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BHOPAL. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की रविवार 16 फरवरी रविवार को हुए राज्य सेवा परीक्षा 2025 के प्री प्रश्नपत्र को लेकर ग्वालियर के परीक्षा केंद्र की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर हुई है। उम्मीदवार ने इसमें समय से पहले प्रश्नपत्र का बंडल खोलने के आरोप लगाए हैं।
सेंटर पर नहीं ली शिकायत
ग्वालियर निवासी नीलेश कुमार जायसवाल ने राज्य सेवा परीक्षा का प्री लिम्स पेपर खुला मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई है। जायसवाल की शिकायत को पोर्टल पर 31002448 क्रमांक पर दर्ज किया गया है।
नीलेश कुमार जायसवाल का कहना है वे कई साल से मेहनत कर रहे हैं। रविवार को वे राज्य सेवा परीक्षा का प्री लिम्स एग्जाम देने चार शहर का नाका स्थित विद्या विहार कॉन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल गए थे। परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली का एग्जाम 10 बजे से शुरू होना था। जिसके लिए वे 9.30 बजे तक परीक्षा कक्ष में पहुंच चुके थे। 09.45 बजे उनके कक्ष में पेपर लेकर पहुंचे व्यक्ति के हाथ में बंडल खुला देख उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने पेपर कक्षा में परीक्षार्थियों के सामने न खोलने पर सवाल किया तो परीक्षक टाल मटोल करने लगा। उन्होंने पेपर लीक होने की शंका की तो परीक्षक ने दूसरे परीक्षार्थियों की मौजूदगी में पेपर का पैकेट खोलने की सफाई दी। जायसवाल ने बताया कि जब उन्होंने छात्रा से बात की तो पता चला उनसे हस्ताक्षर कराके पेपर 9 बजे ही खोल लिया गया था। जबकि उसके 9.45 बजे बांटा गया।
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लिखित शिकायत ली, न दिखाया सीसीटीवी फुटेज
नीलेश कुमार का कहना है कि उन्होंने कंप्लेन दर्ज करने की मांग की। उन्होंने लिखित में शिकायत लेकर रिसीव भी मांगी लेकिन परीक्षा सेंटर पर मौजूद किसी जिम्मेदार ने नहीं सुना। परीक्षक पहले एग्जाम पेपर खोलते समय का सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात कर रहे थे और पेपर खत्म होने पर उसे डेढ़ से दो घंटे खड़ा रखा गया। न तो वहां परीक्षा सेंटर प्रभारी ने शिकायत ली न ही कोई प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचा जिसे वे इसके बारे में बता पाते। मजबूरी में सेंटर से बाहर आकर सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करा दी।
एग्जाम सेंटर और कर्मचारियों पर जताया संदेह
परीक्षार्थी ने शिकायत में कहा है कि यूपीएससी और एमपीपीएससी के एग्जाम में पहले भी शामिल हो चुके हैं। पेपर कक्ष में परीक्षार्थियों के सामने तय समय पर ही खोला जाता है। इसमें कक्ष के परीक्षार्थी गवाह के तौर पर दर्ज भी होते हैं। जबकि ग्वालियर के विद्या विहार कॉन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल स्थित सेंटर पर परीक्षार्थियों को पहले से खुला पेपर दिया गया। पेपर पैकेट के अंदर प्लास्टिक फाइल में बंद होते हैं ताकि उन्हें कहीं खोला न जा सके। इस सेंटर पर ड्यूटी करने वाले परीक्षक, प्रभारी और अन्य कर्मचारियों की भूमिका भी संदेहास्पद रही है।
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यह होते हैं नियम, ट्रिपल पैक होते हैं प्रश्नपत्र
प्रश्नपत्र एक बंडल में आते हैं, जो सील पैक होता है, फिर हर प्रश्नपत्र एक पॉलीथीन में पैक होता है और हर प्रश्नपत्र में भी सील होती है। बंडल को कुछ परीक्षार्थी की उपस्थिति में साइन करके खोला जाता है। इसे पहले कर लिया जाता है, ताकि बंडल खोल प्रश्नपत्र देने में देरी नहीं हो। फिर उम्मीदवार को प्रश्नपत्र दिया जाता है, जो पॉलीथीन में होता है। कभी-कभार कोई पॉलीथीन खुली मिलने की शिकायत आती है, जैसे इंदौर के सेंटर पर एक छात्र ने की थी। लेकिन प्रश्नपत्र खुद भी सीलपैक होता है, सील खुले हुए प्रश्नपत्र मिलने की कोई शिकायत नहीं पाई गई है।
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