटरी के लिए संघर्ष। दूसरा, मादा बाघिन के लिए प्रतिस्पर्धा। वन्यजीव विशेषज्ञ इसे एक सामान्य प्रक्रिया मानते हैं, लेकिन यह संघर्ष सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। रणथंभौर टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 78 बाघ-बाघिन और शावक हैं, जबकि यह क्षेत्र केवल 939.14 वर्ग किमी में फैला हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस क्षेत्र में 55 से 56 बाघों की ही सही संख्या होनी चाहिए, लेकिन बाघों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है, जो आपसी संघर्ष का मुख्य कारण बन रहा है। इस बढ़ती संख्या से बाघों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ी हैं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
नरेश मीणा ने अंता उपचुनाव में भरा निर्दलीय नामांकन, पूर्व मंत्री भाया पर साधा निशाना
राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। मंगलवार यानी 14 अक्टूबर 2025 को समरावता थप्पड़कांड से चर्चा में आए नरेश मीणा ने अपने समर्थकों, परिवार और अन्य राजनीतिक सहयोगियों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। नरेश मीणा का नामांकन चुनावी दंगल अंता उपचुनाव को और भी रोमांचक बना सकता है। बता दें, अंता विधानसभा सीट भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा के जेल जाने के कारण रिक्त हुई है। कांग्रेस ने यहां से पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा की ओर से अभी तक टिकट की घोषणा नहीं की गई है। माना जा रहा है कि भाजपा कंवरलाल मीणा के परिवार से किसी को प्रत्याशी बना सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी कंवरलाल मीणा के परिवार को टिकट देने की पैरवी कर रही हैं। नरेश मीणा ने मंगलवार को दोपहर 12 बजे अंता एसडीएम ऑफिस पहुंचकर निर्वाचन अधिकारी हवाई सिंह को अपना नामांकन पत्र सौंपा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
गांव लौटने से डर नहीं, पर कुछ लोगों की सोच रोकती है, आखिर सोशल मीडिया पर राजस्थान मूल के IAS ने ऐसा क्यों लिखा
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी IAS देवेंद्र मीणा की सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट इन दिनों चर्चा में है। अपनी जड़ों और गांव से जुड़ी इस पोस्ट में उन्होंने न सिर्फ अपने निजी अनुभव साझा किए, बल्कि ग्रामीण समाज की बदलती सोच और उसके असर पर भी गहरी बात कही है। देवेंद्र मीणा ने फेसबुक पर लिखा है, “आज बहुत समय बाद लिख रहा हूं और मजबूरी में लिखना पड़ रहा है। बचपन में पढ़ाई के लिए गांव छोड़ने के बाद से आज तक अपने गांव और गांव के लोगों के बारे में एक सकारात्मक सोच रही, किंतु हालिया कुछ घटनाक्रम ने मेरी सोच में बदलाव किया है।” उनकी यह पोस्ट एक आत्ममंथन जैसी लगती है, जहां वे अपने गांव लौटने की चाह, समाज में बदलाव की इच्छा और ग्रामीण मानसिकता से जूझने के दर्द, सब कुछ खुलकर बयान करते हैं। गुजरात कैडर के IAS देवेंद्र मीणा ने लिखा है, “सफल व्यक्ति गांव छोड़ता है, पर लौटने पर वही सोच रोकती है” उनके अनुसार अक्सर व्यक्ति अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए गांव छोड़ देता है, ताकि भविष्य बना सके। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में अगले महीने से लगेगा बिजली बिल का झटका, डाला शुल्क और सरचार्ज का बोझ
राजस्थान में बिजली के उपभोक्ताओं को अगले माह यानी कि नवंबर, 2025 से बड़ी आर्थिक मार का सामना करना पड़ सकता है। घरेलू उपभोक्ताओं और औद्योगिक वर्ग पर भारी शुल्क और सरचार्ज का बोझ डाला गया है। यह बदलाव राज्य के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर उद्योगों के लिए। आने वाले समय में इस वृद्धि से घरेलू उपभोक्ताओं की मासिक लागत में कुछ बदलाव होगा, लेकिन उद्योगों के लिए यह परिवर्तन गंभीर परिणाम लेकर आ सकता है। राजस्थान इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के मुताबिक, राजस्थान में बिजली बिलों में बदलाव के नए प्रावधानों के तहत, घरेलू उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिलने वाली है, लेकिन उद्योगों को बड़ा झटका लगेगा। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए, जो 300 यूनिट तक बिजली का उपयोग करते हैं, कोई बड़ा असर नहीं होगा। हालांकि 500 यूनिट तक बिजली उपभोग करने वालों को कुछ राहत दी गई है। इसके अलावा, 500 यूनिट से ज्यादा बिजली उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर भी शुल्क और सरचार्ज बढ़ाए जाएंगे। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में भाजपा विधाय​क के बेटे को आया हार्ट अटैक, खुद 180 किमी गाड़ी चला पहुंचा अस्पताल
राजस्थान के भरतपुर जिले के वैर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक बहादुर सिंह कोली के बेटे विजेंद्र कोली को दो बार हार्ट अटैक आया। खास बात यह है कि विजेंद्र कोली ने अपनी जान की सलामती के लिए खुद कार चलाकर 180 किलोमीटर की दूरी तय की और जयपुर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचे। इस घटना से जुड़ी कई बातें सामने आई हैं जो इस पूरी कहानी को और भी हैरान कर देने वाली बनाती हैं। 12 अक्टूबर को दोपहर के समय विजेंद्र कोली को अचानक सीने में दर्द हुआ, जिसे सामान्य ब्लड प्रेशर की शिकायत मानते हुए एक प्राइवेट डॉक्टर ने उन्हें दवाइयां दीं। अगले दिन, 13 अक्टूबर 2025 को रात के समय जब फिर से उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ, तो उनकी हालत और बिगड़ गई। इस बार स्थिति और गंभीर हो गई और विजेंद्र को खुद अपनी कार ड्राइव करके भरतपुर से जयपुर की ओर निकलने का निर्णय लिया। करीब 180 किलोमीटर का सफर तय करते हुए वे मानसरोवर स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने तुरंत उनका इलाज शुरू किया। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में घूसखोर डॉक्टर मनीष अग्रवाल के लॉकर ने उगला एक करोड़ का सोना, जांच जारी
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने SMS हॉस्पिटल के वरिष्ठ डॉक्टर मनीष अग्रवाल के खिलाफ जांच करते हुए उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। बता दें, 9 अक्टूबर 2025 को एसीबी ने मनीष अग्रवाल को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि एसीबी ने उनके बैंक लॉकर से 900 ग्राम सोने (करीब 1 करोड़ रुपए) की ज्वेलरी भी बरामद की है। एसीबी का मानना है कि डॉ. मनीष अग्रवाल के और भी बैंक लॉकर हो सकते हैं। राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉक्टर मनीष अग्रवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। एसीबी ने 9 अक्टूबर को डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ा, जब वह एक लाख रुपए की रिश्वत ले रहे थे। एसीबी की टीम ने जब कार्रवाई शुरू की, तो डॉक्टर मनीष अग्रवाल के कर्मचारी जगत ने रिश्वत की रकम घर के पास एक खाली प्लॉट में फेंक दी थी। पुलिस ने जगत को गिरफ्तार कर लिया और रकम को बरामद किया। इस पूरी कार्रवाई ने राजस्थान में स्वास्थ्य क्षेत्र के भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए हैं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान चिकित्सा मंत्री के बेटे RCA से आउट, जोधपुर क्रिकेट संघ की मान्यता भी एडहॉक कमेटी ने की रद्द
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में एक बार फिर सियासी घमासान तेज हो गया है। आरसीए एडहॉक कमेटी के कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने जोधपुर जिला क्रिकेट संघ की मान्यता रद्द कर दी है, जिसकी अध्यक्षता राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर कर रहे हैं। इस कदम ने क्रिकेट के मैदान से बाहर एक नई सियासी लड़ाई को जन्म दिया है, जिसमें कई आरोप-प्रत्यारोप सामने आ रहे हैं। इस मामले में कुमावत ने सिर्फ जोधपुर जिला क्रिकेट संघ की मान्यता ही रद्द नहीं की, बल्कि RCA के संविधान के खिलाफ काम करने के आरोप में तीन और जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ लोकपाल में शिकायत भी की है। इनमें भाजपा के प्रदेश सचिव पिंकेश जैन का प्रतापगढ़ जिला क्रिकेट संघ, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी के बेटे आशीष तिवारी का सीकर जिला क्रिकेट संघ और पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा विधायक डॉ. जसवंत सिंह यादव के पुत्र मोहित यादव का अलवर जिला ​​क्रिकेट संघ शामिल हैं। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
बड़े उद्योगों के स्वागत को तैयार राजस्थान, भूखंड आरक्षित दर में किया यह अहम बदलाव
राजस्थान सरकार ने बड़े उद्योगों के लिए सस्ती जमीन उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। अब उद्योगों के लिए औद्योगिक भू-खंडों की आरक्षित दर में बदलाव किया जाएगा। राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और अनुसंधान निगम की इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कमेटी ने इस संबंध में एक अहम फैसला लिया है। इस फैसले के तहत, औद्योगिक भू-खंडों की आरक्षित दर में कटौती की जाएगी, जिससे निवेशकों को बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट्स के लिए सस्ती जमीन मिल सकेगी। यह कदम राज्य में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रीको की इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कमेटी ने औद्योगिक भू-खंडों की आरक्षित दर घटाने का फैसला लिया है। हालांकि, कमेटी ने स्पष्ट किया है कि यह दरें न्यूनतम प्रचलित आवंटन दर से कम नहीं होंगी। इसका मतलब यह है कि भू-खंडों की दरें इतनी कम नहीं होंगी कि राज्य के लिए नुकसानकारी हों, लेकिन यह उद्योगों के लिए अधिक सस्ती होंगी। इसके अलावा, भू-खंड के आवंटन में लोकेशन, सड़क की चौड़ाई और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
राजस्थान में अब कहीं भी लगाओ सोलर पैनल, वर्चुअल नेट मीटरिंग से घर-दुकान में पाओ बिजली
राजस्थान में बिजली की खपत और पर्यावरण को लेकर कई लोगों के मन में एक बड़ा सवाल था। कई उपभोक्ता अपने फ्लैट, ऑफिस या शोरूम में सस्ती और स्वच्छ बिजली के लिए सोलर पैनल लगाने की सोच रहे थे, लेकिन उनके पास यह सुविधा नहीं थी। अब राजस्थान विद्युत नियामक आयोग ने वर्चुअल नेट मीटरिंग (Virtual Net Metering) की अनुमति देकर इस समस्या का हल निकाल लिया है। इसके तहत लोग अपनी दूसरी संपत्तियों पर सोलर पैनल लगाकर उससे प्राप्त बिजली का उपयोग अपनी अन्य संपत्तियों में कर सकेंगे। इस कदम से न केवल सस्ती बिजली मिलेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी। वर्चुअल नेट मीटरिंग के तहत उपभोक्ता अपनी सोलर पैनल प्रणाली को अपनी दूसरी संपत्ति पर लगा सकते हैं और उससे जो बिजली उत्पन्न होगी, उसे वे अपनी फ्लैट, ऑफिस, शोरूम, या अन्य संपत्तियों में उपयोग कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, बिजली की आपूर्ति डिस्कॉम (DISCOM) के ग्रिड से होगी, और जितनी बिजली ग्रिड में जाएगी, उतनी ही बिजली उपभोक्ता अपने उपयोग के लिए प्राप्त कर सकेगा। खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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